सबसे अधिक डिविडेंड देने वाली 5 कंपनियों के स्टॉक्स का बुरा हाल, 2025 में 34 फीसदी तक की आई गिरावट
High Dividend Yield Stocks: जोरदार डिविडेंट देने वाली कंपनियों के शेयरों का भी 2025 में अब तक बुरा हाल हुआ है. स्टॉक मार्केट की गिरावट के दौर में इन कंपनियों के स्टॉक्स भी बुरी तरह टूटे हैं. हालांकि, शेयर मार्केट में अब रिकवरी देखने को मिल रही है.
High Dividend Yield Stocks: शेयर बाजार की गिरावट ने कई कंपनियों के स्टॉक्स को बुरी तरह से झकझोर दिया है. जोरदार डिविडेंड यील्ड वाले स्टॉक का हाल भी बुरा है. निवेशकों ने जिन शेयरों से जोरदार डिविडेंड हासिल किया, उनमें से टॉप के पांच साल 2025 में बाजार में आई गिरावट की चपेट में आकर 34 फीसदी तक टूट गए हैं. इन हाई डिविडेंड यील्ड वाले शेयरों को 10 अरब रुपये से अधिक के मार्केट कैप स्टैंडर्ड के साथ फिल्टर किया गया है. तो कौन से हाई डिविडेंड वाले शेयर बुरी तरह टूटे हैं… आइए देख लेते हैं.
डी.बी. कॉर्प
डी.बी. कॉर्प न्यूजपेपर पब्लिश करने, रेडियो प्रसारण, इंटीग्रेटेड इंटरनेट और इंटरैक्टिव मोबाइल सर्विस प्रदान करने और इवेंट मैनेजमेंट के कारोबार में जुटी है. इसके प्रमुख ब्रांडों में दैनिक भास्कर (हिंदी दैनिक), दिव्य भास्कर और सौराष्ट्र समाचार (गुजरात दैनिक), और दिव्य मराठी (मराठी दैनिक) शामिल हैं. 3 मार्च 2025 तक, कंपनी का डिविडेंड यील्ड 6.4 फीसदी है. 2025 की शुरुआत से डी.बी. कॉर्प के शेयरों में 34 फीसदी की गिरावट आई है.
गुजरात पिपावाव पोर्ट
गुजरात पिपावाव पोर्ट भारत का पहला प्राइवेट सेक्टर का पोर्ट है, जो भावनगर के पास गुजरात के दक्षिण-पश्चिमी तट पर स्थित है. यह बंदरगाह रणनीतिक रूप से एक इंटरनेशनल समुद्री व्यापार मार्ग पर स्थित है, जो भारत को एक तरफ अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका, मध्य पूर्व और दूसरी तरफ पूर्व से जोड़ता है.
यह कंटेनर, ड्राई बल्क, लिक्विड बल्क और रोरो (रोल-ऑन/ऑफ – पहिएदार कार्गो ले जाने के लिए डिजाइन की गई सेवा) सहित चार प्रकार के कार्गो को संभालता है. 3 मार्च 2025 तक कंपनी के पास 5.7% फीसदी का डिविडेंड यील्ड है. 2025 की शुरुआत से गुजरात पिपावाव पोर्ट के शेयरों में 32 फीसदी की गिरावट आई है.
बामर लॉरी एंड कंपनी
बामर लॉरी एंड कंपनी भारत में इंडस्ट्रीयल पैकेजिंग, ग्रीस और लुब्रिकेंट्स, चमड़े के केमिकल, लॉजिस्टिक सेवाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर, रिफाइनरी और ऑयल सेक्टर, ट्रैवल एंड वेकेशन सर्विल के कारोबार में लगी हुई है.
यह 1972 से भारत सरकार के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत एक PSU है. 3 मार्च 2025 तक कंपनी के पास 5.5 फीसदी का डिविडेंड यील्ड है. 2025 की शुरुआत से बामर लॉरी एंड कंपनी के शेयरों में 31 फीसदी की गिरावट आई है.
एचपीसीएल
एचपीसीएल क्रूड ऑयल को प्रोसेस और पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग, हाइड्रोकार्बन के प्रोडक्शन के साथ-साथ एक्प्लोरेशन और प्रोडक्शन ब्लॉकों के प्रबंधन के लिए सर्विस प्रदान करने में लगी हुई है. Q2FY24 तक, ONGC (ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड) के पास कंपनी में 54.9 फीसदी इक्विटी है. 3 मार्च 2025 तक कंपनी के पास 7.1 फीसदी का डिविडेंड यील्ड है. 2025 की शुरुआत से कंपनी के शेयरों में 29 फीसदी की गिरावट आई है.
चेन्नई पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (CPCL)
CPCL विभिन्न पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स का उत्पादन और सप्लाई के साथ क्रूड ऑयल प्रोसेसिंग के कारोबार में लगी है. कंपनी के मुख्य प्रोडक्ट एलपीजी, मोटर स्पिरिट, सुपीरियर केरोसिन, एविएशन टर्बाइन फ्यूल, हाई स्पीड डीजल, नेफ्था, फ्यूल ऑयल, ल्यूब बेस स्टॉक और बिटुमेन हैं. इन प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग IOCL करती है. 3 मार्च 2025 तक कंपनी के पास 12.2 फीसदी का डिविडेंड था. 2025 की शुरुआत से चेन्नई पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन के शेयर में 29 फीसदी की गिरावट आई है.
डिसक्लेमर: Money9live किसी भी स्टॉक्स में निवेश की सलाह नहीं देता है. निवेश से पहले आप अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें. वेबसाइट किसी भी मुनाफा या नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगी.