भारत-अमेरिका व्यापार को लेकर आशावादी है RBI गवर्नर, टैरिफ पर अच्छी बातचीत की जताई उम्मीद
गवर्नर संजय मल्होत्रा ने उम्मीद जताया है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार बातचीत सकारात्मक रूप से समाप्त होगी, जिससे देश के विकास पर कम से कम प्रभाव पड़ेगा. उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का मुख्य लक्ष्य देश की अर्थव्यवस्था को स्थिर और मजबूत रखना है. RBI आर्थिक विकास और कीमतों को स्थिर रखने पर ध्यान देता रहेगा.

RBI Governor on Tariff: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर ने 25 अगस्त, सोमवार को FIBAC के एक कार्यक्रम में अर्थव्यवस्था और टैरिफ को लेकर कई अहम बातें बताई. गवर्नर संजय मल्होत्रा ने उम्मीद जताया है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार बातचीत सकारात्मक रूप से समाप्त होगी, जिससे देश के विकास पर कम से कम प्रभाव पड़ेगा. उन्होंने 25 अगस्त को एक कार्यक्रम में कहा, “हमें उम्मीद है कि टैरिफ पर बातचीत अच्छी तरह होगी और इसका असर कम होगा.”
उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का मुख्य लक्ष्य देश की अर्थव्यवस्था को स्थिर और मजबूत रखना है. RBI आर्थिक विकास और कीमतों को स्थिर रखने पर ध्यान देता रहेगा. गवर्नर ने बताया कि भारत के पास 695 बिलियन डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार है. यह 11 महीने के आयात को पूरा करने के लिए काफी है. उन्होंने कहा, “हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने हमें आजाद भारत दिया और अब हमें समृद्ध भारत के लिए काम करना है.”
वित्तीय व्यवस्था को और करेगा मजबूत
गवर्नर ने यह भी कहा कि RBI देश की वित्तीय व्यवस्था को और मजबूत करेगा. उन्होंने बताया कि देश में 73 फीसदी कर्ज की जरूरतें RBI द्वारा नियंत्रित संस्थानों से पूरी होती हैं. इसके अलावा, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया कर्ज देने के नियमों की समीक्षा कर रहा है ताकि व्यवस्था और बेहतर हो. गवर्नर ने बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट्स के बारे में भी बात की. ये लोग ग्रामीण इलाकों में बैंकिंग सेवाएं पहुंचाने में मदद करते हैं. उन्होंने कहा कि इनकी सेवाओं को और बढ़ाना होगा ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को फायदा हो.
टैरिफ का कम हो सकता है असर
उन्होंने यह भी बताया कि जल्द ही ECL (एक्सपेक्टेड क्रेडिट लॉस) नियम जारी किए जाएंगे. ये नियम बैंकों को कर्ज देने में और सावधानी बरतने में मदद करेंगे. गवर्नर ने टैरिफ पर बातचीत के बारे में भी कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि इसका असर कम से कम होगा. RBI का लक्ष्य है कि देश की अर्थव्यवस्था मजबूत रहे, कीमतें नियंत्रण में रहें और लोगों को आसानी से बैंकिंग सेवाएं मिलें.
गवर्नर ने कहा कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार बहुत मजबूत है. यह देश की आर्थिक स्थिति को और सुरक्षित बनाता है. वे चाहते हैं कि भारत न केवल आजाद रहे, बल्कि समृद्ध भी बने. इसके लिए RBI लगातार काम कर रहा है ताकि बैंकों और वित्तीय संस्थानों के जरिए लोगों को बेहतर सेवाएं मिलें और देश की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़े.
अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए उठा रही है कदम
मल्होत्रा ने बताया कि वित्तीय स्थिरता और कीमतों की स्थिरता विकास को रोकती नहीं, बल्कि इसे मजबूत करती हैं. मल्होत्रा ने यह भी कहा कि भारत सरकार अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कदम उठा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में GST में बदलाव की घोषणा की. इससे अर्थव्यवस्था को सहारा मिलेगा. गवर्नर ने जोर देकर कहा कि वित्तीय स्थिरता और कीमतों की स्थिरता विकास के लिए जरूरी हैं.
ये दोनों चीजें न केवल विकास को रोकती नहीं, बल्कि इसे लंबे समय तक बनाए रखने में मदद करती हैं. RBI का लक्ष्य है कि वह कीमतों को नियंत्रित रखे और साथ ही अर्थव्यवस्था को बढ़ने में मदद करे. मल्होत्रा का मानना है कि सही नीतियों और बातचीत से भारत टैरिफ जैसे झटकों को झेल सकता है और अपनी आर्थिक वृद्धि को बनाए रख सकता है.
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