चीनी कंपनी से करार और शेयर ने पकड़ी रफ्तार, ब्रोकरेज फर्म बोली खरीद लो; जानें Target Price

मजबूत उत्पादन क्षमता, घरेलू उपकरणों में विविधता और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाते हुए देश की प्रमुख कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग कंपनी अपने बिजनेस में विस्तार करने पर फोकस कर रही है. बीते दिनों चीनी कंपनी से हुई साझेदारी के बाद कंपनी के शेयर ने रफ्तार पकड़ी. ऐसे में ब्रोकरेज फर्म्स ने भी इसपर अपना दांव लगाना शुरू कर दिया है.

चीनी कंपनी से साझेदारी के बाद इस कंपनी के शेयर ने पकड़ी रफ्तार Image Credit: FreePik

एयर कंडीशनर्स और इसके कंपोनेंट्स का निर्माण और सप्लाई करने वाली कंपनी ईपैक ड्यूरेबल लिमिटेड के शेयरों (Epack Durable Shares Price) में बीते दिनों अपर सर्किट लगा. तबसे कंपनी के शेयर में तेजी बनी हुई है. स्टॉक की बढ़ती कीमतों के बाद कंपनी के शेयर अब 52 हफ्ते के हाई से महज कुछ दूर हैं.इस बढ़त के बीच, ब्रोकरेज फर्म ICICI Securities ने ईपैक ड्यूरेबल के शेयर पर अपना भरोसा जताते हुए इसे “BUY” की रेटिंग दी है. फर्म का मानना है कि कंपनी के शेयरों में ये बढ़त अभी और आगे जाएगी, जिसका कारण एयर कंडीशनर सेगमेंट में कंपनी की मजबूत पकड़, सरकार के योजनाओं का कंपनी को मिल रहा लाभ समेत कई कारक है.

ब्रोकरेज फर्म का टारगेट प्राइस

शुक्रवार यानी 27 दिसंबर को कंपनी के शेयर 2 फीसदी के बढ़त के साथ 505 रुपये पर बंद हुए. ब्रोकरेज कंपनी का कहना है कि इसके स्टॉक्स 2026-27 तक 555 रुपये की ऊंचाई पर पहुंचेंगे. इसका मतलब है कि इसमें करीब 10 फीसदी की संभावित बढ़त देखी जा सकती है. ब्रोकरेज फर्म ने यह सिफारिश कंपनी के राजस्व, मुनाफे और कारोबार विस्तार की संभावनाओं को देखते हुए दी है.

कंपनी का मौजूदा मार्केट कैप 4,856 करोड़ रुपये है. वहीं 52 हफ्ते का लो 150 रुपये है और हाई 515 रुपये.

तेजी के पीछे क्या हैं कारण?

कंपनी ने अपनी प्रोडक्शन कैपेसिटी और ग्राहकों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ कंपोनेंट बिजनेस का भी विस्तार किया है. इसके अलावा, Hisense India और Panasonic Life Solutions India के साथ रणनीतिक साझेदारी से कंपनी को RAC और कंपोनेंट सेगमेंट में अतिरिक्त राजस्व की उम्मीद है. हाइसेंस ग्रुप चीन की दिग्गज कंपनियों में से एक है.

रिपोर्ट के मुताबिक, ईपैक और Hisense India के बीच हुई साझेदारी से अगले पांच वर्षों में कंपनी को 8,000 करोड़ रुपये का राजस्व मिलने की उम्मीद है. वहीं, Panasonic India के साथ हुए करार के तहत पीसीबी कंट्रोलर और अन्य कंपोनेंट्स की आपूर्ति से 200 करोड़ रुपये की आय होने का अनुमान है. इन साझेदारियों से कंपनी RAC और कंपोनेंट सेगमेंट में औद्योगिक विकास दर से अधिक बढ़त दर्ज कर सकती है.

RAC सेगमेंट के मौसमी प्रभाव को कम करने के लिए, ईपैक अब डोमेस्टिक डिवाइस के व्यापक पोर्टफोलियो की ओर बढ़ रहा है. इसी के साथसरकार की उत्पादन-आधारित प्रोत्साहन (PLI) योजना के तहत, ईपैक ड्यूरेबल ने सफेद सामान, यानी एयर कंडीशनर जैसे उत्पाद बनाने के लिए बड़े पैमाने पर निवेश किया है. इस योजना के जरिए कंपनी को अपने प्लांट्स और उत्पादन में किए गए खर्च (कैपेक्स) के बदले और उत्पादन के आधार पर राज्य सरकार से आर्थिक मदद और छूट मिलेगी.

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इसके अलावा, ईपैक ने छोटे और बड़े घरेलू उपकरणों (SDA और LDA) के बाजार में प्रवेश किया है. कंपनी ने शुरुआत में उन प्रोडक्ट पर फोकस किया है जहां मुनाफा अधिक और कंप्टिशन कम है. उदाहरण के तौर पर, ईपैक ने पूरी तरह से ऑटोमैटिक टॉप-लोड वॉशिंग मशीन के निर्माण में कदम रखा है जबकि इसके कई प्रतिस्पर्धी हर सेगमेंट में काम कर रहे हैं.

आर्थिक प्रदर्शन और भविष्य की संभावनाएं

ICICI Securities के मुताबिक, ईपैक ड्यूरेबल का राजस्व FY24 से FY27 के बीच 41.7% की दर से बढ़ सकता है. कंपनी का नेट प्रॉफिट FY24 में 354 करोड़ रुपये से FY27 में 1,247 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है. इसके अलावा, EBITDA मार्जिन 8.2% से बढ़कर 7.4% तक रहने की उम्मीद है.

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