2025 में गोल्ड या रियल एस्टेट में निवेश? टैक्स लाभ, लिक्विडिटी और रिटर्न के आधार पर जानें बेहतर विकल्प

2025 में निवेश के लिए सोना और रियल एस्टेट दोनों प्रमुख विकल्प हैं .सोना शॉर्ट टर्म निवेश के लिए उपयुक्त है, जबकि रियल एस्टेट लॉन्ग टर्म में अधिक लाभ प्रदान करता है. दोनों के रिटर्न अलग-अलग हैं, लेकिन एक संतुलित रणनीति इन दोनों को मिलाकर बनाई जा सकती है .

सोना शॉर्ट टर्म निवेश के लिए उपयुक्त है, जबकि रियल एस्टेट लॉन्ग टर्म में अधिक लाभ प्रदान करता है.

SGB vs Home Loan: भारत में लोग अब निवेश को बहुत ही गंभीरता से ले रहे हैं .लोगों के बीच प्लान करके निवेश करने का चलन बढ़ रहा है .इसी के चलते लोग स्मार्ट रणनीति की ओर बढ़ रहे हैं .और बात जब निवेश की हो तो दो प्रमुख विकल्प सोना और रियल एस्टेट लोगों के बीच ज्यादा लोकप्रिय हैं .दोनों के अपने फायदे और नुकसान भी हैं .ये निवेशक के वित्तीय लक्ष्यों, नकदी की जरूरत पर और निवेश की अवधि पर निर्भर करता है कि वे कहां निवेश करें .हालांकि कुछ ऐसे पॉइंट्स हैं जिनका एनालिसिस करके आप पता लगा सकते हैं कि आपके लिए कौन सा बेहतर विकल्प है .आइए ऐसे ही पांच प्वाइंट्स का तुलना करके देखते हैं कि कौन सा बेहतर विकल्प है.

शार्ट टर्म में सोना बेहतर

सोना शॉर्ट टर्म लक्ष्यों के लिए बेहतर है, यह महंगाई से सुरक्षा देता है और जल्दी बिक सकता है. रियल एस्टेट लॉन्ग टर्म निवेश के लिए फायदेमंद है, इसमें किराया और कैपिटल ग्रोथ की संभावना रहती है .

लिक्विडिटी और लचीलापन में कौन बेहतर

गोल्ड, खासकर डिजिटल गोल्ड और SGBs, आसानी से खरीदा-बेचा जा सकता है. वहीं रियल एस्टेट की लिक्विडिटी कम है. बेचने में समय लगता है और लागत ज्यादा होती है.

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अफोर्डिबिलिटी और विस्तार की क्षमता

गोल्ड में आप कुछ ग्राम से भी निवेश शुरू कर सकते हैं, इसलिए यह छोटे निवेशकों के लिए बेहतर होता है. लेकिन रियल एस्टेट में भारी शुरुआती निवेश, डाउन पेमेंट, रजिस्ट्रेशन और EMI की जरूरत होती है.

इसमें ज्यादा टैक्स लाभ

होम लोन पर धारा 80C (प्रिंसिपल) और 24(b) (ब्याज) के तहत टैक्स छूट मिलती है. वहीं गोल्ड पर SGBs की रिडेम्प्शन पर कैपिटल गेन टैक्स से छूट है, लेकिन अन्य टैक्स बेनिफिट्स सीमित हैं.

रिटर्न और ग्रोथ की संभावना

गोल्ड ने समय के साथ स्थिर रिटर्न दिए हैं और यह महंगाई के खिलाफ एक मजबूत ढाल बन कर उभरा है .रियल एस्टेट से लंबी अवधि में किराये की आमदनी और कैपिटल ग्रोथ संभव है .अब REITs के जरिए भी निवेश आसान हो गया है .