DRDO, ISRO, HAL सभी दिग्गज क्लाइंट, मुनाफे में 104% बढ़त, अब जर्मन कंपनी से मिलाया हाथ; स्टॉक पर दें खास ध्यान

भारत की एक प्राइवेट डिफेंस कंपनी ने जर्मनी की हाईटेक फर्म के साथ हाथ मिलाया है. इस साझेदारी से भारत में अंतरिक्ष से जुड़े खास मिशन के लिए तकनीकी ढांचे को विकसित किया जाएगा. जानिए इस डील से किसको फायदा होगा, और क्यों ये समझौता बेहद अहम माना जा रहा है.

डिफेंस शेयर पर रखें खास ध्यान Image Credit: @Money9live

Best defense stock: भारत में रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्र की ताकत लगातार बढ़ रही है और इसमें निजी कंपनियों की भूमिका अब पहले से कहीं अधिक अहम हो गई है. इसी कड़ी में Paras Defence and Space Technologies Limited (PARAS) ने एक अहम कदम उठाते हुए जर्मनी की High Performance Space Structure Systems GmbH (HPS) के साथ दो साल के लिए रणनीतिक साझेदारी की है. यह साझेदारी भारत में अत्याधुनिक अंतरिक्ष और रक्षा परियोजनाओं पर फोकस करेगी, खासकर उन तकनीकों पर जो अब तक देश में सीमित रूप से उपलब्ध थीं.

भारत में तैयार होंगे हाई-टेक एंटीना रिफ्लेक्टर सिस्टम

PARAS और HPS की इस टीमिंग एग्रीमेंट का मुख्य उद्देश्य भारत में अत्याधुनिक अनफर्लेबल या डिप्लॉयबल एंटीना रिफ्लेक्टर सबसिस्टम्स का विकास और निर्माण करना है. इसमें रिफ्लेक्टर और आर्म असेंबली, होल्ड-डाउन एंड रिलीज मैकेनिज्म (HDRM), थर्मल हार्डवेयर और डिप्लॉयमेंट इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे अहम हिस्से शामिल हैं. ये सभी सिस्टम खासतौर पर अंतरिक्ष मिशनों के लिए होते हैं और इनमें जर्मन कंपनी HPS की विशेषज्ञता काफी अहम साबित होगी.

हालांकि ये एग्रीमेंट दो साल के लिए है, लेकिन इसे आगे बढ़ाया भी जा सकता है. ध्यान देने वाली बात ये है कि PARAS का HPS में कोई इक्विटी निवेश नहीं है, यानी ये पूरी तरह तकनीकी सहयोग पर आधारित समझौता है.

भारत की अग्रणी डिफेंस-स्पेस कंपनी है PARAS

Paras Defence and Space Technologies Ltd (PDST) भारत की एक अग्रणी निजी कंपनी है जो रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्रों में कई तरह की तकनीकी सेवाएं और प्रोडक्ट्स मुहैया कराती है. कंपनी चार मुख्य क्षेत्रों में काम करती है: डिफेंस और स्पेस ऑप्टिक्स, डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स, हैवी इंजीनियरिंग और EMP प्रोटेक्शन सॉल्यूशंस.

सरकारी क्षेत्र में इसके ग्राहक DRDO, ISRO, HAL, BEL और नेवी के कई शिपयार्ड हैं. निजी क्षेत्र में ये Godrej, Tata Power, L&T, TCS जैसी कंपनियों को सेवाएं देती है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसका जुड़ाव Israel Aerospace Industries, Elbit Systems जैसी नामी कंपनियों से है.

मजबूत वित्तीय स्थिति और शेयरों में तेजी

Q1FY26 में कंपनी की नेट सेल्स 11 फीसदी बढ़कर 93 करोड़ रुपये हो गई, जबकि नेट प्रॉफिट 14 करोड़ रुपये रहा. सालाना आंकड़ों में FY25 में कंपनी की नेट सेल्स 364.66 करोड़ रुपये और मुनाफा 61.46 करोड़ रुपये रहा, जो FY24 के मुकाबले क्रमशः 44% और 104% की वृद्धि दर्शाता है.

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हाल ही में कंपनी ने अपने शेयरों को 1:2 के अनुपात में स्प्लिट किया है यानी 10 रुपये के एक शेयर को दो 5 रुपये के शेयर में बदला गया है. यह प्रक्रिया 4 जुलाई 2025 को लागू हुई. फिलहाल कंपनी का मार्केट कैप 5,000 करोड़ रुपये से अधिक है और पिछले 5 वर्षों में इसके प्रॉफिट में 25.1% की सालाना वृद्धि दर्ज की गई है. इसके शेयर अपने 52-सप्ताह के न्यूनतम स्तर 401 रुपये से 66 फीसदी ऊपर ट्रेड कर रहे हैं.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.