देश में बढ़ रहे फैटी लिवर के मामले, इस सेक्टर के लोग हैं सबसे ज्यादा; सरकार ने राज्यों को दिए जांच के निर्देश
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने संसद में बताया कि देश में फैटी लिवर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, खासकर आईटी कर्मचारियों में. इसको देखते हुए सरकार ने सभी राज्यों को जांच और जागरूकता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. बीमारी से बचाव के लिए गाइडलाइन भी जारी की गई है जिसमें हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने पर जोर दिया गया है.
Fatty Liver: संसद से एक चिंताजनक जानकारी सामने आई है. दरअसल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बताया कि देश में फैटी लिवर की बीमारी तेजी से फैल रही है, खासकर आईटी सेक्टर के कर्मचारियों में. मंत्री ने लोकसभा में कहा कि इस खतरे को गंभीरता से लेते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लोगों की जांच और जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं. इसके लिए सरकार ने विशेष गाइडलाइन भी जारी की है.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को स्क्रीनिंग के निर्देश दिए हैं, ताकि समय रहते फैटी लिवर बीमारी को रोका जा सके.
क्या है फैटी लिवर (MAFLD)?
MAFLD यानी Metabolic Dysfunction Associated Fatty Liver Disease पहले Non-Alcoholic Fatty Liver Disease के नाम से जाना जाता था. यह बीमारी तब होती है जब शरीर में वसा की मात्रा बढ़ जाती है और वह लीवर में जमा होने लगती है. इसका संबंध मोटापा, डायबिटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी मेटाबॉलिक बीमारियों से है.
क्या है सरकार के गाइडलाइन
स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने लोकसभा में बताया कि केंद्र सरकार ने फैटी लिवर से निपटने के लिए ऑपरेशनल गाइडलाइन जारी की है. इसके तहत लोगों को संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, वजन नियंत्रित रखने और शुगर व सैचुरेटेड फैट का सेवन कम करने की सलाह दी गई है.
राज्यों को स्क्रीनिंग के निर्देश
राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को निर्देश दिए गए हैं कि वे लोगों की जांच करें और जोखिम के आधार पर उनकी पहचान करें ताकि समय पर इलाज किया जा सके. इसके लिए हेल्थकेयर वर्कर्स को भी दिशा-निर्देश दिए गए हैं.
इसे भी पढ़ें- कौन है पार्थ सारथी बिस्वाल, जो अनिल अंबानी केस में हुए अरेस्ट; जानें कैसे किया फ्रॉड, SBI को भी नहीं बख्शा
गांवों में भी बढ़ रही बीमारी
दरअसल ICMR ने राजस्थान के गांवों में की गई एक स्टडी में पाया गया कि 37 फीसदी लोगों में फैटी लिवर की बीमारी थी, और पुरुषों में इसका लेवल और भी ज्यादा था। नियमित फास्ट फूड खाने वालों में यह खतरा और बढ़ जाता है.
इसे भी पढ़ें- वोटर आईडी में क्या होता है EPIC नंबर, क्यों होता है जरूरी; जानें कैसे चेक करें अपना डिटेल