हमेशा समय से पहले पर्सनल लोन चुकाना नहीं होता फायदे का सौदा, पेमेंट से पहले जान लें नफा-नुकसान

पर्सनल लोन की पूरी बकाया राशि को मूल लोन अवधि खत्म होने से पहले चुकाने को प्री-क्लोजर कहा जाता है. अगर कस्टमर ऐसा करते हैं तो इससे उनके क्रेडिट स्कोर में सुधार हो सकता है. इसके अलावा, उन्हें ईएमआई पर लगने वाले ब्याज दर से भी बचा जा सकता है, जिससे कुल लोन लागत घट जाती है और उनके पैसे की बचत भी होती है.

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Personal Loan Pre-closure: पर्सनल लोन की पूरी बकाया राशि को मूल लोन अवधि खत्म होने से पहले चुकाने को प्री-क्लोजर कहा जाता है. अगर लोन लेने वाले ऐसा करते हैं तो इससे उनके क्रेडिट स्कोर में सुधार हो सकता है. इसके अलावा, उन्हें लोन पर लगने वाले ब्याज दर से भी बचा जा सकता है, जिससे कुल लोन लागत घट जाती है और उनके पैसे की बचत भी होती है. हालांकि, इसके कुछ नुकसान भी हैं, जैसे कि कुछ बैंक समय से पहले लोन चुकाने पर प्री-पेनाल्टी लगाते हैं ताकि उन्हें ब्याज दर पर होने वाले लोन घाटे की भरपाई हो सके.

क्या है फायदा

अगर समय से पहले ही आप अपना पर्सनल लोन भर देते हैं तो इससे सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि आप ब्याज पर लगने वाली राशि की बचत कर लेते हैं. इसके अलावा, आपका क्रेडिट स्कोर भी सुधरता है, जिससे आगे लोन मिलना आसान हो जाता है.

प्री-पेमेंट पेनाल्टी का नुकसान

कुछ बैंक समय से पहले लोन चुकाने पर प्री-पेनाल्टी लगाते हैं ताकि वह ब्याज दर नहीं मिलने के कारण होने वाले नुकसान से बच सकें. इसके अलावा, लोन लेने वाले को यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि उन्हें लिक्विडिटी की कोई समस्या ना हो.

समय से पहले चुकाना कब होता है फायदेमंद

समय से पहले लोन चुकाते समय हमें यह देखना चाहिए कि हमने लोन की कितनी राशि चुकाई है. उदाहरण के लिए मान लीजिए आपने 5 साल की अवधि के लिए लोन लिया है और 4 साल तक EMI चुकाने के बाद अगर आप पांचवें साल यह तय करते हैं कि इस बार पूरा लोन चुका दिया जाए तो इससे कोई खास फायदा नहीं होगा क्योंकि बैंक शुरुआती सालों में ब्याज लेता है और आखिरी सालों में सिर्फ मूलधन चुकाना होता है.

कैसे करें लोन का प्री-क्लोजर

प्री-क्लोजर करते समय, हमें अपने लोन की शर्तों को अच्छे से पढ़ लेना चाहिए, जैसे कि लॉक-इन पीरियड क्या है, प्री-क्लोजर चार्ज क्या है. इसके बाद, बैंक या लोन देने वाली संस्था को बताएं कि आप लोन प्री-क्लोज करना चाहते हैं. इसके बाद, अपनी लोन की बची हुई राशि का पेमेंट करें. इसके बाद, बैंक से लोन क्लोजर लेटर जरूर लें.

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इन बातों का रखें ध्यान

जब भी अपने लोन का प्री-क्लोजर करने की सोचें तो सबसे पहले तुलना कर लें कि कहीं आपका प्री-पेनाल्टी चार्ज ब्याज दर पर बचने वाली राशि से ज्यादा तो नहीं है. इसके अलावा, इस बात का भी ध्यान रखें कि आपके पास लोन चुकाने के बाद इमरजेंसी जरूरतों के लिए पैसा भी बचा रहे.

यदि आप अपनी जमा पूंजी को गंवा रहे हैं तो लोन को समय से पहले ना चुकाएं. यह भी सुनिश्चित करें कि, समय से पहले लोन चुकाने से आपको टैक्स में कोई नुकसान तो नहीं हो रहा है, यदि टैक्स में नुकसान हो रहा है तो समय से पहले लोन ना चुकाएं.

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