Bharti Airtel Block Deal: प्रमोटर बेच रहे 9300 करोड़ की हिस्सेदारी, Q1 में प्रॉफिट गिरा; शेयर का क्या होगा?
भारती एयरटेल के प्रमोटर 9,310 करोड़ की एक ब्लॉक डील में अपनी 0.8% हिस्सेदारी बेचने जा रहे हैं. इस डील के तहत बेचे गए शेयरों का 90 दिन का लॉक-इन पीरियड होगा. तिमाही नतीजों में कंपनी का मुनाफा गिरा है, हालांकि, रेवेन्यू, EBITDA और ARPU में मजबूती बनी हुई है.
देश की दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी Bharti Airtel Block Deal करने जा रही है. इस डील के तहत कंपनी के प्रमोटर समूह की तरफ से अपना 0.8 फीसदी हिस्सा करीब 9300 करोड़ रुपये में बेचने की तैयारी है. इस ब्लॉक डील की जानकारी ऐसे समय में सामने आई है, जब कंपनी ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के नतीजे भी जारी किए हैं, जिसमें कंपनी का मुनाफा 46% घट गया है.
क्या है ब्लॉक डील?
सुनील मित्तल के नेतृत्व वाली कंपनी इंडियन कॉन्टिनेंट इन्वेस्टमेंट लिमिटेड (ICIL), Bharti Airtel की प्रमोटर कंपनी है. यह कंपनी Airtel के अपने करीब 5 करोड़ शेयर यानी 0.8% इक्विटी हिस्सेदारी बेचने जा रही है. यह सौदा 1,862 रुपये प्रति शेयर के फ्लोर प्राइस पर होगा, जो कि मौजूदा मार्केट प्राइस से 3.15% कम है. गुरुवार को Airtel Share Price 1,920.10 रुपये रही. ET की एक रिपोर्ट के मुताबिक कुल डील का आकार 9,300 करोड़ से ज्यादा का होगा. इसके अलावा डील के नियमों के तहत 90 दिन का लॉक-इन पीरियड भी तय किया गया है.
कितनी रह जाएगी प्रमोट होल्डिंग?
इस ब्लॉक डील के बाद ICIL की एयरटेल में हिस्सेदारी 2.47% से घटकर 1.67% रह जाएगी. हालांकि, इसके बाद भी प्रमोटर्स की होल्डिंग 51% से अधिक बनी रहेगी. बाजार के जानकारों का मानना है कि इस डील से निवेशकों को कुछ हद तक प्रॉफिट बुकिंग का मौका मिल सकता है.
मिलेजुे रहे Q1 FY26 के नतीजे
Airtel ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के लिए पेश किए नतीजों में रेवेन्यू ग्रोथ रिपोर्ट की है, लेकिन कंपनी के प्रॉफिट में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. कंपनी का नेट प्रॉफिट 5,948 करोड़ रुपये रहा, जो रहा, जबकि पिछली तिमाही में यह 11,021.8 करोड़ रुपये था. इस तरह तिमाही आधार पर प्रॉफिट में 46% की गिरावट आई है. हालांकि, इस दौरान कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 49,462 करोड़ रहा, जो 48,943 करोड़ रुपये के मार्केट अनुमानों से बेहतर है और पिछली तिमाही से 3.3% ज्यादा है.
ARPU सबसे बेहतर
कंपनी ने भारत में कारोबार से 37,585 करोड़ का रेवेन्यू बनाया है,, जो YoY आधार पर 29% की ग्रोथ दर्शाता है. इसके अलावा एयरटेल देश में अब भी सबसे बेहतर 250 रुपये का ARPU (प्रति ग्राहक औसत आय) रखती है. पिछले साल यह 211 रुपये था.
क्या है निवेशकों के लिए संकेत?
तिमाही नतीजों और मैक्रो इकोनॉमिक कंडीशन में मौजूद अनिश्चितता के चलते शेयर में शॉर्ट टर्म में अस्थिरता संभव है, क्योंकि ब्लॉक डील डिस्काउंट पर हुई है. लिहाजा, शेयर में मुनाफावसूली का दौर भी शुरू हो सकता है. हालांकि, लॉन्ग टर्म आउटलुक अब भी मजबूत दिखता है. खासकर रेवेन्यू ग्रोथ, मोबाइल बिजनेस और ARPU में सुधार को देखते हुए. बिजनेस के मोर्चे पर कंपनी मजबूत है. इसके अलावा ब्लॉक डील के बावजूद प्रमोटर्स की शेयर होल्डिंग 51% से ऊपर बना रहना भी निवेशकों के भरोसा देता है. वहीं, 90 दिन का लॉक-इन पीरियड यह दर्शाता है कि प्रमोटर शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग की मंशा नहीं रखते हैं.
कैसा है स्टॉक का प्रदर्शन?
Airtel के शेयर BSE पर 1,924.60 पर बंद हुए, जो कि पिछले दिन की तुलना में 0.26% की गिरावट दर्शाता है. लेकिन, ट्रेडिंगव्यू पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, अधिकतर विश्लेषक अभी भी Airtel को “Strong Buy” की कैटेगरी में रखते हैं. इसके अलावा शॉर्ट टर्म में उतार-चढ़ाव के बावजूद ज्यादातर एनालिस्ट 2,500 रुपये के टारगेट पर सहमत हैं.
बहरहाल, भारती एयरटेल की प्रमोटर डील और तिमाही नतीजे एक साथ मिलकर कंपनी के भविष्य के लिए मिश्रित संकेत दे रहे हैं. लेकिन, रेवेन्यू और ऑपरेशनल परफॉर्मेंस मजबूत बनी हुई है, वहीं मुनाफे में गिरावट और प्रमोटर स्टेक सेल से शॉर्ट टर्म में शेयर पर दबाव दिख सकता है.
डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.