इन सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स ने कर दिया कमाल, 7 साल में दे रहे हैं 240 फीसदी तक मुनाफा, अब करिए रिडीम

अगर आपने सरकार के सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स में कभी निवेश किया था, तो आपके लिए खुशखबरी है. RBI ने जुलाई की शुरुआत एक फाइनेंशियल तोहफे के साथ की है, जिसमें निवेशकों को ऐसा रिटर्न मिल रहा है, जिसकी उम्मीद शायद ही किसी ने की हो.

Sovereign Gold Bond Image Credit: Money9 Live

Sovereign Gold Bonds: अगर आपने साल 2018 या 2019 में सरकार द्वारा जारी किए गए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स (SGBs) खरीदे थे, तो अब आपके लिए खुशखबरी है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने 1 जुलाई 2025 को दो SGB सीरीज- SGB 2017-18 Series-XIV और SGB 2018-19 Series-IV, की समय से पहले रिडेम्पशन की घोषणा की है. दोनों सीरीज के बॉन्ड्स पर निवेशकों को करीब 208 फीसदी से लेकर 240 फीसदी तक का जबरदस्त रिटर्न मिल रहा है.

क्या होता है SGB और कैसे तय होती है रिडेम्पशन प्राइस?

SGB यानी Sovereign Gold Bond एक सरकारी योजना है, जिसमें निवेशक सोने की कीमतों से जुड़ी बॉन्ड में पैसा लगाते हैं. इनकी कुल अवधि 8 साल की होती है, लेकिन पांच साल के बाद इन्हें समयपूर्व (premature) रिडीम किया जा सकता है.

RBI के मुताबिक, रिडेम्पशन प्राइस IBJA (इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन) द्वारा घोषित पिछले तीन कारोबारी दिनों (26, 27 और 30 जून) की सोने की कीमत के औसत पर आधारित होती है. इस आधार पर 1 जुलाई को रिडीमेबल यूनिट की कीमत तय हुई है 9,628 रुपये प्रति ग्राम.

2018 और 2019 की SGB सीरीज पर कितनी कमाई?

इन दोनों SGBs पर हर साल 2.5% ब्याज भी मिलता रहा है, जो अलग से आपके बैंक खाते में आता है.

रिडेम्पशन के लिए क्या करना जरूरी है?

SGBs में निवेश करना न केवल सोने की कीमतों में बढ़त का फायदा देता है, बल्कि सरकारी गारंटी और निश्चित ब्याज जैसी सुरक्षा भी मिलती है. अगर आपने इन सीरीज में निवेश किया था, तो यह निवेश आपके लिए फायदेमंद हो सकता है.