बाजार में जल्‍द दस्‍तक देंगे निवा बुपा हेल्‍थ और पारस हेल्‍थकेयर के आईपीओ, सेबी से मिली मंजूरी

दो प्रमुख कंपनिया जल्द अपने आईपीओ के जरिए बाजार में निवेश का बड़ा अवसर पेश करेंगी. जानिए किन कंपनियों को सेबी से मिली मंजूरी...

बाजार में जल्‍द दस्‍तक देंगे निवा बुपा हेल्‍थ के आईपीओ Image Credit: Niva Bupa Website

नीवा बुपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी और पारस हेल्थकेयर ने हाल के दिनों में बाजार में अपना आईपीओ लाने के लिए सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) में कागज दाखिल किए थे. सेबी ने अब एक बयान जारी कर जानकारी दी है कि उन्होंने दोनों कंपनी के आईपीओ को बाजार में लाने के लिए मंजूरी दे दी है.

नीवा बुपा हेल्थ इंश्योरेंस का आईपीओ

नीवा बुपा हेल्थ इंश्योरेंस ने 29 जून को अपने आईपीओ के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया था. कंपनी आईपीओ के जरिए 3,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है. कंपनी के आईपीओ में 800 करोड़ रुपये की नई इक्विटी शेयरों की पेशकश की जाएगी, जबकि 2,200 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (OFS) होगा.

ओएफएस के तहत प्रमोटर बुपा सिंगापुर होल्डिंग्स Pte 320 करोड़ रुपये के शेयर बेचेंगे और निवेशक फेटल टोन LLP 1,880 करोड़ रुपये के शेयर बेचेंगे. नीवा बुपा हेल्थ इंश्योरेंस, यूके आधारित हेल्थकेयर कंपनी बुपा ग्रुप और फेटल टोन LLP के बीच एक जॉइंट वेंचर है.

DRHP के रिपोर्ट के मुताबिक, बुपा सिंगापुर होल्डिंग्स Pte के पास नीवा बुपा में 62.27 प्रतिशत हिस्सेदारी है जबकि फेटल टोन LLP की 27.86 प्रतिशत हिस्सेदारी है. आईपीओ से जुटाई गई नई राशि का इस्तेमाल कंपनी अपनी पूंजी को बढ़ाने और सॉल्वेंसी स्तर को मजबूत करने के लिए करेगी. इसके साथ ही बाकी बचे पैसों को कंपनी के विकास कार्य में लगाया जाएगा.

पारस हेल्थकेयर का आईपीओ

पारस हेल्थकेयर ने 31 जुलाई को अपने आईपीओ के पेपर्स दाखिल किए थे. इस आईपीओ में 400 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे और 1.49 करोड़ इक्विटी शेयर ऑफर फॉर सेल के रूप में बेचे जाएंगे. ओएफएस के तहत प्रमोटर धर्मिंदर कुमार नागर 29.28 लाख शेयर और निवेशक कॉमेलीना 1.2 करोड़ शेयर बेचेंगे.

धर्मिंदर कुमार नागर के पास कंपनी की 75.32 प्रतिशत हिस्सेदारी है वहीं ग्लोबल प्राइवेट इक्विटी फर्म क्रिएडर की सहायक कॉमेलीना 24.68 प्रतिशत हिस्सेदारी रखती हैं. पारस हेल्थकेयर वर्तमान में आठ अस्पताल संचालित करता है. यह हॉस्पिटल पांच राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में 2,135 बेड के साथ काम कर रहे हैं.

आईपीओ से जुटाई गई 300 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कंपनी अपने कर्ज को चुकाने के लिए करेगी, जबकि बचे हुए रुपए का इस्तेमाल कंपनी के विकास के लिए किया जाएगा.

आईपीओ मैनेजर्स

नीवा बुपा हेल्थ इंश्योरेंस के आईपीओ को संभालने वाले बुक रनिंग लीड मैनेजर्स में ICICI सिक्योरिटीज, मॉर्गन स्टेनली इंडिया, कोटक महिंद्रा कैपिटल, एक्सिस कैपिटल, एचडीएफसी बैंक और मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स शामिल हैं. वहीं, पारस हेल्थकेयर के आईपीओ के लिए ICICI सिक्योरिटीज, IIFL सिक्योरिटीज और मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स को नियुक्त किया गया है.