Dev Accelerator IPO: SBI Securities ने किया रिव्यू, जानें कैसें हैं फाइनेंशियल्स, रिस्क फैक्टर्स और ग्रोथ प्लान

फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस में काम करने वाली Dev Accelerator Limited 143 करोड़ रुपये का IPO लेकर आ रही है. इश्यू सब्सक्रिप्शन के लिए 10 सितंबर को खुलने वाला है. कंपनी के इश्यू को SBI Securities ने रिव्यू किया है. दांव लगाने से पहले जान लें कैसे हैं कंपनी के फाइनेंशियल्स, रिस्क फैक्टर्स और ग्रोथ प्लान?

जल्द ओपन होगा ये आईपीओ Image Credit: traffic_analyzer/DigitalVision Vectors/Getty Images

Dev Accelerator Limited (DAL) एक फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस ऑपरेटर कंपनी है. टियर-I और टियर-II शहरों में ऑफिस सॉल्यूशंस उपलब्ध कराना और मैनेज करना कपंनी का कोर काम है. मई 2025 से कंपनी 11 शहरों में 28 सेंटर्स पर 14,144 सीट्स और 8.6 लाख वर्ग फीट स्पेस को ऑपरेट कर रही है. कंपनी के बड़े क्लाइंट्स Zomato, Wipfli India, QX Global Services जैसे नाम शामिल हैं.

कैसा है इश्यू का स्ट्रक्चर?

कंपनी का IPO 10 से 12 सितंबर, 2025 तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा. इसका प्राइस बैंड 56 से 61 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है. पब्लिक इश्यू के जरिये कंपनी ने कुल 143 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है. इश्यू के बाद कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 505 से 550 करोड़ रुपये के बीच रहेगा.

कहां होगा फंड का इस्तेमाल?

इश्यू से जुटाई गई रकम राशि का बड़ा हिस्सा नए सेंटर फिट-आउट्स पर खर्च किया जाएगा, जबकि कुछ हिस्सा डेट रीपेमेंट और सामान्य कॉर्पोरेट कार्यों में उपयोग किया जाएगा. इसके अलावा IPO के बाद प्रमोटर्स की हिस्सेदारी घटकर लगभग 37 प्रतिशत रह जाएगी.

कैसा है वित्तीय प्रदर्शन?

फाइनेंशियल्स के मोर्चे पर कंपनी ने पिछले कुछ वर्षों में तेज रफ्तार से ग्रोथ दिखाई है. FY23 में कंपनी का रेवेन्यू 69.9 करोड़ रुपये था, जो FY25 में बढ़कर 158.9 करोड़ रुपये हो गया. यानी रेवेन्यू में 50 फीसदी से ज्यादा की सालाना ग्रोथ हुई है. इसके अलावा EBITDA भी इस अवधि में 29.9 करोड़ से बढ़कर 80.5 करोड़ तक पहुंच गया. हालांकि, प्रॉफिटेबिलिटी के मामले में कंपनी अभी शुरुआती चरण में है. FY23 में कंपनी को 12.8 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. लेकिन, FY25 में 1.8 करोड़ रुपये का मामूली मुनाफा कमाया. EBITDA मार्जिन करीब 50 फीसदी है, लेकिन PAT मार्जिन केवल 1.1 फीसदी तक सीमित है. कंपनी का Debt/Equity अनुपात अभी 2.4x है, जो IPO के बाद घटकर लगभग 1x पर आ सकता है.

क्या है कंपनी की ग्रोथ स्ट्रैटेजी?

Dev Accelerator Limited की ग्रोथ स्ट्रैटेजी मुख्य रूप से एसेट-लाइट मॉडल पर आधारित है. कंपनी लैंड और बिल्डिंग खुद की न खरीदकर, लीज पर लेकर अपने सेंटर चलाती है. आने वाले दो वर्षों में कंपनी 8 नए सेंटर खोलने की योजना बना रही है, जिससे इसका ऑपरेशनल एरिया 9.4 लाख वर्ग फीट और बढ़ जाएगा. खास बात यह है कि कंपनी ने टियर-II शहरों जैसे अहमदाबाद, इंदौर, जयपुर और वडोदरा में मजबूत उपस्थिति बनाई है. यहां औसत ऑक्यूपेंसी 88 फीसदी के करीब है. इससे रेवेन्यू में स्थिरता आएगी.

