बजाज हाउसिंग और भारती हेक्साकॉम के IPO ने दिया मुनाफा, 31 में से 18 IPO हुए फेल, 8 ने डुबाए पैसे
कैपिटलमाइंड फाइनेंशियल सर्विसेज की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक शीर्ष 30 आईपीओ में से 18 ने लिस्टिंग के बाद निफ्टी 500 से कम रिटर्न दिया है. दरअसल कैपिटलमाइंड ने ऑफर साइज के हिसाब से टॉप 30 आईपीओ का अध्ययन किया. आइए पूरी रिपोर्ट जानते हैं.

आज के समय में आने वाले आईपीओ के लिए निवेशकों को काफी इंतजार होता है. बहुत से निवेशक आईपीओ आते ही बिना सोंचे समझे उसमें पैसा लगा देते हैं. लेकिन आज हम आपको एक आंकड़ा बताने जा रहे हैं जिससे आपकी आंख खुली की खुली रह जाएंगी. दरअसल ये आंकड़ा हम आपको कैपिटलमाइंड फाइनेंशियल सर्विसेज की एक हालिया रिपोर्ट के हवाले से बताने जा रहे हैं. आइए इसे जानते हैं.
क्या है कैपिटलमाइंड की रिपोर्ट?
कैपिटलमाइंड फाइनेंशियल सर्विसेज की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक शीर्ष 30 आईपीओ में से 18 ने लिस्टिंग के बाद निफ्टी 500 से कम रिटर्न दिया है. दरअसल कैपिटलमाइंड ने ऑफर साइज के हिसाब से टॉप 30 आईपीओ का अध्ययन किया. कैपिटलमाइंड ने देखा कि जो निवेशक आईपीओ प्राइस पर खरीदकर शेयर रखते हैं, उन्हें निफ्टी 500 इंडेक्स के मुकाबले कैसा रिटर्न मिलता है. इसमें डिविडेंड का प्रभाव भी शामिल है.
30 में से 8 आईपीओ ने निगेटिव रिटर्न दिया है, जिससे निवेशकों का पैसा डूब गया है. 30 में से 8 ने नकारात्मक रिटर्न दिए हैं, जिसमें सबसे ज्यादा चर्चित रिलायंस पावर है, जो उस समय की सबसे बड़ी कंपनी थी. शीर्ष 10 आईपीओ में से 5 पिछले दो साल के हैं. इनमें से ज़्यादातर ने शानदार परफॉर्मेंस किया है, इनमें बजाज हाउसिंग फाइनेंस, भारती हेक्साकॉम और फर्स्ट क्राई शामिल हैं. जिसका कारण तेजी से बढ़ते बाजार की स्थिति रही. वहीं शीर्ष 10 आईपीओ में से केवल 2 ही ने निफ्टी 500 इंडेक्स को पीछे छोड़ा है.
किन 2 आईपीओ ने निफ्टी 500 इंडेक्स को छोड़ा पीछे?
कोल इडिया
कोल इंडिया ने 14 सालों में सिर्फ दोगुना हुआ है, और वो भी बहुत उतार-चढ़ाव के बाद. डिविडेंड को ध्यान में रखने पर, कोल इंडिया का रिटर्न बमुश्किल ही इंडेक्स के रिटर्न से ज्यादा होता है.
जोमैटो
जोमैटो ने निफ्टी 500 से काफी ज्यादा रिटर्न दिया है. लिस्टिंग के बाद से, इस फूड डिलीवरी ऐप ने 265 फीसदी का रिटर्न दिया है, जबकि निफ्टी 500 ने उसी दौरान लगभग 76 फीसदी का रिटर्न दिया है.
क्या होता है आईपीओ?
IPO या इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग वह प्रक्रिया है जिसमें कंपनी पहली बार अपने शेयरों को आम जनता के लिए जारी करती है. इसके जरिए कंपनी अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए आवश्यक फंड जुटाती है.
डिसक्लेमर– मनी9लाइव आपको किसी शेयर या म्यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ जानकारी दी गई है. इंवेस्टमेंट से पहले अपने निवेश सलाहकार की राय अवश्य लें.
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