IPO खुलने से पहले ही स्विगी पर टूट पड़े निवेशक, ताबड़तोड़ हुआ सबस्क्राइब
स्विगी के आईपीओ में घरेलू और विदेशी, दोनों तरह के निवेशक खूब दिलचस्पी दिखा रहे हैं. एंकर बुक का सब्सक्रिप्शन इसी ओर इशारा कर रहा है. स्विगी आईपीओ के एंकर बुक का आकार 600 मिलियन डॉलर तय किया गया है. एंकर बुक को मिल रही जबरदस्त प्रतिक्रिया क्विक कॉमर्स के क्षेत्र में, इंस्टामार्ट और इसकी लॉन्ग टर्म ग्रोथ में बढ़ती संभावनाओं की ओर संकेत कर रही है.
फूड और ग्रॉसरी डिलीवरी कंपनी स्विगी के आईपीओ की धमाकेदार शुरुआत हुई है. 11,300 करोड़ रुपये के इस आईपीओ के एंकर बुक में घरेलू और विदेशी निवेशक खूब दिलचस्पी दिखा रहे हैं. स्विगी आईपीओ के एंकर बुक का आकार 600 मिलियन डॉलर तय किया गया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार इस आईपीओ के एंकर बुक के लिए 14 बिलियन डॉलर की बोलियां प्राप्त हुई हैं. इसका मतलब है कि स्विगी का एंकर बुक कुल 25 गुना ज्यादा सब्सक्राइब हुआ है.
प्रमुख निवेशक कौन-कौन हैं
एंकर बुक को मिल रही जबरदस्त प्रतिक्रिया और धमाकेदार बोली क्विक कॉमर्स के क्षेत्र में, इंस्टामार्ट और इसकी लॉन्ग टर्म ग्रोथ में बढ़ती संभावनाओं की ओर इशारा कर रही हैं. स्विगी ग्रुप के सीईओ श्रीहर्ष मजेटी ने बुधवार को ईटी को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि क्विक कॉमर्स उसका फूड डिलीवरी कारोबार से भी बड़ा हो सकता है. इस आईपीओ के प्रमुख विदेशी निवेशकों में फिडेलिटी, कैपिटल ग्रुप और नॉर्जेस बैंक इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट शामिल हैं.
कब खुलेगा एंकर बुक
स्विगी आईपीओ का एंकर बुक 5 नवंबर को ओपन हो रहा है. मंगलवार को स्विगी ने अपने 11,300 करोड़ के आईपीओ के लिए सेबी के पास रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP) जमा किया था. इसका प्राइस बैंड 371-390 रुपये तय किया गया है.
इसके अलावा, कंपनी ने फ्रेश इश्यू की लिमिट भी बढ़ा दी है. बेंगलुरु में स्थित इस फूड और ग्रॉसरी डिलीवरी कंपनी ने फ्रेश इश्यू की लिमिट को 3,750 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 4,499 करोड़ रुपये कर दिया है. साथ ही अब कंपनी ओएफएस में 175.1 मिलियन शेयर बेचेगी, जबकि पहले कंपनी की योजना 185.3 मिलियन शेयर बेचने की थी.
स्विगी का कारोबार
स्विगी की शुरुआत 2014 में हुई थी. भारत में यह करीब 2 लाख से ज्यादा रेस्टोरेंट के साथ पार्टनर है, और क्विक कॉमर्स के क्षेत्र में इसका मुकाबला ब्लिंकिट, जेप्टो और बिगबास्केट से है. स्विगी की पहचान फूड डिलीवरी के रूप में हुई, और अब क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म इंस्टामार्ट के माध्यम से ग्रॉसरी डिलीवरी का काम भी करती है.