Meesho, Aequs या Vidya Wires: किस IPO में सबसे ज्यादा लिस्टिंग गेन की संभावना, क्या कह रहा GMP?

Meesho, Aequs और Vidya Wires के इश्यूज 10 दिसम्बर को बाजार में लिस्ट होने जा रहे हैं. GMP के हिसाब से देखें, तो Meesho 38% के साथ सबसे आगे, Aequs 28% पर बैलेंस्ड पोटेंशियल दिखा रहा, जबकि Vidya Wires 8% GMP के साथ सबसे पीछे है. हालांकि, सब्सक्रिप्शन, फंडामेंटल्स और मार्केट मूमेंटम के आधार पर कौन देगा सबसे बेहतर लिस्टिंग रिटर्न, यहां पढें पूरा विश्लेषण.

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कल तीन बड़े IPO एक साथ बाजार में कदम रखने जा रहे हैं और निवेशकों के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि लिस्टिंग डे पर सबसे ज्यादा रिटर्न कहां से मिल सकता है. ग्रे मार्केट प्रीमियम के आधार पर Meesho 38 फीसदी के साथ सबसे आगे है, जबकि Aequs 28 फीसदी पर संतुलित उत्साह दिखा रहा है. Vidya Wires सिर्फ 8 फीसदी GMP पर है, जो लिमिटेड लिस्टिंग मोमेंटम की ओर इशारा करता है. हालांकि GMP गारंटी नहीं होता, लेकिन यह मार्केट सेंटीमेंट, डिमांड और शुरुआती निवेशक रुचि को काफी हद तक दर्शाता है.

Meesho IPO: हाई-ग्रोथ इंटरनेट बिजनेस से उत्साह

Meesho का IPO तीनों में सबसे बड़ा और सबसे ज्यादा चर्चा में रहा. 5,421 करोड़ रुपये के इस इश्यू को लेकर निवेशकों में व्यापक उत्सुकता देखी गई. खासतौर पर कंपनी का विशाल यूजरबेस और इंटरनेट-ड्रिवन ग्रोथ स्टोरी चर्चा में है. FY 2025 में Meesho के पास 23.42 करोड़ एनुअल ट्रांजैक्टिंग यूजर्स और 183.4 करोड़ ऑर्डर्स का रिकॉर्ड रहा, जो भारत के ई-कॉमर्स इकोसिस्टम में इसकी मजबूत पकड़ दिखाता है.

कंपनी ने FY25 में 9,901 करोड़ रुपये की आय दर्ज की, हालांकि नुकसान 3,942 करोड़ का रहा. लेकिन, फ्री कैश फ्लो में सुधार और कॉंट्रिब्यूशन मार्जिन मजबूत होने के बावजूद बाजार अब भी इस बात को लेकर बंटा हुआ है कि Meesho का यह टर्नअराउंड कितनी स्थिरता के साथ जारी रह पाएगा. इसके बावजूद ब्रांड वैल्यू, स्केल और हाई-ग्रोथ नैरेटिव ने स्पेकुलेटिव इंटरेस्ट को काफी बढ़ाया है. यही वजह है कि Meesho को कल की लिस्टिंग के लिए सबसे ज्यादा GMP सपोर्ट मिल रहा है.

Aequs IPO: मजबूत कहानी और स्थिर विजिबिलिटी

Aequs एक बिल्कुल अलग कैटेगरी की कंपनी है. यह हाई-प्रिसिजन एयरोस्पेस मैन्युफैक्चरिंग पर केंद्रित है. 922 करोड़ रुपये का यह इश्यू आकार में भले छोटा हो, लेकिन सेक्टोरल पोजिशनिंग और ऑर्डर बुक इसे निवेशकों के लिए बेहद आकर्षक बनाती है. कंपनी ग्लोबल एयरक्राफ्ट प्रोग्राम्स को स्ट्रक्चरल, लैंडिंग, कार्गो और ऐक्ट्यूएशन पार्ट्स सप्लाई करती है और सितंबर 2025 तक 5,000 से ज्यादा कंपोनेंट्स का प्रोडक्शन कर चुकी है.

