ETF मार्केट ने रचा इतिहास, AUM 10 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंचा; ट्रेडिंग वॉल्यूम में सात गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी

भारत के एक्सचेंज ट्रेडेड फंड यानी ETF बाजार ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए AUM 10 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लिया है. Zerodha Fund House के मुताबिक, बीते तीन वर्षों में ETF इंडस्ट्री का AUM दोगुना हुआ है, जबकि ट्रेडिंग वॉल्यूम सात गुना से ज्यादा बढ़ा है. वित्त वर्ष 2024-25 में ETF ट्रेडिंग वॉल्यूम 3.83 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया.

ईटीएफ मार्केट Image Credit: canva

ETF market India: भारत के एक्सचेंज ट्रेडेड फंड यानी ETF बाजार ने एक बड़ा मील का पत्थर हासिल कर लिया है. अक्टूबर 2025 तक देश में ETF इंडस्ट्री का कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट यानी AUM 10 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है. यह जानकारी Zerodha Fund House ने साझा की है. बीते तीन वर्षों में ETF इंडस्ट्री का AUM दोगुना होना इस बात का संकेत है कि निवेशक तेजी से कम लागत, पारदर्शी और आसान निवेश विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं.

ट्रेडिंग वॉल्यूम में सात गुना से ज्यादा की तेजी

ETF बाजार में ग्रोथ सिर्फ AUM तक सीमित नहीं रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रेडिंग एक्टिविटी में भी जोरदार उछाल देखने को मिला है. वित्त वर्ष 2019-20 में जहां ETF का कुल ट्रेडिंग वॉल्यूम करीब 51,000 करोड़ रुपये था, वहीं वित्त वर्ष 2024-25 में यह बढ़कर 3.83 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया. यानी पांच साल से भी कम समय में सात गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.

चालू वित्त वर्ष 2025-26 में भी यह रफ्तार बनी हुई है. केवल पहले छह महीनों में ही ETF ट्रेडिंग वॉल्यूम 3.2 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है, जो लगभग पूरे पिछले वित्त वर्ष के बराबर है. फंड हाउस के मुताबिक, बढ़ती लिक्विडिटी के चलते बाय और सेल स्प्रेड पहले से कम हुए हैं, जिससे प्राइस डिस्कवर बेहतर हुई है और ट्रेड एग्जीक्यूशन ज्यादा स्मूथ हुआ है.

रिटेल निवेशकों की भागीदारी ने दी मजबूती

ETF ग्रोथ के पीछे रिटेल निवेशकों की बढ़ती भागीदारी अहम भूमिका निभा रही है. पिछले पांच वर्षों में ETF निवेशक अकाउंट्स की संख्या आठ गुना से ज्यादा बढ़ी है. नवंबर 2020 में जहां ETF अकाउंट्स करीब 41 लाख थे, वहीं नवंबर 2025 तक यह आंकड़ा 3 करोड़ के पार पहुंच चुका है. डिजिटल निवेश प्लेटफॉर्म्स, आसान ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया और बढ़ती फाइनेंशियल अवेयरनेस ने ETF को आम निवेशकों के बीच तेजी से लोकप्रिय बना दिया है.

इक्विटी ETF आगे, लेकिन गोल्ड-सिल्वर में बढ़ रही दिलचस्पी

सेगमेंट के लिहाज से देखें तो इक्विटी ETF अभी भी सबसे आगे हैं. पिछले 12 महीनों में जुड़े नए फोलियो में से करीब 25 लाख सिर्फ इक्विटी ETF से आए हैं. हालांकि निवेशकों का झुकाव अब धीरे-धीरे Diversification की ओर भी बढ़ रहा है. नवंबर 2025 तक गोल्ड और सिल्वर ETF मिलकर कुल ETF AUM का करीब 15 फीसदी हिस्सा बन चुके हैं.

बीते एक साल में Gold ETF का AUM दोगुना होकर 1 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है, जबकि Silver ETF का AUM चार गुना बढ़कर 49,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है. यह ट्रेंड दिखाता है कि निवेशक पोर्टफोलियो में स्थिरता और जोखिम संतुलन के लिए इनको को प्राथमिकता दे रहे हैं.

यह भी पढ़ें: 5 साल में 111844% का जबरदस्त रिटर्न, ₹1 लाख बने ₹10 करोड़; इस स्टॉक ने निवेशकों की कराई ताबड़तोड़ कमाई