7 से कम PE रेशियो, 4 फीसदी से ज्यादा डिविडेंड और मजबूत फंडामेंटल्स, ये 3 अंडरवैल्यू PSU स्टॉक्स 2026 में करेंगे धमाल
कम PE और ऊंचे डिविडेंड के दौर में PSU सेक्टर एक बार फिर निवेशकों के फोकस में है. 7 से कम PE रेशियो और 4 फीसदी से ज्यादा डिविडेंड यील्ड वाले REC, PFC और ONGC जैसे शेयर वैल्यू इन्वेस्टमेंट का मौका दे रहे हैं. इंफ्रास्ट्रक्चर और एनर्जी सेक्टर में सरकारी सपोर्ट से इन कंपनियों की कमाई स्थिर बनी हुई है.
Undervalued PSU Stocks: शेयर बाजार में जब निवेशक महंगे स्टॉक्स से सतर्क हो रहे हैं, तब PSU सेक्टर एक बार फिर चर्चा में है. कई सरकारी कंपनियां कम PE और मजबूत डिविडेंड यील्ड के साथ वैल्यू इन्वेस्टमेंट का मौका दे रही हैं. खास बात यह है कि कुछ PSU शेयरों का PE 7 से भी कम है और डिविडेंड यील्ड 4 फीसदी से ज्यादा है. 2026 से पहले लॉन्ग टर्म निवेश के नजरिए से ये स्टॉक्स आकर्षक माने जा रहे हैं. इंफ्रास्ट्रक्चर, एनर्जी और डिफेंस जैसे सेक्टर इसमें अहम भूमिका निभा रहे हैं.
कम PE वाले PSU शेयर क्यों हैं खास
कम PE का मतलब है कि शेयर की कीमत उसकी कमाई के मुकाबले सस्ती है. कई PSU कंपनियां मजबूत मुनाफा कमा रही हैं लेकिन फिर भी उनके वैल्यूएशन कम बने हुए हैं. यही कारण है कि वैल्यू इन्वेस्टर्स ऐसे शेयरों पर नजर रख रहे हैं. अगर कंपनी का बिजनेस स्थिर है और भविष्य की कमाई मजबूत दिखती है, तो कम PE बड़ा अवसर बन सकता है.
4 फीसदी से ज्यादा डिविडेंड का फायदा
PSU कंपनियां नियमित और अच्छा डिविडेंड देने के लिए जानी जाती हैं. 4 फीसदी से ज्यादा डिविडेंड यील्ड का मतलब है कि निवेशक को हर साल स्थिर इनकम मिलती है. बाजार में उतार चढ़ाव के दौरान यह डिविडेंड रिटर्न को सपोर्ट देता है. रिटायरमेंट या सुरक्षित निवेश चाहने वालों के लिए यह बड़ा फायदा माना जाता है.
इंफ्रास्ट्रक्चर और एनर्जी सेक्टर का सपोर्ट
सरकार का फोकस इंफ्रास्ट्रक्चर और एनर्जी पर लगातार बना हुआ है. सड़क रेलवे बिजली और तेल गैस से जुड़ी PSU कंपनियों को इसका सीधा फायदा मिल रहा है. सरकारी खर्च बढ़ने से इन कंपनियों की ऑर्डर बुक और कमाई में सुधार देखने को मिल सकता है. इससे 2026 तक इनके शेयरों में वैल्यू अनलॉक होने की उम्मीद है.
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REC
REC का वैल्यूएशन निवेशकों के लिए आकर्षक माना जा रहा है क्योंकि इसका PE रेशियो 7 से कम है, जिससे शेयर सस्ता नजर आता है. कंपनी की डिविडेंड यील्ड 4 फीसदी से अधिक है, जो नियमित इनकम का संकेत देती है. बुक वैल्यू करीब 1 के आसपास बनी हुई है, जो इसे वैल्यू इन्वेस्टमेंट के लिहाज से मजबूत बनाती है.
रेवेन्यू में स्थिर या हल्की बढ़त देखने को मिल रही है और लगातार प्रॉफिट के चलते कैश फ्लो मजबूत बना हुआ है. कंपनी के शेयर मंगलवार को 1.6 फीसदी की गिरावट के साथ 350 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे. इसने अपने निवेशकों को पिछले 5 साल में 246 फीसदी की रिटर्न दिया है.
Power Finance Corporation
PFC का वैल्यूएशन भी आकर्षक माना जा रहा है क्योंकि इसका PE रेशियो लगभग 6 से 7 के नीचे बना हुआ है, जिससे यह एक वैल्यू शेयर के तौर पर दिखता है. कंपनी की डिविडेंड यील्ड 4 फीसदी से अधिक है, जो निवेशकों को नियमित इनकम का फायदा देती है. बुक वैल्यू करीब 1 के आसपास है, जो फर्म की नेट वर्थ को मजबूत दर्शाती है.
इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स और बड़े कॉन्ट्रैक्ट्स के चलते कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ बनी हुई है. कंपनी के शेयर मंगलवार को 0.68 फीसदी के गिरावट के साथ 349 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे. इसने अपने निवेशकों को पिछले 5 साल में 213 फीसदी की रिटर्न दिया है.
Oil and Natural Gas Corporation
ONGC का वैल्यूएशन भी निवेशकों को आकर्षक नजर आता है क्योंकि इसका PE रेशियो करीब 7 के आसपास या उससे नीचे बना हुआ है, जो सस्ते इवैल्यूएशन का संकेत देता है. कंपनी की डिविडेंड यील्ड 4 फीसदी से अधिक है, जिससे निवेशकों को नियमित डिविडेंड इनकम मिलती है. बुक वैल्यू लगभग 1 या उससे ऊपर है, जो शेयर की मजबूत नेट वर्थ को दर्शाती है.
ONGC की इनकम का मुख्य सोर्स तेल और गैस उत्पादन है और एनर्जी डिमांड के चलते इसका रेवेन्यू ट्रेंड स्थिर बना हुआ है. कंपनी के शेयर मंगलवार को 0.15 फीसदी की गिरावट के साथ 234 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे. इसने अपने निवेशकों को पिछले 5 साल में 150 फीसदी की रिटर्न दिया है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.