कैसा है इंडस्ट्री आउटलुक?

भारतीय ऑफिस स्पेस इंडस्ट्री आने वाले वर्षों में तेजी से बढ़ने की उम्मीद है. 2027 तक भारत का Grade A ऑफिस स्पेस स्टॉक 1,033 मिलियन वर्ग फीट तक पहुंचने का अनुमान है. फ्लेक्स स्पेस सेगमेंट 2028 तक 135 मिलियन वर्ग फीट का आकार ले सकता है, जो वर्तमान 74 मिलियन वर्ग फीट से लगभग दोगुना होगा. कॉर्पोरेट कंपनियों में फ्लेक्सिबिलिटी, कॉस्ट-इफिशिएंसी और टैलेंट रिटेंशन को लेकर बढ़ती जागरूकता इस ग्रोथ को मजबूती देगी.

क्या हैं कंपनी के सामने बड़े रिस्क फैक्टर्स?

कंपनी के बिजनेस मॉडल में कुछ जोखिम भी मौजूद हैं. सबसे बड़ा जोखिम यह है कि DAL के पास खुद की जमीन और इमारतें नहीं हैं. इसका पूरा ऑपरेशन लीज मॉडल पर आधारित है. किसी भी लीज टर्मिनेशन की स्थिति में कंपनी को रिलोकेशन कॉस्ट और क्लाइंट लॉस का सामना करना पड़ सकता है. इसके अलावा कंपनी का 50 फीसदी से ज्यादा रेवेन्यू केवल टॉप 20 क्लाइंट्स से आता है, जिससे क्लाइंट कंसंट्रेशन रिस्क बढ़ जाता है. इसके अलावा 42 फीसदी सेंटर गुजरात में स्थित हैं, जो जियोग्राफिकल कंसंट्रेशन रिस्क को उजागर करते हैं. इसके साथ ही, कम प्रॉफिटेबिलिटी और हाई डेट भी एक चुनौती है.

वैल्यूएशन और पीयर तुलना

वैल्यूएशन के आधार पर देखें तो कंपनी का P/E रेशियो FY25 के लिए 310x है, जो काफी महंगा माना जा रहा है. हालांकि, इसका EV/EBITDA रेशियो 6.6x है, जो इसके कुछ बड़े प्रतिस्पर्धियों से थोड़ा सस्ता है. इसकी तुलना Awfis, Smartworks और Indiqube जैसे बड़े प्लेयर्स से की जाती है. स्केल और प्रॉफिटेबिलिटी की दृष्टि से देखें तो DAL अभी शुरुआती स्तर पर है और इन कंपनियों से पीछे नजर आती है.

क्या है SBI Securities की राय?

SBI Securities ने Dev Accelerator IPO को न्यूट्रल रेटिंग दी है. IPO Note में कहा गया है कि कंपनी का बिजनेस मॉडल ग्रोथ-ओरिएंटेड और एसेट-लाइट है. कंपनी ने रेवेन्यू में तेज वृद्धि दिखाई है, लेकिन प्रॉफिटेबिलिटी अभी सीमित है और क्लाइंट तथा जियोग्राफिकल कंसंट्रेशन रिस्क बड़ा फैक्टर है. निवेशकों के लिए यह IPO लंबे समय में दिलचस्प साबित हो सकता है, लेकिन मौजूदा वैल्यूएशन और कम प्रॉफिट मार्जिन इसे एक सतर्क निवेश का मामला बनाते हैं. इन्हीं फैक्टर को ध्यान में रखकर इसे न्यूट्रेल रेट किया गया है.

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डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.


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