अक्षय तृतीया पर करें चार धाम की यात्रा, जानें कितना होगा खर्च
हर साल की तरह इस साल भी चार धाम यात्रा की शुरुआत होने वाली है. इसकी शुरुआत अक्षय तृतीया के दिन से हो रही है. अब तक 12 लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन किया है. यह यात्रा काफी पवित्र मानी जाती है. आप सड़क और हेलिकॉप्टर की मदद से भी इस यात्रा को कर सकते हैं.

Char Dham Yatra 2025: अगर आप चार धाम की यात्रा करना चाहते हैं, तो आपके लिए बड़ी खबर है क्योंकि चार धाम यात्रा की शुरुआत होने वाली है. इसकी शुरुआत अक्षय तृतीया के मौके पर होगी. इसे लेकर सभी तैयारियां की जा रही हैं. चार धाम यात्रा को लेकर 5 अप्रैल को एक बैठक होने वाली है, जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी शामिल होंगे. तो चलिए, आपको बताते हैं कि यह यात्रा कब शुरू होने वाली है और इसमें कितना खर्चा आने वाला है.
30 अप्रैल से होगी शुरुआत
अक्षय तृतीया इस साल 30 अप्रैल, बुधवार के दिन पड़ रही है. चार धाम की यात्रा भी 30 अप्रैल से ही शुरू होगी. बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खुलेंगे, वहीं केदारनाथ के कपाट 2 मई को और गंगोत्री तथा यमुनोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल से खुलेंगे. इस यात्रा के लिए लोगों ने पहले ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है और अब तक 12 लाख से ज्यादा लोग रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं.
यह भी पढ़ें: अक्षय तृतीया से पहले सोना-चांदी में बड़ी गिरावट, 5,000 रुपये घट गए दाम
चार धाम यात्रा में कितना खर्च आएगा
चार धाम यात्रा के लिए कई प्रकार के पैकेज उपलब्ध हैं. इसके लिए आपको 15 हज़ार से 1.5 लाख रुपये तक खर्च करना पड़ सकता है. यह इस बात पर निर्भर करेगा कि आप किस तरह की सुविधा चुनते हैं. अगर आप सड़क मार्ग से यात्रा करते हैं, तो 15 से 25 हज़ार रुपये तक का खर्च हो सकता है.
इसके अलावा, लक्जरी पैकेज की कीमत 70 हजार से 1.5 लाख रुपये तक हो सकती है. यदि आप हेलिकॉप्टर से यात्रा करना चाहते हैं, तो इसकी शुरुआत 1.99 लाख रुपये से होती है. अगर आप दिल्ली से ट्रेन के माध्यम से यह यात्रा करना चाहते हैं, तो 37 से 40 हजार रुपये तक का खर्च आ सकता है.
यात्रा में कितना समय लगेगा
चार धाम यात्रा में यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ शामिल हैं. अगर आप सड़क मार्ग से यात्रा करना चाहते हैं, तो आपको 10 से 15 दिन का समय लग सकता है. हालांकि, यदि आप हेलिकॉप्टर से यात्रा करते हैं, तो यह यात्रा 5–6 दिनों में पूरी हो सकती है, लेकिन इसमें खर्च ज्यादा आएगा. अगर आप समय बचाना चाहते हैं, तो हेलिकॉप्टर एक बेहतर विकल्प हो सकता है.
Latest Stories

सिंधु नदी का नाम कैसे पड़ा, इस आदिवासी से है नाता; इन 7 नदियों का है गजब कनेक्शन

पहलगाम पर भी चीन ने दिखाई बदमाशी, पाकिस्तान का दिया साथ, सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव को किया कमजोर

POK में ‘वॉटर इमरजेंसी, लोगों का पलायन; भारत ने रातों रात कर दिया बड़ा प्रहार !
