इंश्योरेंस को लेकर Gen-Z पहले से तैयार, रिसर्च के लिए Gen-AI पर बढ़ा भरोसा: पॉलिसीबाजार सर्वे
Gen-Z आज सिर्फ सोशल मीडिया में नहीं, इंश्योरेंस जैसी गंभीर योजनाओं में भी अपनी समझ दिखा रहा है. Policybazaar के नए सर्वे ने चौंकाने वाली बातें बताई हैं कि किस तरह युवा पीढ़ी Gen-AI की मदद से तेजी से सही फैसले ले रही है. जानिए किसने मारी बाजी.

Insurance Awareness Day 2025 पर पॉलिसीबाजार द्वारा किए गए नए सर्वे में पता चला है कि Gen-Z (18-28) और मिलेनियल्स (29 और उससे अधिक उम्र वर्ग) के बीच इंश्योरेंस को लेकर समझ और पॉलिसी प्राथमिकताएं किस तरह अलग-अलग हैं. पूरे भारत में 4620 उत्तरदाताओं के बीच किए गए इस सर्वे में भारत के यंग ग्रुप – Gen-Z – के बीच बढ़ती जिज्ञासा का पता चला है. Gen-Z जल्दी इंश्योरेंस खरीदने पर विचार कर रहे हैं एवं ऑनलाइन खरीदना पसंद कर रहे हैं. साथ ही सर्वे में हेल्थ और टर्म इंश्योरेंस खरदीने के प्रति उनके अलग अलग तरीके भी सामने आए है.
Gen-Z हेल्थ इंश्योरेंस और मिलेनियल्स की टर्म इंश्योरेसं में दिखा रहे अधिक रूचि
सर्वे के आधार पर Gen-Z हेल्थ इंश्योरेस के प्रति बेहतर समझ रखते है. आकंड़ों के अनुसार 70% Gen-Z उत्तरदाताओं ने कहा की उन्हे हेल्थ इंश्योरेंस के प्रति अच्छी समझ हैं, जिनमें से 32% हेल्थ इंश्योरेंस के प्रति अपनी समझ को लेकर बहुत अधिक आश्वस्त हैं, ये आंकड़ा मिलेनियल्स से थोड़ा ज्यादा था, जहां 67% मिलेनियल्स ने अपनी समझ पर भरोसा जताया.
हालांकि, जब टर्म इंश्योरेंस की बात आई, तो मिलेनियल्स ने अधिक आत्मविश्वास दिखाया. जबकि Gen-Z के केवल 25% उत्तरदाताओं ने कहा कि उन्हे टर्म इंश्योरेंस को लेकर अच्छी समझ है, वहीं अगर मिलेनियल्स की बात करें तो उनके लिए यह संख्या लगभग दोगुनी यानी 45% थी. यह दिखाता है कि उम्र के साथ जुड़ी जिम्मेदारियां जैसे परिवार, होम लोन, आश्रित सदस्य या फिर महामारी के बाद की ज़िंदगी – ये सब चीजें आम तौर पर टर्म इंश्योरेंस लेने के लिए प्रेरित करती हैं.
इंश्योरेंस प्रोडक्ट्रस की खरीद पर विचार करने के बारे में पूछे जाने पर यह सामने आया है कि हेल्थ इंश्योरेंस को 61% Gen-Z और 63% मिलेनियल्स द्वारा चुना गया. हालांकि दोनों के लिए यह स्तर समान हो सकते हैं, लेकिन Gen-Z के आंकड़ों से पता चलता है कि वह अभी से ही अपने स्वास्थ्य को लेकर अधिक जागरूक है. फिर भी, टर्म इंश्योरेंस को लेकर सोचने वालों में Gen-Z की संख्या सिर्फ 19% और वहीं मिलेनियल्स के लिए यह आकंड़े 35% है, जो अलग-अलग जीवन चरणों और जिम्मेदारियों को दर्शाता है.
अब इंश्योरेंस Gen-Z की वित्तीय प्राथमिकताओं का अहम हिस्सा
मौजूदा निवेशों के मामले में, Gen-Z अब इंश्योरेंस को नजरअंदाज नहीं कर रहे हैं. SIP, स्टॉक और गोल्ड के बाद इंश्योरेंस उनके निवेश का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है. हालांकि अभी क्रिप्टो में निवेश करने वालों की संख्या कम है, लेकिन क्रिप्टो जैसी नई चीजों को उनकी वित्तीय योजना में शामिल होते देखना भी दिलचस्प है. इससे पता चलता है कि Gen-Z द्वारा, इंश्योरेंस एक प्रमुख वित्तीय उपकरण के रूप में पसंद किया जा रहा है.
