IPO से पहले GMP ने मारी छलांग, 57% लिस्टिंग गेन के संकेत; 5 अगस्त से खुलेगा रियल एस्टेट सेक्टर का ये इश्यू
Highway Infrastructure Ltd. का IPO 5 अगस्त को खुलने जा रहा है, जिसमें कंपनी 130 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. टोल कलेक्शन और EPC प्रोजेक्ट्स में अनुभव रखने वाली यह कंपनी ग्रे मार्केट में भी शानदार प्रदर्शन कर रही है. जानिए GMP, इश्यू डिटेल्स, फाइनेंशियल रिपोर्ट और संभावित मुनाफा एक ही जगह.
Highway Infrastructure IPO GMP Surge: प्राइमरी मार्केट का माहौल गुलजार हुआ पड़ा है. पुराने खत्म नहीं हो रहे कि नए इश्यू की लाइन लग जा रही है. इसी कड़ी में मेनबोर्ड सेगमेंट में एक कंपनी है जिसका इश्यू मंगलवार, 5 अगस्त को खुलने वाला है. नाम है, Highway Infrastructure. अगर आप किसी आईपीओ में दांव लगाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो ये खबर आपके लिए काम की है. मध्य प्रदेश स्थित टोलवे ऑपरेटर और ईपीसी इंफ्रा सर्विस प्रोवाइडर इंफ्रास्ट्रक्चर का IPO खुलने को तैयार है. IPO खुलने से पहले ही यह इश्यू का ग्रे मार्केट में तहलका मचा रहा है. इसकी जीएमपी दमदार लिस्टिंग के संकेत दे रही है. आइए इस इश्यू के बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं.
क्या है IPO की जानकारी?
Highway Infrastructure का IPO 5 अगस्त को खुलेगा और 7 अगस्त को बंद हो जाएगा. इश्यू के जरिये कंपनी 130 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. इसमें फ्रेश और ऑफर फॉर सेल- दोनों ही शामिल है. 97.52 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू है वहीं 32.48 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल है. इश्यू के लिए कंपनी ने 65 रुपये से 70 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है. आईपीओ के एक लॉट में 211 शेयर होंगे जिसमें दांव लगाने के लिए निवेशकों को कम से कम 14,770 रुपये खर्च करने पड़ेंगे. इसकी लिस्टिंग 12 अगस्त को BSE NSE पर होने की संभावना है. वहीं शेयरों का अलॉटमेंट 8 अगस्त तक फाइनल हो सकता है. इसमें रिटेल निवेशक अधिकतम 13 लॉट खरीद सकते हैं जिसकी कीमत 1,92,010 रुपये है.
विवरण | जानकारी |
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IPO ओपन डेट | 5 अगस्त 2025 |
IPO क्लोज डेट | 7 अगस्त 2025 |
कुल इश्यू साइज | ₹130 करोड़ |
फ्रेश इश्यू | ₹97.52 करोड़ |
ऑफर फॉर सेल (OFS) | ₹32.48 करोड़ |
प्राइस बैंड | ₹65 – ₹70 प्रति शेयर |
एक लॉट में शेयर | 211 शेयर |
न्यूनतम निवेश | ₹14,770 |
क्या है GMP के संकेत?
हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर आईपीओ के जीएमपी में लगातार रैली आ रही है. 26 जुलाई से शुरू हुए इस पैटर्न में इश्यू का जीएमपी 25 रुपये था. 2 अगस्त की शाम 08 बजे तक वह बढ़कर 40 रुपये पर आ गया. यानी लिस्टिंग के साथ निवेशकों को 57.14 फीसदी का मुनाफा हो सकता है. जीएमपी की मानें तो इसकी लिस्टिंग तय प्राइस बैंड (65 रुपये से 70 रुपये) से तेजी के साथ 110 रुपये पर हो सकती है. यानी निवेशकों को प्रति लॉट 8440 रुपये का मुनाफा संभव है. हालांकि जीएमपी पर पूरी तरह से भरोसा नहीं किया जा सकता है.
कैसी है वित्तीय स्थिति?
Highway Infrastructure Ltd. की वित्तीय रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च 2025 को खत्म हुए साल में कंपनी की कुल आय 504.48 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल 576.58 करोड़ रुपये के मुकाबले 13 फीसदी कम है. हालांकि, कंपनी का मुनाफा थोड़ा बढ़कर 22.40 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछली बार 21.41 करोड़ रुपये था. EBITDA 31.32 करोड़ रुपये रहा, जबकि नेट वर्थ 117.72 करोड़ रुपये तक पहुंच गई. कंपनी के पास 231.56 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति और 83.90 करोड़ रुपये का रिजर्व है. उधारी भी थोड़ी बढ़कर 71.82 करोड़ रुपये हुई, जो पहले 69.62 करोड़ रुपये थी. यानी आय में गिरावट के बावजूद मुनाफा और संपत्ति में सुधार हुआ है.
वित्तीय पैरामीटर | FY 2025 | FY 2024 | FY 2023 |
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कुल आय (₹ करोड़) | 504.48 | 576.58 | 456.83 |
PAT (मुनाफा) (₹ करोड़) | 22.40 | 21.41 | 13.80 |
EBITDA (₹ करोड़) | 31.32 | 38.44 | 27.69 |
नेट वर्थ (₹ करोड़) | 117.72 | 100.19 | 74.81 |
कुल संपत्ति (₹ करोड़) | 231.56 | 202.63 | 156.59 |
रिजर्व (₹ करोड़) | 83.90 | 83.49 | 64.44 |
कुल उधारी (₹ करोड़) | 71.82 | 69.62 | 63.36 |
क्या करती है कंपनी?
Highway Infrastructure Ltd. (HIL) की शुरुआत 1995 में हुई थी. एक इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी है जो टोल वसूली, EPC प्रोजेक्ट्स (सड़क, पुल, भवन, सिंचाई आदि) और रियल एस्टेट कामों में लगी है. कंपनी की सबसे बड़ी कमाई टोल कलेक्शन से होती है, इसके बाद EPC प्रोजेक्ट्स से. HIL दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे जैसे प्रोजेक्ट्स पर ANPR तकनीक से टोल वसूलती है और 11 राज्यों में काम कर चुकी है. कंपनी के पास 666.31 करोड़ रुपये का ऑर्डर बुक है. यह टोल और EPC प्रोजेक्ट्स के लिए बैंक गारंटी लेती है जिसमें फिक्स्ड डिपॉजिट मार्जिन देना पड़ता है. कंपनी कई सरकारी योजनाओं में भी काम कर चुकी है जैसे PMAY, PMGSY और जल जीवन मिशन.
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डिस्क्लेमर: इस खबर में GMP संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.