Closing Bell: निफ्टी 25500 से नीचे और सेंसेक्स 190 अंक गिरकर बंद, ऑटो, FMCG के शेयरों में गिरावट
Closing Bell: बुधवार 9 जुलाई को भारतीय शेयर बाजार के इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए, क्योंकि अमेरिकी टैरिफ को लेकर अनिश्चितता ने निवेशकों को जोखिम भरे शेयरों से दूर रखा. वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के इनकम सेशन से पहले सतर्कता ने भी बाजार पर दबाव बढ़ा दिया.
Closing Bell: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत के लिए प्रमुख निर्यात श्रेणी, फार्मास्यूटिकल्स के आयात पर भारी टैरिफ लगाने की धमकी के बाद निवेशकों के सेंटीमेंट प्रभावित होने से बुधवार 9 जुलाई को भारतीय शेयर मार्केट फ्लैट रहा. इसके अलावा पहली तिमाही की इनकम की शुरुआत के बीच शेयर मार्केट में गिरावट आई. 9 जुलाई को सीमित दायरे में कारोबार के दौरान, भारतीय शेयर इंडेक्स कमजोर रुख के साथ बंद हुए और निफ्टी 25,500 के नीचे बंद हुआ.
सेंसेक्स 176.43 अंक या 0.21 फीसदी की गिरावट के साथ 83,536.08 पर और निफ्टी 46.40 अंक या 0.18 फीसदी की गिरावट के साथ 25,476.10 पर बंद हुआ. लगभग 1973 शेयरों में तेजी आई, 1888 शेयरों में गिरावट और 123 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ.
टॉप गेनर्स औप लूजर्स
निफ्टी पर सबसे ज्यादा गिरावट टाटा स्टील, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, अपोलो हॉस्पिटल्स, टेक महिंद्रा के शेयरों में रही, जबकि बढ़त श्रीराम फाइनेंस, बजाज फाइनेंस, एचयूएल, अल्ट्राटेक सीमेंट और कोल इंडिया के शेयरों में रही.
सेक्टोरल इंडेक्स
सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें, तो मेटल, रियल्टी और ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 1.4 फीसदी तक की गिरावट आई. मीडिया, आईटी, पीएसयू बैंक इंडेक्स में 0.5 फीसदी की गिरावट आई, जबकि एफएमसीजी, ऑटो और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स इंडेक्स में 0.3-0.8 की वृद्धि हुई. बीएसई मिडकैप इंडेक्स स्थिर रहा, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई.
निफ्टी आईटी में 0.91 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. निफ्टी मेटल और निफ्टी रियल्टी का प्रदर्शन सबसे खराब रहा, जिनमें क्रमशः 1.67 फीसदी और 1.71 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. निफ्टी एनर्जी और निफ्टी इंफ्रा में भी 1 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई.
अमेरिकी टैरिफ पर अनिश्चितता बरकरार रहने के बीच निवेशकों द्वारा रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईसीआईसीआई बैंक सहित चुनिंदा बड़े शेयरों में मुनाफावसूली के कारण घरेलू बाजार में गिरावट दर्ज की गई.