सेमीकंडक्टर किंग बनने की ओर बढ़ रहा भारत! ये 3 म्यूचुअल फंड्स करते है इस सेक्टर में निवेश, चेक करें लिस्ट

भारत का सेमीकंडक्टर उद्योग नया है, लेकिन तेजी से बढ़ रहा है. बड़े विदेशी और भारतीय कंपनियां चिप फैक्ट्री और असेंबली यूनिट्स में पैसा लगा रही हैं. इससे भारत के भविष्य पर भरोसा दिखता है. भारत के आईटी टैलेंट से दुनिया स्तर के चिप डिजाइन बन रहे हैं. इससे आयात कम होगा और घरेलू चेन मजबूत बनेगी.

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Semiconductor Mutual Funds: भारत सरकार ने सेमीकंडक्टर प्रोडक्शन में बड़ा कदम उठाया है. अगले कुछ सालों में देश के खुद के बनाए हाई-टेक चिप्स बाजार में आएंगे. भारत अब सिर्फ चिप्स खरीदने वाला देश नहीं रहेगा, बल्कि वैश्विक सप्लाई चेन में बड़ा खिलाड़ी बनेगा. ‘मेक इन इंडिया’ योजना और ‘सेमिकॉन इंडिया’ प्रोग्राम से इसे मदद मिल रही है. AI, इलेक्ट्रिक वाहन, 5जी और स्मार्ट डिवाइस जैसे क्षेत्रों में मांग बढ़ रही है. इससे निवेशकों के लिए सेमीकंडक्टर एक नया सुनहरा मौका बन रहा है.

भारत का सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम

भारत का सेमीकंडक्टर उद्योग नया है, लेकिन तेजी से बढ़ रहा है. बड़े विदेशी और भारतीय कंपनियां चिप फैक्ट्री और असेंबली यूनिट्स में पैसा लगा रही हैं. इससे भारत के भविष्य पर भरोसा दिखता है. भारत के आईटी टैलेंट से दुनिया स्तर के चिप डिजाइन बन रहे हैं. इससे आयात कम होगा और घरेलू चेन मजबूत बनेगी. ‘इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन’ से इंफ्रास्ट्रक्चर, टैलेंट और रिसर्च को बढ़ावा मिल रहा है.

IIT मद्रास और इसरो ने मिलकर स्पेस के लिए रिस्क-वी कंट्रोलर चिप ‘IRIS’ बनाई है. यह घरेलू रिसर्च की ताकत दिखाता है और स्पेस टेक में नए मौके खोलता है. साल 2023 में भारत का सेमीकंडक्टर बाजार 38 बिलियन डॉलर का था. साल 2025 के अंत तक यह 45-50 बिलियन और साल 2030 तक 100-110 बिलियन डॉलर हो जाएगा. यह आंकड़े सरकार के प्रेस रिलीज से लिए गए हैं. ये सब दिखाते हैं कि उद्योग लंबे समय तक बढ़ेगा.

5 साल के CAGR और सेमीकंडक्टर स्टॉक्स में ज्यादा निवेश के आधार पर टॉप 3 म्यूचुअल फंड्स की लिस्ट इस प्रकार है.

मोतीलाल ओसवाल फ्लेक्सी कैप फंड (Motilal Oswal Flexi Cap Fund)

मोतीलाल ओसवाल फ्लेक्सी कैप फंड एक थीमैटिक फंड नहीं है. यह डायवर्सिफाइड स्कीम है, जो मार्केट कैप और सेक्टरों के बीच आसानी से बदलाव करने देती है. यह अप्रैल 2014 में लॉन्च हुआ. अगस्त 2025 तक इसका AUM (एसेट्स अंडर मैनेजमेंट) 136.8 बिलियन रुपये है. फंड का तरीका बॉटम-अप स्टॉक चुनना है, जो क्वालिटी, ग्रोथ, लॉन्गेविटी और प्राइस (क्यूजीएलपी) पर आधारित है.

पोर्टफोलियो में लार्ज कैप 44.3%, मिड कैप 49.8% और स्मॉल कैप 1.4% हैं. यह फ्लेक्सिबल है, इसलिए इंफ्रास्ट्रक्चर, मैन्युफैक्चरिंग और कंजम्प्शन जैसे थीम्स पर फायदा उठा सकता है. पिछले 5 सालों में इसका रिटर्न 29% से ज्यादा का सीएजीआर रहा. सेमीकंडक्टर स्टॉक्स में 17.52% निवेश है. सबसे ज्यादा डिक्सन टेक्नोलॉजीज (9.76%), सीजी पावर एंड इंडस्ट्रियल सॉल्यूशंस (6.34%) और केन्स टेक्नोलॉजी (1.42%) में. वहीं टेक्नोलॉजी 20.89%, रिटेलिंग 17.71%, कैपिटल गुड्स 12.51% है. क्वालिटी ग्रोथ स्टॉक्स पर फोकस से स्थिरता मिलती है. फ्लेक्सीकैप स्ट्रक्चर से हाई-ग्रोथ सेक्टरों में मौके पकड़े जा सकते हैं.

कनारा रोबेको इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (Canara Robeco Infrastructure Fund)

कनारा रोबेको इंफ्रास्ट्रक्चर फंड भारत की इंफ्रा ग्रोथ पर फोकस्ड थीमैटिक फंड है. यह सितंबर 2005 में लॉन्च हुआ. अगस्त 2025 तक एयूएम 8.89 बिलियन रुपये है. पोर्टफोलियो में लार्ज कैप 54.3%, मिड कैप 30.1% और स्मॉल कैप 11.34% हैं. यह ग्रोथ स्टाइल अपनाता है, जो इंफ्रा के विभिन्न हिस्सों में डायवर्सिफाई रहते हुए मोमेंटम कैप्चर करता है. पिछले 5 सालों में 31.9% सीएजीआर रिटर्न, जो सेमीकंडक्टर वाले फंड्स में टॉप है. सेमीकंडक्टर में 12.3% निवेश है. सबसे ज्यादा भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (3.61%), डिक्सन टेक्नोलॉजीज (3.56%), सीजी पावर (2.99%) और केन्स टेक्नोलॉजी (2.14%) में है. कैपिटल गुड्स 24.23%, पावर 11.4%, इंफ्रास्ट्रक्चर 9.14% है.

एचएसबीसी इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (HSBC Infrastructure Fund)

एचएसबीसी इंफ्रास्ट्रक्चर फंड भारत के बढ़ते कैपिटल एक्सपेंडीचर और शहर विकास पर दांव लगाता है. यह जनवरी 2008 में लॉन्च हुआ था. अगस्त 2025 तक एयूएम 227.8 मिलियन रुपये है. पोर्टफोलियो में लार्ज कैप 55.34%, स्मॉल कैप 30.71% और मिड कैप 11.71% है. यह मजबूत ऑर्डर बुक, एक्जीक्यूशन और फाइनेंशियल हेल्थ वाली कंपनियों पर फोकस करता है. 10 साल का 17.1%, 5 साल का 29.3% है. सेमीकंडक्टर में 10.6% है. भारत इलेक्ट्रॉनिक्स 7.97%, डिक्सन टेक्नोलॉजीज 2.62% है. कैपिटल गुड्स 32.07%, इंफ्रा 12.9%, पावर 8.94% है.

डेटा सोर्स: BSE, Equity Master

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डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.