HDFC vs ICICI Bank: रिजल्ट के बाद कौन कराएगा कमाई, किस में है दम, मर्जर और नई स्ट्रैटेजी में मुकाबला
क्या HDFC और ICICI Bank के Q1 नतीजों के बाद अब शेयर बाजार में कुछ बड़ा होने वाला है? ब्रोकरेज फर्म्स ने कौनसे बैंक को टॉप पिक चुना, और क्यों? जानिए किन नए फाइनेंशियल आंकड़ों और भविष्य की रणनीतियों पर सबकी नजरें टिकी हैं.
Which bank is best HDFC or ICICI: इंडियन बैंकिंग सेक्टर में इस समय सबसे ज्यादा चर्चा दो दिग्गज बैंकों ‘HDFC Bank और ICICI Bank’ के पहले तिमाही (Q1) नतीजों की है. दोनों ही बैंकों के हालिया रिजल्ट्स के बाद बड़ी ब्रोकरेज फर्म्स जैसे Goldman Sachs, Jefferies और CLSA ने अपनी ताजा राय और टारगेट प्राइस जारी किए हैं. निवेशकों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि किस बैंक पर भरोसा किया जाए? किसके फाइनेंशियल्स ज्यादा मजबूत हैं? और बड़े ब्रोकरेज हाउस इन शेयरों को खरीदने या बेचने की राय क्यों दे रहे हैं? इन सभी सवालों के जवाब आपको इस रिपोर्ट में विस्तार से मिलेंगे.
तिमाही नतीजों में कौन सबसे आगे?
HDFC Bank की पहली तिमाही में ग्रोथ स्टेबल रही, हालांकि एनालिस्ट्स ने प्रोफिट ग्रोथ, लोन बुक और डिपॉजिट ग्रोथ में उम्मीद के हिसाब से ही प्रदर्शन बताया है. वहीं ICICI Bank ने इस तिमाही में इंडस्ट्री एवरेज से बेहतर प्रदर्शन किया. रिजल्ट्स ने प्रॉफिट ग्रोथ, स्ट्रॉन्ग रिटर्न ऑन इक्विटी और नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) में मजबूती दिखाई.
- HDFC Bank का इस साल प्रॉफिट ग्रोथ लगभग 11% है, जबकि ICICI Bank ने लगभग 15% की ग्रोथ दर्ज की है.
- EPS के मामले में HDFC Bank आगे है (FY25E में 88 रुपये, ICICI Bank के 67 रुपये के मुकाबले).
- ICICI Bank की ROE और ROA दोनों अनुपात HDFC Bank से ज्यादा हैं, जिससे निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिल रहा है.
- HDFC Bank का लोन ग्रोथ शॉर्ट टर्म में स्लोडाउन मोड में है (5%), जबकि ICICI Bank इसमें दोगुनी (13%) तेजी दिखा रहा है.
- डिपॉजिट्स में दोनों ने अच्छा ग्रोथ दिखाया है, लेकिन ICICI का CASA Ratio (41-42%) HDFC (34-35%) से ज्यादा बना हुआ है
- ICICI Bank के नेट इंटरेस्ट मार्जिन्स (4.5%) HDFC Bank (3.6%) से बेहतर हैं.
- दोनों बैंकों ने अपने ग्रॉस और नेट एनपीए को काफी कम रखा है, जिससे एसेट क्वालिटी मजबूत बनी हुई है.
ब्रोकरेज फर्मों की क्या है राय व भविष्य के ग्रोथ पॉइंट्स
HDFC Bank
Jefferies के मुताबिक, HDFC Bank की ग्रोथ में बाउंसबैक की संभावनाएं हैं लेकिन अभी बैंक ट्रांजिशन फेज में है. Jefferies ने बैंक का टारगेट प्राइस 2340 रुपये रखा है और शेयर को “Buy” की रेटिंग दी है, क्योंकि बैंक के लॉन्ग-टर्म आउटलुक को वह मजबूत मानते हैं. Goldman Sachs ने भी मीडियम टर्म में मजबूत रिटर्न्स की संभावना जताई है. फर्म को उम्मीद है कि FY26-27 के बाद बैंक की ग्रोथ फिर तेज होगी और शेयर 2327 रुपये पर ट्रेड करेंगे.
