अब ट्रेन से कर सकेंगे आईजोल का सफर, नॉर्थ-ईस्ट की चौथी राजधानी को मिला रेलवे कनेक्शन
मिजोरम की राजधानी अइजोल अब भारत के राष्ट्रीय रेलवे नेटवर्क से जुड़ गई है.बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन का ट्रायल रन सफल रहा और इसका उद्घाटन जून के बाद होगा. यह पूर्वोत्तर की चौथी राजधानी है जो ट्रेन से जुड़ी है. इस 51.38 किमी लंबी लाइन पर 5,021 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं.

Railway Connectivity Aizawl: पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम की राजधानी अइजोल अब देश के रेल नेटवर्क से जुड़ गई है बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन का ट्रायल रन 1 मई को सफलतापूर्वक पूरा किया गया.इससे पहले मिजोरम में ट्रेन सेवा सिर्फ बैराबी तक ही सीमित थी.अब सैरांग तक लाइन पहुंचने से अइजोल को सीधे रेलवे कनेक्शन मिल गया है.यह पूर्वोत्तर की चौथी राजधानी है जो ट्रेन नेटवर्क से जुड़ी है, इससे पहले असम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश की राजधानियां जुड़ चुकी हैं.
जल्द होगा उद्घाटन
इंडियन एक्सप्रेस के रिपोर्ट के मुताबिक, बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन का 94.52 फीसदी काम पूरा हो चुका है और इसकी वित्तीय प्रगति 97.13 फीसदी तक पहुंच गई है. अब सिर्फ रेलवे सुरक्षा आयोग (CRS) का निरीक्षण बचा हुआ है, जिसके बाद इसका उद्घाटन जून 2025 के बाद किसी भी समय हो सकता है. यह लाइन 51.38 किमी लंबी है और इसकी लागत 5,021.45 करोड़ रुपये है. पहले चरण में बैराबी से होर्टोकी का उद्घाटन जुलाई 2024 में हो चुका है और बाकी खंडों पर काम अंतिम चरण में है.
चुनौतिपूर्ण रही परियोजना
इस प्रोजेक्ट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह मिजोरम के कठिन और पहाड़ी इलाकों में बनाई गई है. इस लाइन में कुल 48 सुरंगें, 55 बड़े पुल और 87 छोटे पुल शामिल हैं. साथ ही 5 रोड ओवरब्रिज और 6 रोड अंडरब्रिज बनाए गए हैं. ब्रिज नंबर 196 की ऊंचाई 104 मीटर है, जो दिल्ली की कुतुब मीनार से 32 मीटर ज्यादा ऊंची है. ऐसे कठिन भूगोल में रेलवे लाइन बिछाना बड़ी इंजीनियरिंग उपलब्धि मानी जा रही है.
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पूर्वोत्तर में तेजी से बढ़ रहा नेटवर्क
रेलवे मंत्रालय पूरे पूर्वोत्तर को ट्रेन नेटवर्क से जोड़ने पर काम कर रहा है. नागालैंड, मणिपुर, सिक्किम और अरुणाचल जैसे राज्यों में भी नए रेलवे प्रोजेक्ट चल रहे हैं. कई लाइनें जैसे दीमापुर-कोहिमा, जिरीबाम-इंफाल, सिवोक-रंगपो और मुरकोंगसेलेक-पासीघाट 2026 से 2029 के बीच पूरी होंगी. इसके अलावा कई डबलिंग प्रोजेक्ट्स और स्टेशन अपग्रेड भी हो रहे हैं. 2025-26 के लिए 10,440 करोड़ रुपये का बजट सिर्फ इस क्षेत्र के लिए तय किया गया है.
इसमें नागालैंड की राजधानी कोहिमा को जोड़ने वाली 82.5 किमी लंबी दीमापुर-कोहिमा रेललाइन (धनसिरी-जुबजा) परियोजना शामिल है, असम और अरुणाचल प्रदेश को जोड़ने वाली मुरकोंगसेलेक-पासीघाट रेललाइन 26.15 किमी की 41 फीसदी काम हो चुकी है और यह फरवरी 2026 तक पूरी होगी. सिक्किम को पहली बार रेलवे से जोड़ने वाली सिवोक-रंगपो परियोजना 45 किमी पर तेजी से काम हो रहा है.
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