पहलगाम हमले के बाद कश्मीर में रियल एस्टेट सेक्टर पर संकट, 30 फीसदी तक गिरे दाम, कई प्रोजेक्ट अटके

कश्मीर का रियल एस्टेट मार्केट काफी मुश्किल दौर से गुजर रहा है. किसी समय में ये बहुत अच्छा चल रहा था. इस हमले के बाद प्रॉपर्टी की कीमतें 30 प्रतिशत तक गिर गईं और खरीदार लगभग गायब हो गए. पहले जो मकान 1 करोड़ रुपये में बिकते थे. अब उनके लिए 70 लाख रुपये की बोली भी मुश्किल से आ रही है.

कश्मीर में रियल एस्टेट सेक्टर पर संकट Image Credit: Canva

Real estate market in Kashmir after Pahlgham attack: हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने कश्मीर पर बुरा असर डाला है. दरअसल, कश्मीर का रियल एस्टेट मार्केट काफी मुश्किल दौर से गुजर रहा है. किसी समय में ये बहुत अच्छा चल रहा था. इस हमले के बाद प्रॉपर्टी की कीमतें 30 प्रतिशत तक गिर गईं और खरीदार लगभग गायब हो गए. पहले जो मकान 1 करोड़ रुपये में बिकते थे. अब उनके लिए 70 लाख रुपये की बोली भी मुश्किल से आ रही है.

टूरिज्म बुकिंग्स में 90 फीसदी से अधिक गिरावट

ग्रेटर कश्मीर न्यूज पोर्टल के मुताबिक, बाजार पूरी तरह बैठ गया है. पहले कुछ हफ्तों में बिकने वाली प्रॉपर्टी अब महीनों तक बिना पूछताछ के पड़ी रहती है. पहलगाम आतंकी हमले का असर बहुत तेजी से हुआ. हमले के बाद टूरिज्म बुकिंग्स 90 प्रतिशत से ज्यादा गिर गईं. इससे कश्मीर की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है. रियल एस्टेट टूरिज्म और स्थिरता की वजह से पिछले कुछ सालों में अच्छा चल रहा था. पिछले पांच सालों में प्रॉपर्टी की कीमतें लगभग स्थिर थीं. लेकिन अब खरीदारों का भरोसा और कम हो गया है.

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महंगे घरों की मांग ठप

1 करोड़ रुपये से ज्यादा की प्रॉपर्टी अब बिकना मुश्किल हो गया है. ग्रेटर कश्मीर से बात करते हुए अल्पाइन रियल्टर्स के को-ओनर मुबाशिर भट कहते हैं कि लोग अब सस्ते मकान और प्लॉट की ओर जा रहे हैं. महंगी प्रॉपर्टी को कोई पूछ नहीं रहा. इस वजह से बाजार दो हिस्सों में बंट गया है. सस्ते मकान बिक रहे हैं, लेकिन लग्जरी प्रॉपर्टी महीनों तक बिना बिके पड़ी है. निर्माण का काम भी लगभग रुक गया है.

कई प्रोजक्ट रुके, नए निर्माण भी अटके

कश्मीर में नए निर्माण का काम भी लगभग रुक गया है. कई डेवलपर्स ने बड़े प्रोजेक्ट्स रोक दिए हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि बाजार में मांग नहीं है. ग्रेटर कश्मीर से बात करते हुए एक डेवलपर ने बताया कि उन्होंने दो बड़े प्रोजेक्ट्स रोक दिए हैं. इस माहौल में नया प्रोजेक्ट शुरू करना जोखिम भरा है. इस रुकावट से नौकरियों पर भी असर पड़ रहा है. छंटनी का खतरा बढ़ गया है. कुल मिलाकर कश्मीर का रियल एस्टेट बाजार मुश्किल में है. प्रॉपर्टी मालिकों को बड़ा नुकसान हो रहा है. 

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