Angel One से Nuvama तक… 4 ब्रोकरेज जिन्होंने 5 साल में दी 30% तक ग्रोथ, अब क्यों दिख रहे हैं सस्ते?
SEBI के नए नियम, डेरिवेटिव ट्रेडिंग पर सख्ती और फीस स्ट्रक्चर में बदलाव से ब्रोकरेज कंपनियों की कमाई पर दबाव आया. नतीजा यह हुआ कि कई अच्छे ब्रोकरेज शेयर, जिन्होंने 5 साल में 30% से ज्यादा की ग्रोथ दी, आज अपने हाई से काफी नीचे ट्रेड कर रहे हैं. यही वजह है कि निवेशकों की नजर इन शेयरों पर टिकी है.
4 brokerage stocks with30% growth: भारत के शेयर बाजार में पिछले कुछ सालों में बड़ा बदलाव देखने को मिला है. पहले जहां गिने-चुने लोग ही निवेश करते थे, अब छोटे शहरों और कस्बों से भी लाखों नए निवेशक बाजार से जुड़ चुके हैं. मोबाइल ऐप, आसान KYC और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स ने शेयर बाजार को आम आदमी के और करीब ला दिया है. इस पूरी कहानी के केंद्र में हैं ब्रोकरेज कंपनियां यानी वे प्लेटफॉर्म जिनके जरिए हर खरीद-बिक्री होती है.
जैसे-जैसे ट्रेडिंग बढ़ी, इन कंपनियों की कमाई भी तेजी से बढ़ी. लेकिन FY25 के बाद तस्वीर थोड़ी बदली. SEBI के नए नियम, डेरिवेटिव ट्रेडिंग पर सख्ती और फीस स्ट्रक्चर में बदलाव से ब्रोकरेज कंपनियों की कमाई पर दबाव आया. नतीजा यह हुआ कि कई अच्छे ब्रोकरेज शेयर, जिन्होंने 5 साल में 30% से ज्यादा की ग्रोथ दी, आज अपने हाई से काफी नीचे ट्रेड कर रहे हैं. यही वजह है कि निवेशकों की नजर इन शेयरों पर टिकी है.
एंजेल वन (Angel One)
Angel One ने बीते 5 साल में जबरदस्त ग्रोथ दिखाई. FY21 में जहां कंपनी की कमाई ₹1,289 करोड़ थी, वहीं FY25 में यह बढ़कर ₹5,239 करोड़ हो गई. मुनाफा भी करीब चार गुना बढ़ा. हालांकि FY26 में ट्रेडिंग स्लो होने और फीस नियम बदलने से मुनाफा घटा है. शेयर पिछले एक साल में करीब 17% गिरा है. लेकिन 3.4 करोड़ से ज्यादा क्लाइंट्स और नॉन-मेट्रो से बढ़ती हिस्सेदारी इसे लॉन्ग टर्म के लिए मजबूत बनाती है.
शेयर इंडिया सिक्योरिटीज (Share India Securities)
Share India Securities ने ब्रोकिंग के साथ-साथ टेक्नोलॉजी और नए बिजनेस मॉडल पर फोकस किया. FY21 से FY25 के बीच इसकी कमाई तीन गुना से ज्यादा बढ़ी. लेकिन SEBI की सख्ती का असर यहां भी दिखा और शेयर एक साल में करीब 46% टूट गया. कंपनी अब PMS, AIF और डिजिटल प्लेटफॉर्म ‘प्रोजेक्ट ड्रोन’ पर काम कर रही है, जिससे आगे की ग्रोथ की उम्मीद बनी हुई है.
नुवामा वेल्थ (Nuvama Wealth)
Nuvama Wealth Management ने सिर्फ ट्रेडिंग पर निर्भर रहने के बजाय वेल्थ मैनेजमेंट और प्राइवेट क्लाइंट्स पर फोकस बढ़ाया. FY21 से FY25 तक इसकी कमाई करीब 40% CAGR से बढ़ी. हालांकि बाजार की अस्थिरता का असर दिखा, लेकिन कंपनी का शेयर पिछले एक साल में भी पॉजिटिव रहा. मजबूत बिजनेस मिक्स इसे दूसरों से अलग बनाता है.
मोनार्क नेटवर्थ (Monarch Networth)
Monarch Networth Capital ने ब्रोकिंग और एडवाइजरी के दम पर लगातार ग्रोथ की है. 5 साल में रेवेन्यू तीन गुना से ज्यादा हुआ. नए नियमों से कमाई पर दबाव जरूर आया, लेकिन बैलेंस शीट मजबूत है. शेयर एक साल में 28 फीसदी गिरा है, जिससे वैल्यूएशन आकर्षक लगने लगा है.
नए नियम, नई चुनौती
SEBI के नए नियमों ने ब्रोकरेज कंपनियों की कमाई का तरीका बदल दिया है. डेरिवेटिव ट्रेडिंग पर सख्ती, फीस में पारदर्शिता और बढ़ती कंप्लायंस लागत से शॉर्ट टर्म में दबाव है. लेकिन लंबी अवधि में जैसे-जैसे भारत में निवेश बढ़ेगा, मजबूत और diversified ब्रोकरेज कंपनियां फिर से रफ्तार पकड़ सकती हैं. सवाल बस इतना है कौन सी कंपनी इस बदलाव के दौर में सबसे बेहतर टिकेगी?
डेटा सोर्स: FE, Groww
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