जून तिमाही में घरों की बिक्री 14 फीसदी घटी, खरीदार हुए सतर्क; लग्जरी प्रॉपर्टी की डिमांड बढ़ी
भारत के रियल एस्टेट बाजार में इस बार जून तिमाही थोड़ी ठंडी रही है. दरअसल PropTiger की नई रिपोर्ट के मुताबिक, देश के 8 बड़े शहरों में अप्रैल से जून 2025 के बीच घरों की बिक्री में सालाना आधार पर 14 फीसदी की गिरावट आई है.

भारत के रियल एस्टेट बाजार में इस बार जून तिमाही थोड़ी ठंडी रही. दरअसल PropTiger की नई रिपोर्ट के मुताबिक, देश के 8 बड़े शहरों में अप्रैल से जून 2025 के बीच घरों की बिक्री में सालाना आधार पर 14 फीसदी की गिरावट आई है. ऐसे में कीमतें बढ़ने की वजह से खरीदार अब सोच-समझकर फैसले ले रहे हैं और कई लोग वेट एंड वॉच की स्थिति में हैं.
किन शहरों में कितनी गिरावट?
PropTiger की रिपोर्ट के मुताबिक, बेंगलुरु, चेन्नई और कोलकाता को छोड़ दें, तो बाकी सभी शहरों में घरों की बिक्री घटी है. सबसे ज्यादा असर मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (MMR) और पुणे पर पड़ा है. इसके अलावा MMR में बिक्री 32 फीसदी घटी है और पुणे में बिक्री 27 फीसदी कम हुई है.
वहीं, बेंगलुरु, चेन्नई और कोलकाता जैसे शहरों ने इस मंदी के बीच भी अच्छा प्रदर्शन किया है. अगर तिमाही दर तिमाही आधार पर देखें तो बिक्री लगभग स्थिर रही है. यानी पहली और दूसरी तिमाही की तुलना में बहुत बड़ा उतार-चढ़ाव नहीं आया. खास बात यह है कि MMR (27 फीसदी), पुणे और बेंगलुरु (16 फीसदी) ने मिलकर कुल बिक्री में 59 फीसदी का हिस्सा दिया है.
शहर | Q2 25 | Q1 25 | Q2 24 | QoQ | YoY |
---|---|---|---|---|---|
अहमदाबाद | 9,451 | 10,730 | 9,500 | -12% | -1% |
बेंगलुरु | 15,628 | 11,731 | 13,495 | 33% | 16% |
चेन्नई | 5,283 | 4,774 | 3,984 | 11% | 33% |
दिल्ली एनसीआर | 10,051 | 8,477 | 11,065 | 19% | -9% |
हैदराबाद | 11,513 | 10,647 | 12,296 | 8% | -6% |
कोलकाता | 3,847 | 3,803 | 3,237 | 1% | 19% |
मुम्बई | 25,939 | 30,705 | 38,266 | -16% | -32% |
पुणे | 15,962 | 17,228 | 21,925 | -7% | -27% |
कुल | 97,674 | 98,095 | 113,768 | 0% | -14% |
किफायती घरों की कमी से खरीदार सतर्क
वहीं PropTiger के सेल्स हेड श्री श्रीधर श्रीनिवासन का मानना है कि यह गिरावट किसी बड़ी मंदी का संकेत नहीं है, बल्कि बाजार के रीकैलिब्रेशन की प्रक्रिया है. उन्होंने कहा, “खासकर बजट और मिड-इनकम सेगमेंट में किफायती घरों की कमी के चलते लोग थोड़े सतर्क हो गए हैं. मगर कई शहरों में जो तिमाही बढ़ोतरी दिखी है, वो इस बात का संकेत है कि मूलभूत मांग अभी भी बनी हुई है. श्रीनिवासन का यह भी कहना है कि “डेवलपर्स अब प्रीमियम सेगमेंट की ओर ज्यादा झुकाव दिखा रहे हैं. 2025 की पहली छमाही में जमीन की रणनीतिक खरीद इस रुझान को साबित करती है. इससे यह भी पता चलता है कि भारत का आवासीय बाजार अभी भी निवेशकों और डेवलपर्स के लिए भरोसेमंद बना हुआ है.”
नई लॉन्चिंग में भी 17 फीसदी की गिरावट
PropTiger की रिपोर्ट बताती है कि सिर्फ बिक्री ही नहीं, बल्कि नई हाउसिंग लॉन्चिंग में भी कमी आई है. अप्रैल-जून 2025 में कुल 84,138 नई यूनिट्स लॉन्च हुईं, जो पिछले साल इसी तिमाही में 1.01 लाख से ज्यादा थीं यानी करीब 17 फीसदी की गिरावट है. इसकी वजह डिमांड में ठहराव और कुछ हद तक भारत-पाक तनाव जैसे जियोपॉलिटिकल कारण बताए गए हैं.
शहर | Q2 25 | Q1 25 | Q2 24 | QoQ | YoY |
---|---|---|---|---|---|
अहमदाबाद | 4,211 | 2,384 | 6,533 | 77% | -36% |
बेंगलुरु | 12,307 | 18,183 | 12,564 | -32% | -2% |
चेन्नई | 7,606 | 4,070 | 4,633 | 87% | 64% |
दिल्ली एनसीआर | 10,421 | 7,952 | 8,053 | 31% | 29% |
हैदराबाद | 10,748 | 10,156 | 6,365 | 6% | 69% |
कोलकाता | 2,202 | 3,534 | 753 | -38% | 192% |
मुम्बई | 23,062 | 31,322 | 40,462 | -26% | -43% |
पुणे | 13,581 | 15,543 | 22,314 | -13% | -39% |
कुल | 84,138 | 93,144 | 101,677 | -10% | -17% |
किफायती घरों पर सबसे ज्यादा असर
रिपोर्ट के मुताबिक, लगातार बढ़ती औसत कीमतों ने आम आदमी के लिए घर खरीदना मुश्किल बना दिया है. इसकी वजह से किफायती घरों का सेगमेंट सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. यही वजह है कि बहुत से खरीदार फिलहाल खरीदने का फैसला टाल रहे हैं.
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