UPI में बड़ा बदलाव: अब FD, गोल्ड, प्रॉपर्टी और लोन अकाउंट से भी कर सकेंगे पेमेंट; जानें क्या है ये नया नियम
जल्द ही UPI के जरिए आप फिक्स्ड डिपॉजिट, गोल्ड, शेयर-बॉन्ड और पर्सनल या बिजनेस लोन अकाउंट को लिंक कर पेमेंट कर पाएंगे. हालांकि इसको लेकर बैंक और एनपीसीआई के कई नियम और कानून भी हैं. जानें क्या हैं इसके लिमिट्स और किसे मिलेगा इसका फायदा.
UPI Credit Line FD Gold Loan Rule: अगर आप UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद अहम है. नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI को लेकर एक बड़ा बदलाव किया है. अब आप अपने फिक्स्ड डिपॉजिट (FD), शेयर-बॉन्ड, गोल्ड, प्रॉपर्टी और यहां तक कि पर्सनल और बिजनेस लोन अकाउंट को भी UPI से लिंक कर पाएंगे. यानी, अगर आपके पास बैंक से मिली कोई क्रेडिट लाइन है, तो आप उससे सीधे Paytm, PhonePe, Google Pay जैसे ऐप्स के जरिए पेमेंट कर सकेंगे. यह बदलाव 1 सितंबर 2025 से लागू होगा. NPCI ने अपने 10 जुलाई 2025 के सर्कुलर में सभी बैंकों और UPI ऐप्स को यह बदलाव लागू करने का निर्देश दिया है.
अब तक क्या होता था?
अब तक UPI से आप सिर्फ अपने सेविंग्स अकाउंट या ओवरड्राफ्ट अकाउंट को लिंक कर पाते थे. कुछ मामलों में RuPay क्रेडिट कार्ड की सुविधा भी थी. लेकिन अगर आपने बैंक से कोई पर्सनल लोन या बिजनेस लोन लिया है, तो उससे सीधे UPI पेमेंट करना संभव नहीं था. उदाहरण के लिए, अगर आपने दुकान बढ़ाने के लिए बिजनेस लोन लिया और किसी सप्लायर को 2 लाख रुपये देने हैं, तो आपको बैंक ट्रांसफर करना पड़ता था. लेकिन सितंबर 2025 से आप इस लोन अकाउंट को भी UPI से लिंक कर सीधे QR कोड स्कैन कर पेमेंट कर सकेंगे.
क्या है लिमिट्स?
पहले UPI से सिर्फ P2M (Person-to-Merchant) ट्रांजैक्शन की सुविधा थी. लेकिन अब नए नियमों के बाद आप P2P (Person-to-Person), P2PM (छोटे व्यापारियों को पेमेंट) और यहां तक कि कैश विड्रॉल भी कर सकेंगे. हालांकि, इसके लिए NPCI ने कुछ लिमिट्स तय की हैं. आप एक दिन में UPI के जरिए अधिकतम 1 लाख रुपये तक का पेमेंट कर सकते हैं. कैश निकालने की लिमिट 10,000 रुपये प्रति दिन है और आप रोजाना केवल 20 बार P2P ट्रांजैक्शन कर सकते हैं.
सभी के लिए ये सुविधा?
ध्यान रहे कि हर कोई इन सुविधाओं का फायदा नहीं उठा पाएगा. आपका बैंक इस पर अंतिम फैसला लेगा कि आप अपने लोन अकाउंट से कौन से ट्रांजैक्शन कर सकते हैं. उदाहरण के लिए, अगर आपके पास गोल्ड के बदले लिया गया लोन है, तो बैंक केवल जरूरी चीजों जैसे अस्पताल का बिल या एजुकेशन फीस के पेमेंट की अनुमति दे सकता है. लेकिन आप उसी लोन से सोना खरीदने के लिए पेमेंट नहीं कर पाएंगे. यह सुविधा छोटे व्यापारियों और किसानों के लिए बेहद फायदेमंद होगी. अब बिजनेस लोन अकाउंट से QR कोड स्कैन कर पेमेंट करना आसान होगा. साथ ही, फंड्स का इस्तेमाल ज्यादा सुविधाजनक हो जाएगा.
क्या है NPCI की प्लानिंग?
हालांकि, कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है. हर ट्रांजैक्शन के लिए बैंक की मंजूरी जरूरी होगी. नियमों का पालन करना होगा और तय लिमिट से ज्यादा पेमेंट नहीं कर पाएंगे. इन तमाम बदलावों के पीछे NPCI का मकसद UPI को और ज्यादा पावरफुल बनाना है ताकि लोग बैंक लोन या क्रेडिट लाइन का इस्तेमाल सीधे डिजिटल वॉलेट से कर सकें. इससे डिजिटल पेमेंट्स का दायरा और बढ़ जाएगा.
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