FD अब मुनाफे का सौदा नहीं!… और घटेंगी ब्याज दरें, RBI का बड़ा फैसला, रिन्यू या नए निवेश से पहले जानें असर

फरवरी के बाद से कई बैंकों ने अपनी FD दरों में 50–100 बेसिस प्वाइंट तक कमी की है. SBI की Amrit Vrishti स्कीम में नियमित ग्राहकों के लिए सबसे ज्यादा ब्याज दर जनवरी में 7.1% थी, जो अब 6.6% रह गई है. HDFC Bank की टॉप FD रेट पहले 7.25% थी, जो अब 6.6% पर आ गई है.

RBI ने रेपो रेट में की 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती Image Credit: Money 9 Live

RBI Repo Rate: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 5 दिसंबर को रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट (0.25%) की कटौती कर दी है. अब नई रेपो रेट 5.25% हो गई है. फरवरी से यह चौथी बार है जब रेपो रेट कम हुई है. इस फैसले का सीधा असर उन लोगों पर पड़ेगा जो अपनी बचत को सुरक्षित रखने के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर निर्भर रहते हैं खासकर वरिष्ठ नागरिक और कम जोखिम वाले निवेशक.

FD रेट तुरंत नहीं घटेंगे, लेकिन…

RBI के रेपो रेट में कटौटी के बैंकों द्वारा FD रेट तुरंत नहीं घटाए जाएंगे! लेकिन आने वाले हफ्तों में ज्यादातर बैंक अपने शॉर्ट और मीडियम टेन्योर वाली FD पर ब्याज दरों में कटौती कर सकते हैं. बैंक पिछले कुछ महीनों से सभी टेन्योर पर FD रेट घटा रहे हैं. सबसे ज्यादा कटौती 1–2 साल की FD में दिख रही है. पहले जैसे हाई-यील्ड ऑप्शन अब बहुत सीमित बचे हैं. नई कटौती के बाद पीक रेट (सबसे ज्यादा ब्याज दर) और नीचे आ सकती है.

3 साल वाली FD पर अलग-अलग बैंकों की ब्याज दरें

बैंक का नाम3 साल की FD ब्याज दर (%)
IndusInd Bank6.65%
ICICI Bank6.60%
Axis Bank6.60%
Union Bank6.40%
Bank of Baroda6.40%
HDFC Bank6.40%
Kotak Mahindra Bank6.40%
State Bank of India (SBI)6.30%
Punjab National Bank (PNB)6.25%
Canara Bank6.25%
यहां दिखाए गए ब्याज दरें 28 नवंबर 2025 की हैं.

बड़े बैंकों ने पहले ही घटाए FD रेट

फरवरी के बाद से कई बैंकों ने अपनी FD दरों में 50–100 बेसिस प्वाइंट तक कमी की है. SBI की Amrit Vrishti स्कीम में नियमित ग्राहकों के लिए सबसे ज्यादा ब्याज दर जनवरी में 7.1% थी, जो अब 6.6% रह गई है. HDFC Bank की टॉप FD रेट पहले 7.25% थी, जो अब 6.6% पर आ गई है. यह कटौती RBI की कुल 100-bps कटौती का सिर्फ आंशिक असर दिखाती है.

निवेशकों को क्या करना चाहिए?

RBI की यह कटौती आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की कोशिश का हिस्सा है. लेकिन निवेशकों के लिए यह संकेत है कि आने वाले समय में FD के रिटर्न और कम हो सकते हैं. इसलिए निवेश रणनीति में कुछ बदलाव करना जरूरी है.

1. FD Laddering अपनाएं

अपनी पूरी रकम एक ही FD में न डालें.
अलग-अलग अवधि की कई FD बनाएं.
इससे हर कुछ महीनों में पैसा मैच्योर होगा और जरूरत पड़ने पर लिक्विडिटी बनी रहेगी.

2. लंबे समय की FD चुनें

जिन स्कीमों में अभी भी ज्यादा ब्याज मिल रहा है, उनमें लंबी अवधि के लिए FD लॉक करने का यह सही समय है.

सीनियर सिटिजन प्रीमियम भी घट सकता है

फिलहाल वरिष्ठ नागरिकों को सामान्य FD से 0.50% ज्यादा ब्याज मिलता है. लेकिन जैसे-जैसे बैंकों की रेट घटेंगी, यह अंतर भी कम हो सकता है.

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सोर्स: Policy Bazaar, Money Control

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