इधर लड़ रहे थे भारत पाक उधर इस विदेशी का भर गया खजाना, जानें कैसे 66 फीसदी बढ़ गई दौलत
पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव की स्थिति में फ्रांस की इस कंपनी ने काफी कमाई की है. इस कंपनी के शेयरों 66 फीसदी का उछाल आया है. ऑपरेशन सिंदूर के बीच लोगों में राफेल एयरक्राफ्ट को लेकर फिर से दिलचस्पी बढ़ी है.
India Pakistan War: भारत ने पहलगाम आतंकी हमले की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक की, फिर पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की, ड्रोन से हमले किए, भारत ने भी मुंह तोड़ जवाब दिया और दोनों देशों के बीच युद्ध जैसी स्थिति बनी रही. लेकिन इस युद्ध में दूर विदेश में बैठी एक कंपनी को काफी फायदा हो गया. उस कंपनी ने अच्छी कमाई कर ली, कंपनी के शेयरों में 66 फीसदी का उछाल आ गया. कंपनी है मिलिट्री एयरक्राफ्ट बनाने वाली डसॉल्ट एविएशन (Dassault Aviation). ये कंपनी फ्रांस की है.
राफेल में बढ़ी लोगों की दिलचस्पी
2025 में अब तक डसॉल्ट एविएशन के शेयरों में जबरदस्त 66% से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली है. इसकी बड़ी वजह है भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और भारत की हालिया राफेल से जुड़ी सैन्य कार्रवाई है, जिसने इस एयरक्राफ्ट में फिर से लोगों की दिलचस्पी जगा दी है.
8 मई को Dassault के शेयर 1.75% बढ़कर EUR 325.8 पर बंद हुए, जबकि साल के शुरुआत यानी 31 दिसंबर को ये EUR 195.90 पर थे. यानी अब तक 66.7% का उछाल आ चुका है.
दरअसल ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और POK में आतंकी ठिकानों पर हमले में राफेल फाइटर जेट्स का भी इस्तेमाल किया गया था जो स्कैल्प क्रूज मिसाइल और हैमर बम से लैस थे. खास बात यह थी कि इन विमानों ने पाकिस्तान के एयरस्पेस में एंट्री नहीं की.
तेजी से उछल रहे डसॉल्ट के शेयर
डसॉल्ट के शेयरों में पिछले पांच ट्रेडिंग दिनों में 2% और पिछले एक महीने में 19% की बढ़ोतरी हुई है. छह महीने में इसमें 63% का उछाल आया है, जबकि पिछले पांच सालों में इसका शेयर 350% चढ़ चुका है, जो निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है. कंपनी का मार्केट कैप EUR 2.61 बिलियन करीब 25,120 करोड़ रुपये.
कंपनी के शेयरों में उछाल के पीछे केवल ऑपरेशन सिंदूर ही वजह नहीं है बल्कि कंपनी ने मजबूत नतीजे भी दिए हैं.
डसॉल्ट ने पूरे साल में EUR 6.24 बिलियन करीब 59 हजार करोड़ रुपये की बिक्री की और EUR 924 मिलियन करीब 8.8 हजार करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया.
फ्रांस का पूरा एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर भी पिछले साल में 17.7% बढ़ा है.
भारत की राफेल फ्लीट में इजाफा
अप्रैल के अंत में भारत ने डसॉल्ट एविएशन से 26 नए राफेल-M फाइटर जेट्स खरीदने के लिए 63,000 करोड़ (EUR 7.4 बिलियन) का सौदा किया है. ये जेट भारतीय नौसेना के लिए हैं और इनकी डिलीवरी अगले 37 से 65 महीनों के भीतर होगी. इससे पहले 2016 में भी भारत ने 36 राफेल खरीदने के लिए EUR 7.8 बिलियन का सौदा किया था.
भारत के अलावा, मिस्र और कतर की वायु सेनाएं भी राफेल का इस्तेमाल करती हैं, जिससे ग्लोबल बाजार में भी इसकी मांग बढ़ी है.