सोलर इंडस्ट्री में काम करने वाली एक और कंपनी लाने वाली है 3,000 करोड़ का IPO, दाखिल किया DRHP; जानें पूरी डिटेल्स

Emmvee Photovoltaic Power Ltd ने SEBI के पास 3,000 करोड़ रुपये के IPO के लिए DRHP दाखिल किया है. इस इश्यू में 2,143.86 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और 856.14 करोड़ रुपये का OFS शामिल है. कंपनी इस राशि का बड़ा हिस्सा कर्ज चुकाने और सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों के लिए इस्तेमाल करेगी. Emmvee भारत की प्रमुख सोलर मॉड्यूल और सेल निर्माण कंपनियों में से एक है.

एमवी फोटोवोल्टिक पावर लिमिटेड आईपीओ Image Credit: money9live.com

Emmvee Photovoltaic Power IPO: सोलर फोटोवोल्टिक मॉड्यूल और सेल निर्माता कंपनी Emmvee Photovoltaic Power Ltd अपना IPO लाने जा रही है. इसके लिए कंपनी ने SEBI के पास Draft Red Herring Prospectus (DRHP) दाखिल कर दिया है. देश में ग्रीन एनर्जी की ओर तेजी से रुझान बढ़ रहा है, ऐसे में यह IPO निवेशकों के लिए खास महत्व रख सकता है. आइए जानते हैं इस IPO से जुड़ी मुख्य बातें क्या है.

3,000 करोड़ रुपये का होगा IPO

DRHP के अनुसार, यह IPO कुल 3,000 करोड़ रुपये का होगा. इसमें 2,143.86 करोड़ रुपये का Fresh Issue और 856.14 करोड़ रुपये का Offer for Sale (OFS) शामिल है, जो प्रमोटर्स द्वारा शेयर बिक्री के रूप में किया जाएगा. IPO से जुटाई गई राशि में से 1,607.90 करोड़ रुपये कंपनी और उसकी प्रमुख सब्सिडियरी के लोन पेमेंट में इस्तेमाल की जाएगी.

कंपनी पर कितना है कर्ज

ड्राफ्ट पेपर्स के अनुसार, मार्च 2025 तक कंपनी पर कुल 1,950 करोड़ रुपये की उधारी थी. बेंगलुरु स्थित यह कंपनी IPO से पहले 428.77 करोड़ रुपये तक का प्री-IPO प्लेसमेंट भी कर सकती है. यदि ऐसा होता है, तो इतनी राशि फ्रेश इश्यू से घटा दी जाएगी.

क्या करती है कंपनी

Emmvee Photovoltaic भारत की प्रमुख integrated solar निर्माता कंपनियों में से एक है. 31 मई 2025 तक, कंपनी की सोलर PV मॉड्यूल उत्पादन क्षमता 7.80 GW और सोलर सेल उत्पादन क्षमता 2.94 GW थी. इस IPO को JM Financial, IIFL Capital, Jefferies India और Kotak Mahindra Capital Company मैनेज कर रही हैं.

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सोलर सेक्टर में तेजी

CRISIL रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की सोलर मॉड्यूल निर्माण क्षमता मार्च 2022 में 21 GW थी, जो मार्च 2025 तक बढ़कर 82 GW हो गई है. वहीं, सोलर सेल निर्माण क्षमता इसी अवधि में 3.2 GW से बढ़कर 23 GW तक पहुंच गई है. रिपोर्ट बताती है कि FY30 तक यह क्षमता क्रमशः 175-185 GW और 85-95 GW तक पहुंच सकती है. विश्लेषकों का मानना है कि सरकार की renewable energy को बढ़ावा देने वाली नीतियों के चलते यह IPO निवेशकों के बीच काफी आकर्षण पैदा कर सकता है.