इस बिजनेस का कैपिटल-इंटेंसिव होना इसकी सबसे बड़ी चुनौती भी है और सबसे बड़ा प्लस पॉइंट भी, खासकर तब जब Aequs IPO की मदद से 433 करोड़ रुपये का कर्ज कम करने जा रही है. कर्ज घटने से बैलेंस शीट हल्की होगी और कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी विजिबिलिटी अगले 12 से 24 महीनों में काफी बेहतर हो सकती है. ब्रोकरों की रिपोर्टें भी Aequs को लेकर उत्साहित हैं. कई विश्लेषकों का मानना है कि यह IPO लिस्टिंग डे पर भी अच्छा प्रदर्शन करेगा और लंबी अवधि में भी स्टेबल रिटर्न दे सकता है. GMP में इसका 28 फीसदी प्रीमियम इस संतुलित सकारात्मकता को दर्शाता है.

Vidya Wires IPO: मजबूत फंडामेंटल

Vidya Wires का IPO इस लिस्ट में सबसे पारंपरिक और स्थिर बिजनेस मॉडल पेश करता है. 300 करोड़ का यह इश्यू कॉपर कंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग पर आधारित है और ABB, Siemens तथा Crompton जैसे नामी ब्रांडों को सप्लाई करता है. वित्त वर्ष 2025 में कंपनी ने Rs 1,491.45 करोड़ का राजस्व और Rs 40.87 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया, जबकि इसका ROE लगभग 25 फीसदी रहा. यह आंकड़े कंपनी की मजबूत ऑपरेटिंग मैट्रिक्स दिखाते हैं.

हालांकि बाजार की नजरें सिर्फ फंडामेंटल्स पर नहीं टिकतीं. निवेशक आमतौर पर ऐसे IPO में तेज ग्रोथ कैटलिस्ट या हाई-विजिबिलिटी ट्रिगर भी ढूंढते हैं, जो Vidya Wires में फिलहाल सीमित हैं. कंपनी की विस्तार योजनाएं भविष्य में मुनाफे को बढ़ा सकती हैं, लेकिन शुरुआती लिस्टिंग में यह स्टॉक उतना तेज प्रदर्शन करने की स्थिति में नहीं दिखता. सिर्फ 8 फीसदी GMP बाजार की इसी सतर्क भावना का संकेत है.

कल कौन देगा सबसे बेहतर Listing Return?

अगर बात सिर्फ GMP-आधारित तेज लिस्टिंग पॉप की की जाए तो Meesho स्पष्ट रूप से सबसे आगे है और निवेशकों की शुरुआती मांग इसे मजबूत ओपनिंग दे सकती है. लेकिन अगर निवेशक लिस्टिंग डे के साथ-साथ पोस्ट-लिस्टिंग स्थिरता और फंडामेंटल विजिबिलिटी को भी महत्व देते हैं तो Aequs सबसे संतुलित विकल्प के रूप में उभरता है.

Vidya Wires अपने मजबूत वित्तीय आधार के बावजूद लिस्टिंग डे पर अन्य दो IPO की तुलना में कमजोर प्रदर्शन कर सकता है, जब तक कि बाजार की भावना अचानक उससे तेज समर्थन न दिखाए. इस तरह मूल्यांकन में Meesho सबसे मजबूत लिस्टिंग पोटेंशियल वाला IPO माना जा सकता है, जबकि Aequs लिस्टिंग और आगे की यात्रा दोनों के लिहाज से स्थिर विकल्प है. Vidya Wires एक साउंड लेकिन लो-मोमेंटम स्टोरी है, जहां निवेशकों को सीमित लिस्टिंग गेन की ही उम्मीद करनी चाहिए.

डिस्क्लेमर: इस खबर में GMP से संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.