इन फंडों का जलवा! 30 फीसदी से ज्यादा तक का CAGR रिटर्न, विदेशी शेयरों में जमकर किया है निवेश

भारत से सीधे US में बने म्युचुअल फंड्स खरीदना संभव तो है, लेकिन नियमों और प्रोसेस की वजह से यह काफी कठिन माना जाता है. भारतीय निवेशकों के लिए ज्यादा आसान तरीका यह है कि वे उन इंडियन म्युचुअल फंड्स में निवेश करें जो फीडर फंड या ETF के जरिए ग्लोबल मार्केट में पैसा लगाते हैं.

Mutual Funds Image Credit: Canva

पिछले कुछ सालों में भारतीय बाजार कई बार सुस्त रहे, लेकिन ग्लोबल टेक और इनोवेशन सेक्टर्स ने जोरदार कमबैक किया. इसी दौरान कुछ इंटरनेशनल फंड्स ने ऐसा प्रदर्शन किया जिसने निफ्टी को काफी पीछे छोड़ दिया. 3 फंड्स ने तीन साल में 30 फीसदी से ज्यादा CAGR रिटर्न दिया, जबकि निफ्टी का CAGR इसी अवधि में सिर्फ 12.93 फीसदी रहा. इन फंड्स को ग्लोबल टेक रैली, सेमीकंडक्टर मांग और US डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की रिकवरी का बड़ा फायदा मिला.

क्या भारत से US म्युचुअल फंड्स खरीदे जा सकते हैं?

भारत से सीधे US में बने म्युचुअल फंड्स खरीदना संभव तो है, लेकिन नियमों और प्रोसेस की वजह से यह काफी कठिन माना जाता है. भारतीय निवेशकों के लिए ज्यादा आसान तरीका यह है कि वे उन इंडियन म्युचुअल फंड्स में निवेश करें जो फीडर फंड या ETF के जरिए ग्लोबल मार्केट में पैसा लगाते हैं. ऐसे फंड्स आपको बिना इंटरनेशनल ट्रेडिंग अकाउंट के US टेक्नोलॉजी, ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री और ग्लोबल इनोवेशन थीम्स का एक्सपोजर देते हैं.

Mirae Asset NYSE FANG+ ETF FoF – Direct Plan

यह फंड इंटरनेशनल कैटेगरी में सबसे मजबूत परफॉर्मर है. तीन साल का CAGR 63.73 फीसदी देता है. इसका प्रदर्शन US की बड़ी टेक और डिजिटल कंपनियों पर बेस्ड कंसन्ट्रेटेड पोर्टफोलियो की वजह से दमदार रहा. फंड की NAV 36.0700 रुपये है और AUM 2,624 करोड रुपये है. लगभग पूरा पोर्टफोलियो Mirae Asset FANG+ ETF में लगा है, जिसमें करीब 90 फीसदी टेक एक्सपोजर है.

इसका एक्सपेंस रेशियो 0.07 फीसदी है, जो कैटेगरी में सबसे कम माना जाता है, और 1.97 का शार्प रेशियो इसके बेहतर रिस्क-एडजस्टेड रिटर्न को दिखाता है.

Nippon India Taiwan Equity Fund – Direct Plan

इस फंड ने तीन साल में 38.19 फीसदी का CAGR दिया है और इसका फायदा ताइवान की सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग साइकल से मिला है. फंड की NAV 18.3957 रुपये और AUM 2,612 करोड रुपये है. इसके पोर्टफोलियो में 41.82 फीसदी हिस्सा टेक्नोलॉजी का और 32.55 फीसदी हिस्सा इंडस्ट्रियल्स का है.

जबकि इसकी टॉप होल्डिंग Chroma ATE है, जिसका वेट 9.07 फीसदी है. शार्प रेशियो 1.17 इसे रिस्क-एडजस्टेड बेसिस पर मजबूत बनाता है. यह थीम नैरो और हाई-बेटा है, इसलिए सेमीकंडक्टर मांग बढ़ने पर यह तेज चलता है और गिरावट आने पर उतना ही तेजी से रिएक्ट करता है.

Edelweiss US Technology Equity FoF – Direct Plan

यह फंड तीन साल में 35.57 फीसदी CAGR दे चुका है और यह पूरा एक्सपोजर अमेरिकी टेक्नोलॉजी सेक्टर पर बेस्ड है. इसकी NAV 33.7139 रुपये है और AUM 346.96 करोड रुपये. करीब 96.08 फीसदी निवेश JPMorgan FAS Technology Fund में लगा है, जिससे इसे हार्डवेयर, क्लाउड, सॉफ्टवेयर और AI जैसे सेक्टर्स में लगभग डायरेक्ट एक्सपोजर मिलता है.

शार्प रेशियो 0.91 है. यह एक ही US टेक फंड पर निर्भर है, इसलिए इसका प्रदर्शन अमेरिकी बड़े टेक स्टॉक्स की चाल के साथ लगभग सीधा जुड़ा रहता है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.