- मर्जर सिनर्जी: Jefferies और Goldman Sachs ने खासतौर पर HDFC Ltd के साथ मर्जर को लॉन्ग टर्म ग्रोथ का बड़ा अवसर बताया है. उनका मानना है कि इस मर्जर से बैंक के डिपॉजिट बेस, लोन ग्रोथ, मॉर्गेज बिजनेस और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क में जबरदस्त बूस्ट मिलेगा.
- डिजिटल फिनटेक ढांचा: Goldman Sachs ने डिजिटल बैंकिंग और फिनटेक इनोवेशन में HDFC के इंवेस्टमेंट्स को भविष्य का ग्रोथ ड्राइवर बताया है. इससे बैंक अपनी पहुंच छोटे शहरों और यंग पॉपुलेशन तक तेजी से बढ़ा सकता है.
- कस्टमर बेस एक्सपेंशन: बैंक का CASA रेशियो और रिटेल फ्रेंचाइज के विस्तार को लेकर Jefferies ने कहा है कि HDFC आने वाले वक्त में भी मिड-टियर और रूरल मार्केट्स में कस्टमर बेस तेजी से बनाएगा.
- स्ट्रॉन्ग बैलेंस शीट एंड रिटर्न्स: Jefferies को उम्मीद है कि FY27-28 के बाद बैंक की प्रॉफिट ग्रोथ, RoA और रिटर्न ऑन इक्विटी फिर से तेज होगी, जिससे शेयरधारकों को बेहतर रिटर्न मिलेगा
ICICI Bank
Jefferies ने ICICI Bank पर “Buy” की रेटिंग जारी रखी है और टारगेट प्राइस 1,760 रुपये बताया है. CLSA ने भी बैंक की स्थिरता और मजबूत बैलेंस शीट की तारीफ करते हुए टारगेट प्राइस 1700 रुपये सेट किया है. साथ ही ICICI Bank की लोन क्वालिटी, ऑपरेटिंग इफिशिएंसी और रोबस्ट प्रॉफिटबिलिटी के कारण ब्रोकरेज फर्म्स इसपर भरोसा जता रही हैं.
- क्रेडिट ग्रोथ में मजबूती: Jefferies, CLSA दोनों ने ICICI की लोन बुक ग्रोथ, खासकर रिटेल, बिजनेस बैंकिंग और डिजिटल लेंडिंग सॉल्यूशंस में मजबूत ट्रैक्शन को भविष्य का बड़ा ग्रोथ पॉइंट बताया. ICICI का लोन ग्रोथ अगले दो साल भी इंडस्ट्री से ऊपर रहने का अनुमान है.
- प्रॉफिटबिलिटी और एफिशिएंसी: CLSA ने बैंक की बेहतर ऑपरेटिंग एफिशिएंसी, मजबूत रिटेंशन रेट, कम एनपीए और हाई प्राविजनिंग को अगले तीन सालों के लिए लाभकारी बताया.
- डिजिटल लीडरशिप: Jefferies का मानना है कि ICICI Bank अपने डिजिटल प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को और अधिक विस्तार देकर, तेज टेक्नोलॉजी एडॉप्शन से कॉस्ट कम और ग्रोथ बढ़ा सकता है.
- कंसिस्टेंट रिटर्न्स: ICICI Bank की लगातार बेहतर RoA और RoE, उच्च CASA और बैलेंस्ड लोन-मिक्स शेयरधारकों के लिए लॉन्ग टर्म में भी फायदेमंद बने रहने के संकेत हैं.
- ब्रांच नेटवर्क और डिपॉजिट ग्रोथ: CLSA ने शाखाओं की संख्या में हुई बढ़ोतरी को बैंकिंग पेनिट्रेशन बढ़ाने और नए कस्टमर्स जोड़ने की दिशा में बड़ा सकारात्मक पहलू बताया.
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अंत में, दोनों बैंकों के लिए ब्रोकरेज फर्म्स सकारात्मक है और उनके फंडामेंटल्स, एनपीए कंट्रोल, और ‘न्यू एज’ बैंकिंग इनिशिएटिव्स पर भरोसा दिखा रहे हैं. अब आप अपने इंवेस्टमेंट टारगेट के मुताबिक अपना स्टॉक चुन सकते हैं.
डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट एक्सपर्ट ब्रोकरेज हाउसों द्वारा दी गई राय और उनके रिसर्च विश्लेषण के आधार पर तैयार की गई है. इसमें दिए गए सभी विचार और सुझाव पूरी तरह संबंधित एक्सपर्ट्स के अपने निजी विचार हैं. Money9 किसी स्टॉक की सलाह नहीं देता.निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.