Duologue NXT: परंपरा और परिवर्तन के ‘सिक्स यार्ड मैजिक’ की विरासत का नेतृत्व कर रहीं लावण्या नल्ली
Duologue NXT के इस एपिसोड में TV9 नेटवर्क के MD और CEO बरुण दास के साथ नल्ली ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन लावण्या नल्ली शामिल हुईं. इस बातचीत में दोनों ने रेशम की विरासत को बुद्धिमत्ता के साथ रिडिजाइन करते हुए उद्यमिता में बुनने के अनुभव को उकेरा.
Duologue NXT के नए एपिसोड में नल्ली ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन लावण्या नल्ली और टीवी9 नेटवर्क के एमडी और सीईओ बरुण दास के बीच हुई बातचीत में बेहद खूबसूरती के साथ परंपरा, नेतृत्व और आधुनिक भारतीय उद्यमिता के शांत बदलाव को उकेरा गया. Duologue NXT TV9 नेटवर्क की एक सिग्नेचर थॉट-लीडरशिप सीरीज है, जो पारंपरिक सफलता की कहानियों से आगे बढ़कर उन दिमागों को खोजती है, जो भारत की नई पहचान गढ़ रहे हैं.
सिक्स यार्ड मैजिक
अक्सर दुनियाभर में फुटबॉल के मैदान में गोलपोस्ट के किनारे वाले छह गज के क्षेत्र में होने वाली दिल को थाम देने वाली हलचल को लेकर ‘सिक्स यार्ड मैजिक’ शब्द का इस्तेमाल होता है. वहीं, भारत के संदर्भ में इसका इस्तेमाल भारतीय परिधान, साड़ी की खूबसूरती और परंपरा को बयां करने के लिए किया जाता है.
90 साल की विरासत और एक ‘शांत विद्रोह’
बीते नौ दशकों से ‘नल्ली’ भारत की रेशमी साड़ियों की विरासत का पर्याय रहा है. लेकिन, जैसा कि लावण्या बताती हैं, परिवार के बिजनेस में उनकी एंट्री किसी विरासत के तमगे की तरह नहीं थी. बल्कि, यह जिज्ञासा और एक शांत विद्रोह का नतीजा थी. उन्होंने कहा, “परंपरा की आत्मा को जिंदा रखना मेरी प्राथमिकता है”
विरासत के मायनों की नई परिभाषा
उनके इस सफर पर बात करते हुए, बरुण दास ने कहा, “लावण्या उस नई पीढ़ी की लीडर्स का प्रतिनिधित्व करती हैं, जो विरासत के मायनों को नए सिरे से परिभाषित कर रही हैं. उनकी सबसे बड़ी ताकत सिर्फ बिजनेस की समझ नहीं है, बल्कि परंपरा में स्ट्रक्चर लाने की क्षमता है, वो भी उसकी आत्मा को बरकरार रखते हुए.”
Duologue ने जगाईं भावनाएं
Duologue पर अपने अनुभव को साझा करते हुए लावण्या ने कहा, “इस बातचीत ने मुझे अपने प्लेटफॉर्म के प्रति और गहराई से कृतज्ञ महसूस कराया है. अब मैं और ज्यादा एनर्जेटिक, नेशनल प्राइड से भरी और मोटिवेटेड महसूस कर रही हूं. यहां से पूरे जोश के साथ अपने फैमिली बिजनेस में लौटूंगीं. मैं बरुण दास का शुक्रिया अदा करती हूं, जिन्होंने मेरे अंदर ये सारी भावनाएं जगा दीं.”
गलतियों की आजादी सबसे बड़ी टीचर
लावण्या विरासत को उद्यम में बदलने के अपने सफर पर बात करते हुए कहती हैं, “जब मैं 21 साल की उम्र में नल्ली से जुड़ी, तो मुझे न अर्थशास्त्र की समझ थी, न रिटेल की. मुझे सभी ने विनम्रता से सहन किया.” लावण्या हंसते हुए बोलीं. “तब यह आम धारणा थी कि एक ‘अच्छी साउथ इंडियन लड़की’ शादी से पहले बस समय बिताने के लिए काम करती है. लेकिन, यही सहनशीलता मेरी ट्रेनिंग ग्राउंड बन गई. मुझे गलतियां करने दी गईं और यह आजादी मेरी सबसे बड़ी टीचर बन गई.”
नल्ली के सफर से शुरू हुई बातचीत को बरुण ने अपनी खास जिज्ञासा और आलोचनात्मक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ाया और कंज्यूमर साइकोलॉजी से लेकर जेंडर और उत्तराधिकार जैसे मुद्दों पर लावण्या ने खुलकर अपने निजी अनुभवों के साथ गहरी सोच वाली चर्चा को विस्तार दिया.
डाटा और परंपरा का संगम
बातचीत के दौरान लावण्या ने बताया कि कैसे उन्होंने डाटा-ड्रिवन स्ट्रैटेजी और पारंपरिक कारीगरी को मिलाकर नल्ली के भविष्य को नया रूप दिया. ई-कॉमर्स वर्टिकल शुरू करने का उनका फैसला किसी ट्रेंड का हिस्सा नहीं था, बल्कि दृढ़ विश्वास से प्रेरित था. उन्होंने कहा, “साल 2013 में जब मैंने ई-कॉमर्स को देखा, तब कई पारंपरिक रिटेलर्स इसे सिर्फ डिस्काउंट देने का तरीका मानते थे. लेकिन, मैंने देखा कि कंज्यूमर बिहेवियर बदल रहा है. चाहे ग्राहक ऑनलाइन खरीदे या स्टोर से, भरोसा और क्वालिटी की चाह एक जैसी है. सुविधा तभी जीतती है जब ब्रांड वह भरोसा अर्जित कर ले.”
साड़ी को ग्लोबल पहचान देने की कोशिश
बातचीत में यह भी चर्चा हुई कि एक घरेलू नाम को कैसे आधुनिक और वैश्विक पहचान दी जा सकती है. जब पूछा गया कि क्या साड़ी एक ग्लोबल फैशन स्टेटमेंट बन सकती है, तो लावण्या का जवाब दृढ़, लेकिन कल्पनाशील था. उन्होंने कहा, “हम दुनिया की बेहतरीन चीजें हर भारतीय महिला तक क्यों नहीं पहुंचा सकते? हमारे लिए यह हाई मार्जिन का नहीं, बल्कि हाई इंटेग्रिटी का मामला है. साड़ी योग या आयुर्वेद की तरह यूनिवर्सल अपील रखती है. चुनौती बस यही है कि हम इसे दुनिया के सामने कैसे फिर से पेश करें.”
फैमिली बिजनेस का संघर्ष
जब पूछा गया कि क्या उन्हें पुरुष-प्रधान फैमिली बिजनेस में अपनी पहचान बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ा, तो लावण्या ने सादगी, लेकिन पूरी मजबूती के साथ कहा, “मुझे एहसास ही नहीं हुआ कि मैं कोई लड़ाई लड़ रही हूं. मैं बस वही करती गई, जो करना चाहती थी. अगर इस दौरान किसी को दिक्कत थी, तो वो उनको थी, मुझे नहीं.”
यहां देखें पूरा एपिसोड
Duologue NXT के इस पूरे एपिसोड News9 पर रात 10:30 बजे, 6 अक्टूबर 2025 को देखा जा सकता है. इसके अलावा Duologue YouTube चैनल (@Duologuewithbarundas) और News9 Plus ऐप पर भी स्ट्रीम कर सकते हैं.