मिलेनियल्स के लिए उनका हेल्थ ही गोल्ड है. आंकड़े बताते हैं कि 14% मिलेनियल्स हेल्थ इंश्योरेंस और सोने को बराबर पसंद करते हैं. इससे पता चलता है कि मिलेनियल्स ऐसी चीजों में निवेश में करना अधिक पसंद करते है जो उन्हे अधिक सुरक्षित रखें इसलिए हेल्थ और टर्म इंश्योरेंस उनके प्रमुख निवेश विकल्प हैं.
Gen-Z को पहले से तैयारी में यकीन
सर्वे से सबसे खास जानकारी यह मिली कि Gen-Z ने इंश्योरेंस जल्दी शुरू करने के महत्व को पहचानने में मिलेनियल्स से काफी आगे है. जब इंश्योरेंस खरीदने की सही उम्र के बारे में पूछा गया, तो Gen-Z के 52% उत्तरदाताओं ने हेल्थ इंश्योरेंस के लिए 18-25 वर्ष की उम्र को सही समय विकल्प के रूप में चुना, और 45% ने टर्म इंश्योरेंस के लिए भी यही कहा. इसके विपरीत, केवल 22% मिलेनियल्स ने कहा कि हेल्थ इंश्योरेंस 18-25 वर्ष की उम्र में खरीदा जाना चाहिए, और केवल 26% ने टर्म कवर के लिए ऐसा ही कहा.
यह बड़ा फर्क दिखाता है कि समय के हिसाब से वित्तीय समझदारी कैसे बदल रही है. Gen-Z अब सुरक्षा को अहम मान रहे है और इसके लिए उन्हें जीवन में किसी सही समय का इंतजार नहीं कर रहे है. चाहे वह कोरोना के समय की मुश्किलों का प्रभाव हो या ऑनलाइन वित्तीय जानकारी का आसानी से उपलब्ध होना, युवा अब आगे की सोच रहा है और जल्दी से जल्दी फैसले ले रहा है.
सर्च करने से लेकर साइन अप करने तक, डिजिटल तरीके से आगे बढ़ रहे हैं
जब इंश्योरेंस की बात आती है, तो दोनों पीढ़ियों द्वारा डिजिटल तरीका अपनाना आम है. 46% Gen-Z उत्तरदाताओं के लिए YouTube रिसर्च के लिए सबसे ज़्यादा पसंद किया जाने वाला प्लेटफॉर्म बन गया है, जो बेहतर स्पष्टता के लिए एक्सप्लेनेटरी वीडियो या शॉर्ट वीडियो को देखते है, जबकि ज़्यादातर मिलेनियल्स 40% के साथ Google सर्च को प्राथमिकता देते हैं. खास बात यह है कि Gen-Z के 23% लोग रिसर्च के लिए Gen-AI का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे पता चलता है कि वे टेक्नोलॉजी को लेकर जागरूक हैं. सर्वे से पता चलता है कि लोग प्रत्येक जानकारी को सही और जल्दी प्राप्त करना चाहते है, जो कि उन्हे डिजिटल प्लेफॉर्मर्स के जरिए जल्दी मिल जाती है. इंश्योरेंस की जानकारी लेने से लेकर खरीदने तक का पूरा सफर अब तेज़ और पूरी तरह डिजिटल होता जा रहा है.
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पीबी फिनटेक के ज्वाइंट ग्रुप सीईओ सरबवीर सिंह कहते हैं, “हमारे लिए सबसे खास बात यह है कि नए जमाने के उपभोक्ता पहले के मुकाबले अब डिजिटली और वित्तीय रूप से अधिक जागरूक हैं. इंश्योरेंस के बारे में पहले से ही विचार करने, Gen- AI जैसे आधुनिक उपकरणों के माध्यम से सही जानकारी प्राप्त करने और पारंपरिक ज़िम्मेदारियों से पहले ही महत्वपूर्ण निर्णय उठाने की इच्छाशक्ति, उनकी बदलती हुई सोच को दर्शाती है. चूंकि इंश्योरेंस अब एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है, इसलिए इंडस्ट्री से यह उम्मीद की जाती है कि ऐसे प्रोडक्ट बनाए जाएं जो इंश्योरेंस को लोगों की जरूरतों के और अधिक अनुरूप एवं भरोसेमंद बनाएं. हमें ऐसी जानकारी देनी चाहिए जो लोगों को इंश्योरेसं के बारे में सही से समझाती हो, ऐसे प्लेटफॉर्म जो मार्गदर्शन करते हों और ऐसे उत्पाद जो उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप हों.”
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