HDFC vs ICICI Bank: रिजल्ट के बाद कौन कराएगा कमाई, किस में है दम, मर्जर और नई स्ट्रैटेजी में मुकाबला

क्या HDFC और ICICI Bank के Q1 नतीजों के बाद अब शेयर बाजार में कुछ बड़ा होने वाला है? ब्रोकरेज फर्म्स ने कौनसे बैंक को टॉप पिक चुना, और क्यों? जानिए किन नए फाइनेंशियल आंकड़ों और भविष्य की रणनीतियों पर सबकी नजरें टिकी हैं.

HDFC Bank vs ICICI Bank Image Credit: AI Generated

Which bank is best HDFC or ICICI: इंडियन बैंकिंग सेक्टर में इस समय सबसे ज्यादा चर्चा दो दिग्गज बैंकों ‘HDFC Bank और ICICI Bank’ के पहले तिमाही (Q1) नतीजों की है. दोनों ही बैंकों के हालिया रिजल्ट्स के बाद बड़ी ब्रोकरेज फर्म्स जैसे Goldman Sachs, Jefferies और CLSA ने अपनी ताजा राय और टारगेट प्राइस जारी किए हैं. निवेशकों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि किस बैंक पर भरोसा किया जाए? किसके फाइनेंशियल्स ज्यादा मजबूत हैं? और बड़े ब्रोकरेज हाउस इन शेयरों को खरीदने या बेचने की राय क्यों दे रहे हैं? इन सभी सवालों के जवाब आपको इस रिपोर्ट में विस्तार से मिलेंगे.

तिमाही नतीजों में कौन सबसे आगे?

HDFC Bank की पहली तिमाही में ग्रोथ स्टेबल रही, हालांकि एनालिस्ट्स ने प्रोफिट ग्रोथ, लोन बुक और डिपॉजिट ग्रोथ में उम्मीद के हिसाब से ही प्रदर्शन बताया है. वहीं ICICI Bank ने इस तिमाही में इंडस्ट्री एवरेज से बेहतर प्रदर्शन किया. रिजल्ट्स ने प्रॉफिट ग्रोथ, स्ट्रॉन्ग रिटर्न ऑन इक्विटी और नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) में मजबूती दिखाई.

ब्रोकरेज फर्मों की क्या है राय व भविष्य के ग्रोथ पॉइंट्स

HDFC Bank

Jefferies के मुताबिक, HDFC Bank की ग्रोथ में बाउंसबैक की संभावनाएं हैं लेकिन अभी बैंक ट्रांजिशन फेज में है. Jefferies ने बैंक का टारगेट प्राइस 2340 रुपये रखा है और शेयर को “Buy” की रेटिंग दी है, क्योंकि बैंक के लॉन्ग-टर्म आउटलुक को वह मजबूत मानते हैं. Goldman Sachs ने भी मीडियम टर्म में मजबूत रिटर्न्स की संभावना जताई है. फर्म को उम्मीद है कि FY26-27 के बाद बैंक की ग्रोथ फिर तेज होगी और शेयर 2327 रुपये पर ट्रेड करेंगे.

ICICI Bank

Jefferies ने ICICI Bank पर “Buy” की रेटिंग जारी रखी है और टारगेट प्राइस 1,760 रुपये बताया है. CLSA ने भी बैंक की स्थिरता और मजबूत बैलेंस शीट की तारीफ करते हुए टारगेट प्राइस 1700 रुपये सेट किया है. साथ ही ICICI Bank की लोन क्वालिटी, ऑपरेटिंग इफिशिएंसी और रोबस्ट प्रॉफिटबिलिटी के कारण ब्रोकरेज फर्म्स इसपर भरोसा जता रही हैं.

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अंत में, दोनों बैंकों के लिए ब्रोकरेज फर्म्स सकारात्मक है और उनके फंडामेंटल्स, एनपीए कंट्रोल, और ‘न्यू एज’ बैंकिंग इनिशिएटिव्स पर भरोसा दिखा रहे हैं. अब आप अपने इंवेस्टमेंट टारगेट के मुताबिक अपना स्टॉक चुन सकते हैं.

डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट एक्सपर्ट ब्रोकरेज हाउसों द्वारा दी गई राय और उनके रिसर्च विश्लेषण के आधार पर तैयार की गई है. इसमें दिए गए सभी विचार और सुझाव पूरी तरह संबंधित एक्सपर्ट्स के अपने निजी विचार हैं. Money9 किसी स्टॉक की सलाह नहीं देता.निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.