कौन है मित्तल बिजनेस परिवार, जिसकी 3 पीढ़ियों के 7 सदस्यों ने कर ली आत्महत्या, जानें कितना था कर्ज
हरियाणा के पंचकूला में मित्तल परिवार के सात लोगों ने एक ही कार में जहर खाकर अपनी जान दे दी. मित्तल परिवार मूल रूप से उत्तराखंड के देहरादून का रहने वाला था. यह घटना 27 मई 2025 की रात को सेक्टर 27 में हुई. ऐसा कहा जा रहा है कि इनपर करोड़ों का कर्ज है. ऐसे में आइए जानते है कि ये कर्ज कैसे इतना बड़ा हो गया. आखिर कैसे टूर एंड ट्रैवल्स कंपनी पूरी डूब गई.
Panchkula mittal family suicide case: हरियाणा के पंचकूला में मित्तल परिवार के सात लोगों ने एक ही कार में जहर खाकर अपनी जान दे दी. इस परिवार में प्रवीण मित्तल, उनकी पत्नी, उनके तीन बच्चे (एक बेटा और दो बेटियां)और प्रवीण के माता-पिता शामिल थे. यह घटना 27 मई 2025 की रात को सेक्टर 27 में हुई. ऐसा कहा जा रहा है कि इनपर करोड़ों का कर्ज है. ऐसे में आइए जानते है कि ये कर्ज कैसे इतना बड़ा हो गया. आखिर कैसे टूर एंड ट्रैवल्स कंपनी पूरी डूब गई.
कौन थे मित्तल परिवार?
मित्तल परिवार मूल रूप से उत्तराखंड के देहरादून का रहने वाला था. पिछले कुछ सालों से पंचकूला में किराए के मकान में रह रहा था. प्रवीण मित्तल एक बिजनेसमैन थे. पहले उनके पास हिमाचल प्रदेश के बद्दी में स्क्रैप की फैक्ट्री थी. लेकिन कर्ज बढ़ने की वजह से बैंक ने उनकी फैक्ट्री, दो फ्लैट और गाड़ियां तक जब्त कर ली थीं. इसके बाद प्रवीण ने देहरादून में टूर एंड ट्रैवल्स का बिजनेस शुरू किया. लेकिन यह बिजनेस भी फेल हो गया. परिवार की आर्थिक हालत बहुत खराब हो गई थी.
कितना था कर्ज?
टीवी 9 के मुताबिक, परिवार पर 15-20 करोड़ रुपये का भारी कर्ज था. प्रवीण की पत्नी रीना के पिता राकेश ने बताया कि कर्ज की वजह से परिवार बहुत परेशान था. एक रिश्तेदार संदीप अग्रवाल ने कहा कि कर्ज न चुका पाने की वजह से प्रवीण को धमकियां भी मिल रही थीं. कर्ज इतना ज्यादा था कि परिवार के पास खाने-पीने तक के पैसे नहीं बचे थे. इस तनाव ने उन्हें इतना मजबूर कर दिया कि उन्होंने आत्महत्या का रास्ता चुन लिया.
क्या करते थे काम?
प्रवीण मित्तल पहले स्क्रैप का बिजनेस करते थे. लेकिन फैक्ट्री बंद होने के बाद उन्होंने टैक्सी चलाना शुरू कर दिया था. टूर एंड ट्रैवल्स का बिजनेस भी शुरू किया, लेकिन वह भी नहीं चला. परिवार की कमाई का कोई और जरिया नहीं बचा था. प्रवीण की हालत इतनी खराब हो गई थी कि वे परिवार का खर्च भी नहीं उठा पा रहे थे.
क्या होता है स्क्रैप बिजनेस
स्क्रैप का बिजनेस कचरे जैसे धातु, प्लास्टिक, कागज और इलेक्ट्रॉनिक सामान को इकट्ठा करना, छांटना, प्रोसेस करना और बेचना है. इस कचरे से अलग-अलग सामग्री निकालकर दोबारा इस्तेमाल किया जाता है. इससे मुनाफा और पर्यावरण संरक्षण दोनों होता है. इस बिजनेस में मित्तल परिवार को सफलता नहीं मिली.
उस रात की पूरी कहानी
27 मई 2025 की रात को मित्तल परिवार पंचकूला के सेक्टर 27 में एक खाली प्लॉट के पास कार में बैठा था. स्थानीय लोगों ने कार में कुछ गड़बड़ देखी और पुलिस को बुलाया. कार में प्रवीण मित्तल बाहर बैठे थे और बाकी छह लोग अंदर बेहोश पड़े थे. प्रवीण ने बताया कि उन्होंने और उनके परिवार ने जहर खा लिया है. पुलिस ने सभी को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक छह लोगों की मौत हो चुकी थी. प्रवीण को भी बाद में मृत घोषित कर दिया गया.
कई बार बदल चुके थे जगह
कर्ज से बचने के लिए वे कई बार जगह बदल चुके थे. पहले पंचकूला में रहते थे, फिर देहरादून गए और हाल ही में मोहाली के खरड़ और फिर पंचकूला के सकेतरी में रहने लगे थे. पुलिस ने कार से एक सुसाइड नोट बरामद किया. इसमें प्रवीण ने कर्ज का जिक्र किया था. पुलिस और फोरेंसिक टीम इस मामले की गहराई से जांच कर रही है.