Inox Clean Energy का बड़ा दांव, ₹5000 करोड़ में साइन की मेगा डील; सोमवार को दिख सकती है हलचल
भारत के रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में कंसोलिडेशन तेज हो रहा है. Inox Clean Energy ने Vibrant Energy के 1337 मेगावाट रिन्यूएबल पावर पोर्टफोलियो के अधिग्रहण के लिए निर्णायक समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं. इंडस्ट्री सूत्रों के अनुसार डील वैल्यू करीब 5000 करोड़ रुपये बताई जा रही है. इस पोर्टफोलियो में 800 मेगावाट क्षमता पहले से ऑपरेशनल है.
Inox Clean Energy: भारत के रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में कंसोलिडेशन की रफ्तार तेज होती नजर आ रही है. इसी कड़ी में Inox Clean Energy Ltd ने Vibrant Energy के 1337 मेगावाट के पावर पोर्टफोलियो के अधिग्रहण के लिए निर्णायक समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं. यह अधिग्रहण ऑस्ट्रेलिया स्थित Macquarie Corporate Holdings Pty Ltd और अन्य शेयरधारकों से किया जा रहा है. हालांकि कंपनी ने आधिकारिक तौर पर डील वैल्यू का खुलासा नहीं किया है, लेकिन पीटीआई को इंडस्ट्री सूत्रों ने करीब 5000 करोड़ रुपये बताया है.
800 मेगावाट पहले से ऑपरेशनल
INOXGFL Group की नोएडा आधारित कंपनी Inox Clean Energy ने रविवार को जारी बयान में बताया कि Vibrant Energy के पूरे 1337 मेगावाट के रिन्यूएबल पावर पोर्टफोलियो के अधिग्रहण के लिए डिफिनिटिव एग्रीमेंट्स पूरे हो चुके हैं. इस पोर्टफोलियो में से करीब 800 मेगावाट की क्षमता पहले से ही ऑपरेशनल है, जबकि शेष परियोजनाएं अलग-अलग चरणों में हैं. ये प्रोजेक्ट्स मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश जैसे प्रमुख राज्यों में स्थित हैं.
लंबे पीपीए और मजबूत कस्टमर बेस
Vibrant Energy भारत की एक डाइवर्सिफाइड रिन्यूएबल एनर्जी इंडिपेंडेंट पावर प्रोड्यूसर कंपनी है. कंपनी के पास कई बड़े कमर्शियल एंड इंडस्ट्रियल ग्राहकों के साथ पावर परचेज एग्रीमेंट्स मौजूद हैं. इनमें कई ग्लोबल एमएनसी भी शामिल हैं. इन पीपीए की औसत अवधि करीब 20 साल बताई जा रही है, जो रिन्यूएबल एनर्जी बिजनेस में लंबे समय की रेवेन्यू विजिबिलिटी और कैश फ्लो स्टेबिलिटी सुनिश्चित करती है. यही वजह है कि यह पोर्टफोलियो Inox Clean Energy के लिए रणनीतिक रूप से काफी अहम माना जा रहा है.
FY26 और FY28 के लक्ष्यों की ओर Inox Clean
INOXGFL Group के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर देवांश जैन ने बयान में कहा कि यह अधिग्रहण Inox Clean Energy की रिन्यूएबल पावर जनरेशन क्षमता को तेजी से बढ़ाने में मदद करेगा. उन्होंने बताया कि इस डील और अन्य प्रस्तावित अधिग्रहणों के पूरा होने के बाद कंपनी वित्त वर्ष 2026 के अंत तक 3 गीगावाट की रिन्यूएबल इंस्टॉल्ड कैपेसिटी के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रही है. इसके साथ ही कंपनी ने वित्त वर्ष 2028 तक 10 गीगावाट की इंस्टॉल्ड कैपेसिटी का महत्वाकांक्षी टारगेट भी तय किया है.
Macquarie की एसेट मैनेजमेंट रणनीति का हिस्सा
Macquarie Group के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर मार्क डूली ने कहा कि Vibrant Energy की बिक्री Macquarie Group की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत उसकी रिन्यूएबल एनर्जी गतिविधियों को एसेट मैनेजमेंट मॉडल में ट्रांजिशन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि Macquarie Asset Management Green Investments के तहत इस बदलाव को आगे बढ़ाया जा रहा है. डूली के मुताबिक, Macquarie और Vibrant Energy की टीम ने मिलकर कम समय में पोर्टफोलियो को 65 मेगावाट से बढ़ाकर 1337 मेगावाट तक पहुंचाया.
कैसा है शेयर का हाल
शुक्रवार को कंपनी का शेयर 2.91 फीसदी बढ़कर 203.92 रुपये पर बंद हुआ. पिछले 3 महीने में इसके शेयर में करीब 3 फीसदी और बीते 6 महीनों में 35.05 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है. वहीं, पिछले 1 साल में कंपनी के शेयर में 19.95 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है.
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