बुलेट की रफ्तार से सब्‍सक्राइब हो रहा Highway Infra IPO, GMP स्‍पीड में, जानें कौन है 30 साल पुरानी कंपनी का माई-बाप

Highway Infrastructure Ltd का IPO 5 अगस्‍त से सब्‍सक्रिप्‍शन के लिए खुला है, जो 7 अगस्‍त तक खुला रहेगा. बुधवार को इसमें बोली लगाने का दूसरा दिन है. इसे निवेशकों से बंपर रिस्‍पासं मिल रहा है, यही वजह है कि ये 54 गुना से ज्‍यादा सब्‍सक्राइब हो चुका है. इसका GMP भी रॉकेट की तरह उड़ रहा है. तो कब हुई कंपनी की शुरुआत और इसके पीछे किसका है हाथ, जानें डिटेल.

highway infra ipo का सब्‍सक्रिप्‍शन मचा रहा तबाही Image Credit: money9

Highway Infrastructure Ltd IPO: टोल कलेक्शन और इन्फ्रास्ट्रक्चर EPC (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, और कंस्ट्रक्शन) के क्षेत्र में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने वाली कंपनी Highway Infrastructure Ltd का IPO धूम मचा रहा है. निवेशक इसके शेयर खरीदने के लिए टूट पड़े हैं. पॉपुलर कंपनी NSDL के मुकाबले सब्‍सक्रिप्‍शन में यह आईपीओ आगे निकल गया है. पहले दिन यह आईपीओ जहां 28.51 गुना सब्‍सक्राइब हो गया था. वहीं बोली लगाने का सिलसिला दूसरे दिन यानी 6 अगस्‍त को भी जारी है. ये धुंआधार तरीके से आगे बढ़ रहा है. वहीं GMP भी स्‍पीड पकड़ चुका है. ऐसे में समझते हैं कि आखिर इस दिग्‍गज कंपनी का माई-बाप कौन है और कंपनी का फाइनेंशियल कैसा है.

दूसरे दिन कितना हुआ सब्‍सक्राइब?

130 करोड़ रुपये का हाईवे इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड IPO सब्‍सक्रिप्‍शन के मामले में बुलेट की रफ्तार से आगे भाग रहा है. सब्‍सक्रिप्‍शन विंडो खुलने के पहले दिन यानी 5 अगस्‍त तक या आईपीओ 28.51 गुना सब्‍सक्राइब हो चुका था. वहीं 6 अगस्‍त को यह आईपीओ चित्‍तौड़गढ़ वेबसाइट के मुताबिक दोपहर 12:54 बजे तक कुल 54.17 गुना सब्सक्राइब हो चुका है. रिटेल कैटेगरी में इसमें 57.70 गुना बोली लगी है, तो वहीं गैर-संस्थागत निवेशक (NII) कैटेगरी में 68.89 गुना, और क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) कैटेगरी में 5.62 गुना सब्सक्रिप्शन दर्ज किया गया है.

GMP दे रहा तगड़े मुनाफे का इशारा

इंवेस्‍टरगेन के मुताबिक Highway Infrastructure Ltd IPO का GMP 6 अगस्त 2025 की सुबह 11:53 बजे तक ₹38 दर्ज किया गया. ये अपने प्राइस बैंड 70 रुपये के मुकाबले ₹108 पर लिस्‍ट हो सकता है. इसमें प्रति शेयर 54.29% के तगड़े मुनाफे की उम्‍मीद है.

30 साल पहले हुई थी शुरुआत

हाईवे एंटरप्राइजेज की शुरुआत 1995 में एक पार्टनरशिप फर्म के रूप में हुई थी. यह कंपनी 2006 में हाईवे इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के रूप में गठित हुई. वहीं 2018 में ये एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी बन गई. यह कंपनी टोल कलेक्शन, इन्फ्रास्ट्रक्चर EPC, और रियल एस्टेट डेवलपमेंट के क्षेत्र में व्यापक सॉल्‍यूशन मुहैया करती है. कंपनी अत्याधुनिक टोल सिस्टम लागू करती है, जो ट्रैफिक सिस्‍टम को आसान बनाता है. EPC सर्विस में यह हाई क्‍वालिटी इन्फ्रास्ट्रक्चर के डिजाइन, निर्माण, और रखरखाव का काम करती है. यह पर्यावरण-अनुकूल यानी एनवायरमेंट फ्रेंडली प्रोजेक्ट्स पर भी फोकस कर रही है.

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प्रमोटर्स और लीडरशिप

Highway Infrastructure Ltd के मैनेजिंग डायरेक्टर और प्रमोटर अरुण कुमार जैन हैं, जिनके पास इन्फ्रास्ट्रक्चर उद्योग में 31 साल का अनुभव है. वे कंपनी की शुरुआत से ही इसमें बतौर डायरेक्टर जुड़े हैं. उन्‍होंने मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ टेक्निकल एजुकेशन, भोपाल से टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा किया है. वहीं अनूप अग्रवाल कंपनी के होल-टाइम डायरेक्टर और चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर हैं, जो 2006 से कंपनी के साथ हैं. इन्फ्रास्ट्रक्चर में 22 साल का अनुभव रखते हैं.

IPO की डिटेल्स

आर्थिक तौर कितनी मजबूत है कंपनी?

मई 2025 तक कंपनी की कंसोलिडेटेड ऑर्डर बुक 666.3 करोड़ रुपये की थी, जिसमें 90% से ज्‍यादा ऑर्डर टोल और EPC सेगमेंट से आए. कंपनी ने अब तक 27 टोलवे प्रोजेक्ट्स पूरे किए हैं और वर्तमान में चार प्रोजेक्ट ऑपरेट कर रही है, जिसमें दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर ANPR-सक्षम टोलिंग शामिल है.

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