NSDL से 129 गुना ज्यादा सब्सक्राइब हुआ था CDSL, लिस्टिंग के दिन 68% की हुई थी कमाई, अब है दूसरे की बारी; देखें डिटेल

CDSL ने 2017 में IPO लाकर निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया था. वहीं NSDL का 2025 का इश्यू भी जबरदस्त सब्सक्रिप्शन के साथ चर्चा में है. जानिए दोनों डिपॉजिटरी दिग्गजों के IPO, रिटर्न, लिस्टिंग और ग्रे मार्केट प्रीमियम (NSDL) से जुड़ी पूरी कहानी. कौन निवेशकों के लिए होने वाला है फायदे का सौदा?

NSDL का आईपीओ बनाम CDSL का आईपीओ Image Credit: @Canva/Money9live

NSDL IPO vs CDSL IPO: भारत में जब भी डिपॉजिटरी की बात होती है तो दो नाम सबसे पहले आते हैं- CDSL यानी Central Depository Services Limited और NSDL यानी National Securities Depository Limited. ये दोनों कंपनियां शेयर बाजार के पीछे काम करती हैं और निवेशकों के डिमैट अकाउंट में शेयर, म्यूचुअल फंड्स, बॉन्ड्स और दूसरे निवेश डिजिटल रूप में सेफ रखती हैं. इन दोनों कंपनियों ने पब्लिक से पैसे जुटाने के लिए अपना-अपना IPO लॉन्च किया यानी आम निवेशकों को कंपनी के शेयर खरीदने का मौका दिया था.

हालांकि, NSDL फिलहाल प्राइमरी मार्केट वाले फेज में ही है. लेकिन, दोनों इश्यू के आईपीओ के लिए जारी किए गए जानकारियों के आधार पर इनके बारे में विस्तार से जानने और समझने की कोशिश करते हैं. कैसा था CDSL का आईपीओ, कितने का इश्यू, कैसी लिस्टिंग, कैसा रहा रिटर्न वहीं इसके सामने NSDL के इश्यू की क्या है मौजूदा स्थिति. क्या है इश्यू साइज और लिस्टिंग के GMP संकेत.

CDSL का IPO (साल 2017)

CDSL का IPO 19 जून, 2017 को खुला और 21 जून, 20217 को बंद हो गया था. इश्यू के जरिये कंपनी 524 करोड़ रुपये जुटाना चाहती थी. यह पूरा इश्यू ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिये जारी किया गया था. कंपनी ने आईपीओ का इश्यू प्राइस 149 रुपये तय किया था. जिसका फेस वैल्यू 10 रुपये था. इश्यू में निवेश करने के लिए निवेशकों को 100 शेयर वाले एक लॉट की खरीदारी करनी पड़ी थी जिसकी कीमत 14,900 रुपये था. इसमें, रिटेल निवेशकों के लिए 34.3 फीसदी का हिस्सा रिजर्व था.

CDSL का IPO लाने का मकसद कंपनी को शेयर बाजार में लिस्ट करना था. लिस्टिंग के कुछ समय बाद ही इसके शेयरों में जबरदस्त तेजी आई और ये स्टॉक धीरे-धीरे मल्टीबैगर बन गया. 2017 से अब तक इसके शेयरों का भाव 1,083.04 फीसदी तक चढ़ चुका है. यानी उस वक्त अगर किसी निवेशक ने पैसे लगाए होते तो आज उसे प्रति शेयर 1,353.80 रुपये का मुनाफा होता.

कैसी हुई थी लिस्टिंग?

CDSL की लिस्टिंग उसके प्राइस बैंड के मुकाबले 68 फीसदी के प्रीमियम पर हुई थी. यानी 149 रुपये वाले इश्यू प्राइस के मुकाबले CDSL की लिस्टिंग 250 रुपये पर हुई थी. लिस्टिंग के साथ ही निवेशकों को प्रति शेयर 101 रुपये का मुनाफा हुआ था.

कितना किया गया था सब्स्क्राइब?

तीन दिनों में सीडीएसएल को निवेशकों की ओर से कुल 170.16 गुना सब्स्क्राइब किया गया था. इसमें सबसे बड़ी हिस्सेदारी क्वालिफाइड बायर्स की थी. उन्होंने 148.71 गुना दांव लगाया था. वहीं रिटेल निवेशकों की ओर से कुल 23.83 गुना दांव लगा था. देखें टेबल

निवेशक श्रेणीसब्सक्रिप्शन (गुना)ऑफर किए गए शेयरमांगे गए शेयरकुल राशि
क्वालिफाइड संस्थागत निवेशक (QIB)148.71 गुना68,93,4421,02,51,55,600₹15,274.82 करोड़
गैर-संस्थागत निवेशक (NII)563.03 गुना51,70,0812,91,08,88,600₹43,372.24 करोड़
रिटेल निवेशक23.83 गुना1,20,63,52328,74,53,200₹4,283.05 करोड़
कर्मचारी1.46 गुना7,00,00010,19,800₹15.20 करोड़
कुल170.16 गुना2,48,27,0464,22,45,17,200₹62,945.31 करोड़

NSDL का IPO (साल 2025)

CDSL के आईपीओ के 8 साल बाद, NSDL भी शेयर बाजार में लिस्ट होने की पूरी तैयारी कर चुका है. NSDL का आईपीओ 30 जुलाई को खुला और शुक्रवार, 1 अगस्त को बंद हो गया. इश्यू की लिस्टिंग BSE पर बुधवार, 6 अगस्त को होने की उम्मीद है. आईपीओ के लिए कंपनी ने 760 रुपये से 800 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है. जिसका फेस वैल्यू 2 रुपये प्रति शेयर है.

