Bank Merger की चर्चा के बीच HDFC MF का बड़ा दांव, इन दो PSBs में बरकरार रखा ₹3358.55 करोड़ का निवेश

सरकारी बैंकों के संभावित बड़े मर्जर की चर्चा के बीच HDFC Mutual Fund ने दो PSBs शेयरों में अपनी मजबूत हिस्सेदारी बरकरार रखी है. आंकड़ों के अनुसार, दोनों PSBs में HDFC MF का कुल निवेश 3358.55 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो म्यूचुअल फंड की भरोसेमंद रणनीति को दिखाता है.

HDFC MF PSBs Stock Image Credit: Canva

HDFC MF PSBs Stock: सरकारी बैंकों के संभावित बड़े मर्जर (PSBs Mega Merger) की चर्चा के बीच देश की दिग्गज एसेट मैनेजमेंट कंपनियों में शामिल HDFC Mutual Fund ने दो प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में अपना निवेश बरकरार रखा है. जहां एक ओर विदेशी निवेशक भारत के निजी बैंकों में अरबों डॉलर लगा रहे हैं और सेक्टर में तेजी से पोजिशन बढ़ा रहे हैं, वहीं HDFC MF ने इसके उलट रुख अपनाते हुए दो बड़े पब्लिक सेक्टर बैंकों Indian Bank और Union Bank of India में अपनी मजबूत हिस्सेदारी को बनाए रखा है. उपलब्ध म्यूचुअल फंड होल्डिंग डेटा के मुताबिक, इन दोनों बैंकों में HDFC MF की कुल हिस्सेदारी का मूल्य मिलाकर 3,358.55 करोड़ रुपये तक पहुंचता है.

किन दो बैंको में बरकरार है

सबसे बड़ी हिस्सेदारी Indian Bank में है, जहां HDFC का प्रमुख इक्विटी फंड HDFC Mid-Cap Opportunities Fund (Growth) लगभग 2,272.45 करोड़ रुपये का निवेश बनाए हुए है. यह फंड मिड-कैप स्पेस में सबसे बड़े एसेट मैनेजर में गिना जाता है और लगातार मजबूत बैंकिंग शेयरों में पोजीशन बनाए रखता है.

कंपनी के शेयरों की बात करें तो शुक्रवार को कंपनी के शेयर दोपहर 12.34 पर 0.36 फीसदी के गिरावट के साथ 866 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे.

इसके अलावा, यही फंड Union Bank of India में भी लगभग 1,086.10 करोड़ रुपये का निवेश रखता है. यह दिखाता है कि HDFC MF PSU बैंकों, खासकर मिड-साइज्ड और मजबूत बैलेंस शीट वाले बैंकों को लेकर अपनी रणनीति में किसी तरह का बदलाव नहीं दिखा रहा है, जबकि बाजार में संभावित री-ऑर्गनाइजेशन को लेकर चर्चा जारी है.

UBI के शेयर 152.72 रुपये पर ट्रेड कर रहे हैं, जो बीते दिन के बंद कीमत से 0.47 फीसदी की बढ़त है.

PSBs शेयरों को लेकर आशावादी है HDFC MF

मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि बैंकिंग सेक्टर में हालिया ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस, क्रेडिट ग्रोथ और एसेट क्वालिटी में सुधार जैसे कारक इन फंड्स के विश्वास को मजबूत बनाए हुए हैं. साथ ही, अगर सरकार मर्जर की दिशा में कोई ठोस कदम उठाती है तो इन बैंकों की वैल्यूएशन और बिजनेस स्केल पर बड़ी संभावनाएं खुल सकती हैं, जो म्यूचुअल फंड्स के लिए अतिरिक्त लाभ का कारण बन सकता है.

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PSU बैंकिंग स्पेस में चल रही हलचल के बीच HDFC Mutual Fund की यह पोजीशन बताती है कि संस्थागत निवेशक इस सेक्टर में लंबी अवधि की वृद्धि को लेकर अभी भी आशावादी हैं.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.