Closing Bell: लगातार चौथे दिन गिरे निफ्टी-सेंसेक्स, आईटी-बैंक शेयरों के दम पर हुई निचले स्तर से रिकवरी
Nifty में वीकली एक्सपायरी के बाद कमजोरी बढ़ गई है. अपवर्ड ट्रेंडलाइन के नीचे फिसलकर शॉर्ट-टर्म मोमेंटम में करेक्टिव संकेत दिए. हालांकि इंडेक्स 20-day EMA के ऊपर टिक गया, लेकिन RSI और MACD दोनों बियरिश झुकाव दिखा रहे हैं. बैंक निफ्टी ने 20-day EMA से मजबूत रिकवरी दिखाकर सपोर्ट दिया, जबकि मिडकैप–स्मॉलकैप की कमजोरी ने बाजार ब्रेड्थ को कमजोर रखा.
NIFTY 0.18% की गिरावट के साथ 46.20 अंक टूटकर 25,986 अंक पर बंद हुआ. ओपनिंग 26,004.90 पर हुई थी और बाजार ने शुरुआती घंटे में 26,066.45 का इंट्राडे हाई बनाया, लेकिन बाद में दबाव बढ़ने से इंडेक्स 25,891.00 तक फिसल गया. पिछले बंद 26,032.20 की तुलना में हल्की कमजोरी रही, जबकि वॉल्यूम 2,656.23 लाख और टर्नओवर 25,317.84 करोड़ दर्ज हुआ. 13 एडवांसेज और 37 डिक्लाइंस के साथ मार्केट ब्रेड्थ साफ तौर पर कमजोरी की तरफ झुका रहा.
इसी तरह सेंसेक्स हल्की गिरावट के साथ 85,106.81 पर बंद हुआ, जहां इंडेक्स ने पूरे सत्र में उतार–चढ़ाव के बीच कमजोर रुख बनाए रखा. सुबह 85,150 के पास खुलने के बाद यह 85,269 तक गया, लेकिन बाद में दबाव बढ़ने से 84,763 के निचले स्तर को छू आया. HDFC Bank, ICICI Bank और IT शेयरों ने कुछ सपोर्ट दिया, जबकि रिलायंस, SBIN, M&M और ऑटो–FMCG पैक की कमजोरी ने इंडेक्स की बढ़त सीमित रखी. व्यापक बाजार में कमजोरी और सेक्टोरल दबाव के कारण सेंसेक्स दिनभर सुस्त बना रहा.
IT और बैंकिंग स्टॉक्स ने दिया सहारा
कमजोरी के बीच IT और बैंकिंग में खरीदारी ने इंडेक्स को स्थिरता दी. WIPRO, HINDALCO, TCS, ICICIBANK और HDFCBANK टॉप गेनर्स में शामिल रहे और मिलकर दिन की गिरावट को सीमित किया. इसके उलट ऑटो, FMCG, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और मिडकैप–स्मॉलकैप इंडेक्सों में दबाव साफ नजर आया. PSU बैंक इंडेक्स में 3% से अधिक की गिरावट ने व्यापक बाजार की कमजोरी को और गहरा किया, जबकि FMCG और ऑटो सेक्टर में लगातार दूसरे दिन वॉल्यूम के साथ प्रॉफिट बुकिंग दिखी. रिलायंस, SBIN, M&M, TITAN और ADANIENT जैसे हैवीवेट्स की गिरावट से सेंटीमेंट पर नकारात्मक प्रभाव दिखा.
ऑप्शंस मार्केट में हलचल तेज
डेरिवेटिव्स में आज सबसे ज्यादा ट्रेडिंग 26,000 स्ट्राइक पर रही. NIFTY 09DEC25 26000 CE में भारी गिरावट दिखी, जो कॉल राइटर्स की आक्रामकता और ऊपर की ओर सीमित संभावनाओं का संकेत देती है. दूसरी तरफ, NIFTY 26000 PE और 25900 PE में तेजी ने बाजार के निकटवर्ती सपोर्ट की ओर संकेत दिया, जहां पुट बायर्स और हेजिंग दोनों सक्रिय रहे. 26,000 स्ट्राइक पर पुट ओपन इंटरेस्ट में तेजी से इजाफा यह बताता है कि यह लेवल इस समय बाजार का पहला अहम सपोर्ट बन गया है. यदि यह सपोर्ट टूटता है तो 25,900–25,850 की ओर तेज गिरावट आ सकती है.
सेक्टर्स और ब्रॉड मार्केट में दबाव
ब्रॉड मार्केट इंडेक्स में NIFTY 100, 200, 500 तीनों में 0.33% से 0.44% तक कमजोरी रही. मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में बेयर्स की पकड़ मजबूत रही, जहां NIFTY MIDCAP 100 लगभग 1% और SMALLCAP 100 करीब 0.71% टूटा. मिडकैप फाइनेंशियल और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में गिरावट सबसे अधिक रही, जबकि हेल्थकेयर और मीडिया इंडेक्स ने कुछ हद तक स्थिरता बनाए रखी. बाजार पूंजीकरण के लिहाज से, BSE और NSE दोनों में कुल वैल्यूएशन में हल्की गिरावट दर्ज की गई, जो व्यापक दबाव को दर्शाती है.
आगे बाजार का रुझान
NIFTY के लिए 25,900 आज का सबसे महत्वपूर्ण सपोर्ट साबित हुआ. इसके नीचे फिसलने पर शॉर्ट बिल्ड-अप तेज हो सकता है और इंडेक्स 25,700 के स्तर की ओर खिंच सकता है. ऊपर की ओर 26,066 पहला इंट्राडे रेजिस्टेंस है और इसके पार 26,100–26,325 का दायरा फिर से एक्टिव होगा. IT और बैंकिंग की मजबूती अगर टिकती है तो बाजार में रिबाउंड की कोशिश होगी, लेकिन मिडकैप–स्मॉलकैप में कमजोरी फिलहाल सेंटीमेंट के लिए बाधक बनी हुई है. ऑप्शन डेटा फिलहाल 26,000 के नीचे अस्थिरता बढ़ने की चेतावनी दे रहा है, जबकि INDIA VIX 11.21 पर टिके रहने से बाजार में बड़े उतार–चढ़ाव की फिलहाल गुंजाइश सीमित है.
क्या है एक्सपर्ट की राय?
SBI सिक्योरिटीज के सुदीप शाह ने कहा कि Nifty ने आज जिस तरह अपवर्ड ट्रेंडलाइन को तोड़ा है, वह बाज़ार के मोमेंटम में एक साफ बदलाव का संकेत देता है. डेली चार्ट पर 20-D EMA के ऊपर टिकना राहत जरूर है, लेकिन RSI की गिरावट और MACD में बियरिश क्रॉसओवर यह दिखाता है कि शॉर्ट-टर्म में करेक्टिव फेज जारी रह सकता है. दूसरी तरफ बैंक निफ्टी ने 20-D EMA के पास से मजबूत रिकवरी दिखाकर बाजार को सपोर्ट दिया है, और जब तक यह इंडेक्स अपने लोअर लेवल को डिफेंड करता रहेगा, तब तक व्यापक बाजार में तेज गिरावट की संभावना सीमित रहेगी. असली चिंता मिडकैप–स्मॉलकैप की कमजोरी है, जो मार्केट ब्रेड्थ को कमजोर बनाकर समग्र सेंटीमेंट पर दबाव डाल रही है.