अगस्त में इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश 22% घटकर 33430 करोड़ पर आया, जानें- कहां हुई सबसे अधिक निकासी
Mutual Fund Inflows: 1 सब कैटेगरीज में, फ्लेक्सी कैप फंड्स में सबसे अधिक 7,679 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, इसके बाद मिडकैप फंड्स में 5,330 करोड़ रुपये का निवेश हुआ. वहीं, स्मॉलकैप फंड्स में 4,992 करोड़ रुपये का निवेश हुआ. अगस्त में डेट म्यूचुअल फंड्स में 7,979 करोड़ रुपये की निकासी हुई.
Mutual Fund Inflows: अगस्त में इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश 22 फीसदी घटकर 33,430 करोड़ रुपये रह गया, जो जुलाई में 42,702 करोड़ रुपये था. अगस्त 2024 में निवेश 38,239 करोड़ रुपये था. 11 सब कैटेगरीज में, फ्लेक्सी कैप फंड्स में सबसे अधिक 7,679 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, इसके बाद मिडकैप फंड्स में 5,330 करोड़ रुपये का निवेश हुआ. वहीं, स्मॉलकैप फंड्स में 4,992 करोड़ रुपये का निवेश हुआ. सेक्टोरल और थीमैटिक म्यूचुअल फंड्स में कुल 3,893 करोड़ रुपये का निवेश हुआ. ईएलएसएस या टैक्स-सेविंग फंड्स ने अगस्त में पॉजिटिव रुख अपनाया है, जहां लगातार चार महीनों तक निकासी के बाद 59.15 करोड़ रुपये का निवेश हुआ. डिविडेंड यील्ड फंड में अगस्त में 174 करोड़ रुपये की निकासी हुई.
मंथली आधार पर, लार्जकैप फंड, मिडकैप फंड और फ्लेक्सीकैप फंड को छोड़कर अधिकांश कैटेगरीज में निवेश में गिरावट देखी गई. इन कैटेगरी में क्रमशः 33%, 3% और 0.3% की बढ़ोतरी दर्ज की गई.
स्कीम का नाम | नेट इनफ्लो (+ve)/निकासी (-ve) (राशि ₹ करोड़ में) |
मल्टी कैप फंड | 3,193.05 |
लार्ज कैप फंड | 2,834.88 |
लार्ज एवं मिड कैप फंड | 3,325.66 |
मिड कैप फंड | 5,330.62 |
स्मॉल कैप फंड | 4,992.91 |
डिविडेंड यील्ड फंड | -174.69 |
वैल्यू फंड/कॉन्ट्रा फंड | 1,141.03 |
फोकस्ड फंड | 1,155.18 |
सेक्टोरल/थीमैटिक फंड | 3,893.16 |
ईएलएसएस | 59.15 |
फ्लेक्सी कैप फंड | 7,679.40 |
कुल | 33,430.37 |
डेट म्यूचुअल फंड्स
अगस्त में डेट म्यूचुअल फंड्स में 7,979 करोड़ रुपये की निकासी हुई, जबकि जुलाई में 1.06 लाख करोड़ रुपये का आउटफ्लो हुआ. 16 सब कैटेगरीज में से ओवरनाइट फंड, अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड, लो ड्यूरेशन, मनी मार्केट, शॉर्ट ड्यूरेशन, मीडियम ड्यूरेशन और 10-वर्षीय स्थिर अवधि वाले गिल्ट फंड को छोड़कर, अधिकांश श्रेणियों में निकासी देखी गई.
ओवरनाइट फंड्स में निवेश
अगस्त में ओवरनाइट फंड्स में सबसे अधिक 4,950 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, इसके बाद मनी मार्केट फंड्स में इसी अवधि में 2,210 करोड़ रुपये का निवेश हुआ. मिड टर्म के फंड्स में इस अवधि में सबसे कम 111 करोड़ रुपये का निवेश हुआ. अगस्त में लिक्विड फंड्स में सबसे ज्यादा 13,350 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, इसके बाद गिल्ट फंड्स में इसी अवधि में 928 करोड़ रुपये का निवेश हुआ.
हाइब्रिड फंड्स में निवेश में गिरावट
हाइब्रिड फंड्स में मंथली निवेश में 27 फीसदी की गिरावट देखी गई. अगस्त में इन फंड्स में 15,293 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जबकि जुलाई में 20,879 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था. सभी हाइब्रिड कैटेगरीज में निवेश हुआ, जिसमें आर्बिट्रेज फंड्स में अगस्त में सबसे अधिक 6,666 करोड़ रुपये का निवेश जारी रहा.
मल्टी-एसेट एलोकेशन फंड्स में कुल 3,527 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, इसके बाद डायनेमिक एसेट एलोकेशन/बैलेंस्ड एडवांटेज फंड में इसी अवधि में कुल 2,316 करोड़ रुपये का निवेश हुआ. कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड्स में इसी अवधि में सबसे कम 43.62 करोड़ रुपये का निवेश दर्ज किया.
हाइब्रिड फंड कैटेगरी
मंथली आधार पर, सभी हाइब्रिड फंड कैटेगरी में मासिक निवेश में गिरावट देखी गई है, जिसमें कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंडों में मासिक आधार पर 86 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. इक्विटी सेविंग फंड्स में 59 फीसदी और आर्बिट्रेज फंडों में 9 फीसदी की गिरावट देखी गई.
ईटीएफ और इंडेक्स फंड
अन्य स्कीम्स, जिनमें ईटीएफ और इंडेक्स फंड जैसे पैसिव फंड शामिल हैं, में मासिक निवेश में 38% की वृद्धि देखी गई है और अगस्त में कुल 11,436 करोड़ रुपये का निवेश हुआ. जबकि जुलाई में यह 8,259 करोड़ रुपये था.
अगस्त में अन्य ईटीएफ में सबसे अधिक 7,244 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जबकि जुलाई में यह आंकड़ा 4,476 करोड़ रुपये था. गोल्ड ईटीएफ में 2,189 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, इसके बाद इंडेक्स फंड में 1,502 करोड़ रुपये और विदेशों में निवेश करने वाले फंड ऑफ फंड्स में 500 करोड़ रुपये का निवेश हुआ.
AUM में गिरावट
अगस्त में कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) जुलाई के 75.10 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 0.23% की मामूली गिरावट के साथ 74.93 लाख करोड़ रुपये रह गया. वार्षिक आधार पर AUM अगस्त 2024 के 66.43 लाख करोड़ रुपये से 13% बढ़कर 1,000 करोड़ रुपये हो गया है.
अगस्त में लगभग 23 ओपन-एंडेड म्यूचुअल फंड लॉन्च किए गए, जिन्हें कुल मिलाकर 2,859 करोड़ रुपये प्राप्त हुए, जिनमें सेक्टोरल और थीमैटिक फंड्स का योगदान सबसे अधिक रहा. अगस्त में दो सेक्टोरल और थीमैटिक फंड लॉन्च किए गए, जिन्होंने कुल मिलाकर 1,422 करोड़ रुपये जुटाए.
अगस्त में केवल एक मिडकैप फंड लॉन्च किया गया, जिसने 634 करोड़ रुपये जुटाए. इसके बाद 11 इंडेक्स फंड लॉन्च हुए, जिन्होंने कुल मिलाकर अगस्त में 537 करोड़ रुपये जुटाए.