Groww IPO: ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ग्रो सेबी को जल्द सौंपेगी DRHP, जानें कब तक आएगा आईपीओ?

Groww की पैरेंट कंपनी Billionbrains Garage Ventures जल्द ही आईपीओ के लिए आवेदन कर सकती है. ग्रो एक स्टॉक मार्केट ब्रोकरेज ऐप है, जो म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार में निवेशक के लिए ऐप के जरिये ब्रोकरेज सेवा देती है.

Groww पिछले दिनों सबसे ज्यादा डीमैट खाते खोलकर सुर्खियों में आई Image Credit: money9live

ऑनलाइन स्टॉक मार्केट ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म ग्रो को संचालित करने वाली कंपनी Billionbrains Garage Ventures जल्द ही आईपीओ के लिए आवेदन कर सकती है. मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी अगले दो सप्ताह के भीतर बाजार नियामक सेबी को आईपीओ के लिए DRHP सौंप सकती है. इसके साथ ही रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ग्रो की तरफ से आईपीओ के जरिये कंपनी के लिए 7-8 अरब डॉलर से ज्यादा का वैल्यूएशन हासिल करना चाहती है. कंपनी की तरफ से आईपीओ की चर्चा तब शुरू हुई है, जब सिंगापुर की एसेट मैनेजमेंट फर्म GIC से पिछले दिनों 7 अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर 15 करोड़ डॉलर की फंडिंग मिली है. यह फंडिंग असल में 25-30 करोड़ के प्री-IPO राउंड का हिस्सा है.

कौनसा रास्ता चुनेगी कंपनी?

पिछले कुछ दिनों में कई कंपनियों की तरफ से कॉन्फिडेंशियल फाइलिंग का रास्ता चुना जा रहा है. इससे कंपनियों को अपने वैल्युएशन के एसेसममेंट में मदद मिलती है. इसके अलावा आईपीओ लाने की बाध्यता भी नहीं रहती है. रिपोर्ट में बताया गया है कि ग्रो भी कॉन्फिडेंशियल फाइलिंग का रास्ता चुन सकती है. खासतौर पर बाजार में जारी उतार-चढ़ाव के बीच कंपनी ने अपने वैल्युएशन की उम्मीदों को धरातल पर रखने का ही फैसला किया है.

कब तक आएगा आईपीओ

आमतौर पर सेबी की तरफ से आईपीओ के लिए डीआरएचपी मिलने के 2-3 महीने के भीतर लैटर ऑफ ऑब्जर्वेशन जारी कर दिया जाता है. वहीं, अगर कंपनी के दस्तावेजों में कोई कमी मिलती है, तो यह समय और बढ़ सकता है. बहरहाल, यह तय नहीं है कि कंपनी आईपीओ कब लेकर आएगी. हालांकि, अगर कंपनी कॉन्फिडेंशियल रूट से आवेदन नहीं करती है, तो जल्द ही इसका खुलासा हो जाएगा कि आईपीओ कब ओपन होगा.

कैसी है ग्रो की वित्तीय स्थिति?

ग्रो ने वित्त वर्ष 2023-24 में 3,145 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू रिपोर्ट किया है. इसके अलावा FY23 के दौरान 1,435 करोड़ रुपये का रेवेन्यू रिपोर्ट किया था. इस तरह कंपनी का रेवेन्यू डबल हुआ है. इसके अलावा ऑपरेशनल प्रॉफिट भी FY 23 के 458 करोड़ से बढ़कर FY 24 में 535 करोड़ हो गया है. ग्रो ने अपना डोमिसाइल अमेरिका के डेलावेयर से बेंगलुरु शिफ्ट किया है. इसके लिए कंपनी को 1,340 करोड़ खर्च करना पड़ा, जिसकी वजह से FY24 में कंपनी को 805 करोड़ का नेट लॉस हुआ है.

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