ट्रैरिफ वॉर के बीच PM मोदी एलन मस्क की बातचीत, जानें क्या है माजरा; टेस्ला पर बनेगी बात !
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के बीच तकनीक और इनोवेशन पर सहयोग को लेकर बातचीत हुई. यह चर्चा ऐसे समय में हुई जब अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर जारी है. भारी टैरिफ के चलते अमेरिकी टेक कंपनियां चीन की जगह नए मैन्युफैक्चरिंग विकल्प तलाश रही हैं. पीएम मोदी ने भारत-अमेरिका साझेदारी को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई.
PM Modi: अमेरिका- चीन के बीच जारी ट्रैरिफ वॉर के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को टेस्ला के सीईओ एलन मस्क से बातचीत की. इसकी जानकारी उन्होंने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्न एक्स पर दी. पीएम मोदी ने कहा कि आज मेरी एलन मस्क के साथ कई मुद्दों पर बातचीत हुई, जिनमें वॉशिंगटन डीसी में इसी साल हुई मुलाकात के कुछ बिंदु भी शामिल थे. अपने पोस्ट में पीएम मोदी ने भारत और अमेरिका के बीच तकनीक और इनोवेशन के क्षेत्र में साझेदारी की अपार संभावनाओं को लेकर उत्साह जताया.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच इन क्षेत्रों में सहयोग की अपार संभावनाएं हैं. उन्होंने यह भी कहा कि भारत, नई दिल्ली और वॉशिंगटन के बीच इस साझेदारी को और आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. खास बात यह है कि पीएम मोदी और मस्क के बीच यह फोन कॉल ऐसे समय में हुई है जब अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर चल रहा है. दोनों देश एक-दूसरे पर भारी टैक्स (टैरिफ) लगा रहे हैं.
ये भी पढ़ें- शिल्पा शेट्टी की एक क्रीम सब पर पड़ गई भारी, हैसियत में 80 गुना बड़ी कंपनी को हराया, जानें कैसे
अमेरिका ने लगाया भारी टैरिफ
अमेरिका ने चीन से आने वाले कुछ सामानों पर 245 फीसदी टैरिफ लगाया है, जबकि जवाब में चीन ने अमेरिका से आने वाले उत्पादों पर पहले से लगे 67 फीसदी टैरिफ के अलावा 125 फीसदी अतिरिक्त टैक्स लगा दिया है. हालांकि, इससे उद्योग जगत पर बड़ा असर पड़ा है, क्योंकि चीन और अमेरिका दुनिया के दो सबसे बड़े मैन्युफैक्चरिंग देश हैं. अमेरिका की ज्यादातर बड़ी टेक कंपनियां अपने अधिकतर प्रोडक्ट्स चीन में बनवाती हैं. लेकिन इन भारी टैक्सों की वजह से अब टेक सेक्टर की बड़ी कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स बनाने के लिए चीन के बजाय दूसरे विकल्पों की तलाश कर रही हैं.
कंपनी ने भारत में शुरू की हायरिंग
टेस्ला ने अभी तक आधिकारिक रूप से भारतीय बाजार में एंट्री नहीं की है, लेकिन इस साल फरवरी में प्रधानमंत्री मोदी और एलन मस्क की वॉशिंगटन में हुई मुलाकात के बाद कंपनी ने भारत में हायरिंग शुरू कर दी थी. टेस्ला, जो इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और रिन्युएबल एनर्जी पर फोकस करती है, ने LinkedIn पर 13 जॉब ओपनिंग्स पोस्ट की थीं. इनमें बैकएंड से लेकर कस्टमर से जुड़ी भूमिकाएं शामिल थीं.
इससे पहले, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर Starlink के एक डेलीगेशन से मुलाकात की थी. इस बैठक में कंपनी के टेक प्लेटफॉर्म, मौजूदा पार्टनरशिप और भारत में भविष्य की निवेश योजनाओं पर चर्चा हुई. मीटिंग में Starlink के वाइस प्रेसिडेंट चैड गिब्स और सीनियर डायरेक्टर रयान गुडनाइट भी मौजूद थे.
SpaceX के साथ समझौता किया था
इस साल की शुरुआत में रिलायंस जियो और भारती एयरटेल ने एलन मस्क की कंपनी SpaceX के साथ समझौता किया था, ताकि भारत में Starlink की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा लाई जा सके. हालांकि, फिलहाल Starlink की शुरुआत में देरी हो रही है, क्योंकि कंपनी को सरकार से सिक्योरिटी क्लियरेंस और स्पेक्ट्रम अलॉटमेंट का इंतजार है.
ये भी पढ़ें- डॉलर नहीं चीन के युआन से रुपये को बड़ा खतरा, जानें कैसे ड्रैगन बिगाड़ सकता है खेल