IPO के जरिये कंपनी 4,011.60 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. यह पूरा इश्यू ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिये जारी किया गया है. इसमें निवेश करने के लिए निवेशकों ने 18 शेयर वाले एक लॉट के लिए बोली लगाई है जिसकी कीमत 14,400 रुपये है. NSDL को लेकर निवेशकों की दिलचस्पी जबरदस्त रही. तीसरे दिन तक इसका IPO 41 गुना ओवरसब्सक्राइब हो चुका था. देखें टेबल-

निवेशक श्रेणीसब्सक्रिप्शन (गुना)ऑफर किए गए शेयरमांगे गए शेयरकुल राशि
एंकर निवेशक (Anchor Investors)1.00 गुना1,50,17,9991,50,17,999₹1,201.44 करोड़
क्वालिफाइड संस्थागत निवेशक (QIB)103.97 गुना1,00,12,0001,04,09,16,654₹83,273.33 करोड़
गैर-संस्थागत निवेशक (NII)34.98 गुना75,09,00126,26,54,614₹21,012.37 करोड़
रिटेल निवेशक7.76 गुना1,75,21,00113,59,55,530₹10,876.44 करोड़
कर्मचारी15.39 गुना85,00013,07,970₹104.64 करोड़
कुल41.02 गुना3,51,27,0021,44,08,34,768₹1,15,266.78 करोड़
  • QIB (क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स): 103 गुना
  • NII (हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स): 35 गुना
  • रिटेल निवेशक: 7.76 गुना

इससे ये साफ है कि निवेशक NSDL पर भरोसा जता रहे हैं और लंबी अवधि के लिए इसे एक मजबूत कंपनी मान रहे हैं.

एक नजर में जानें दोनों इश्यू के बारे में

इंडेक्सCDSLNSDL
स्थापना19991996
सब्सिडियरी किसकीBSEपहले UTI, अब स्वतंत्र
लिस्टिंगNSE (2017)BSE (2025)
IPO साइज₹524 करोड़₹4,011.60 करोड़
लॉट साइज100 शेयर18 शेयर
फेस वैल्यू₹10₹2
इश्यू प्राइस₹149₹760-₹800
रिटर्न (अब तक)6-7 गुना से ज्यादालिस्टिंग के बाद तय होगा
मार्केट शेयरदूसरी सबसे बड़ीभारत की सबसे बड़ी डिपॉजिटरी

दोनों IPO ने निवेशकों को क्या दिया?

CDSL के IPO ने यह साबित कर दिया कि भारत की डिपॉजिटरी कंपनियां मजबूत, स्थिर और भरोसेमंद निवेश विकल्प हो सकती हैं. 2017 में CDSL ने जो शुरू किया, वह आज तक निवेशकों को लगातार रिटर्न देता आ रहा है. अब NSDL की बारी है. कंपनी का ट्रैक रिकॉर्ड मजबूत है और टेक्नोलॉजी में भी यह आगे है. इसके पास करोड़ों डिमैट अकाउंट हैं और यह भारत में सबसे ज्यादा वैल्यू वाली डिपॉजिटरी है.

IPO के प्रति निवेशकों का उत्साह देखकर ये लगता है कि NSDL भी CDSL की तरह अच्छा प्रदर्शन कर सकती है. NSDL के इश्यू को लेकर SBI Securities और Axis Capital ने भी आईपीओ नोट जारी किया था. उसमें ब्रोकरेज ने कंपनी के रेवेन्यू और प्रॉफिट में लगातार हो रहे इजाफा को पॉजिटिव साइन के तौर पर चिन्हित किया था. इसे इतर, पिछले तीन सालों में कंपनी का रेवेन्यू 1,022 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,402.1 करोड़ रुपये हो गया.

क्या है NSDL के लिस्टिंग गेन के संकेत?

NSDL का आईपीओ ग्रे मार्केट में धूम मचा रहा है. मौजूदा संकेतों की मानें तो कंपनी की लिस्टिंग के साथ निवेशकों को प्रति शेयर 125 रुपये का मुनाफा हो सकता है. यानी कंपनी की लिस्टिंग तय प्राइस बैंड (800 रुपये) से 15.62 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 925 रुपये पर हो सकती है.

मालूम हो कि इश्यू के जीएमपी में पिछल दो दिनों की गिरावट के बाद बढ़ोतरी हुई है. 31 जुलाई को इश्यू का जीएमपी जहां 135 से गिरकर 134 पर आ गया था. अगले दिन यानी 1 अगस्त को यह और गिरकर 118 रुपये पर आ गया था. लेकिन शनिवार, 2 अगस्त को इसमें बढ़ोतरी हुई जिसके बाद यह 125 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. हालांकि, लिस्टिंग को अभी कुछ दिन बचे हुए हैं, देखना होगा कि जीएमपी में कितना बदलाव आ रहा है.

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डिस्क्लेमर: इस खबर में GMP संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.