रेलवे कोच सीट बनाने वाली इस छोटी कंपनी ने झटका 5 करोड़ का बड़ा ऑर्डर, शेयरों में दिखी हलचल

कोच सीट्स बनाने वाली कंपनी ओरिएंटल रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को भारतीय रेलवे से एक बड़ा ऑर्डर मिला है. इसे पूरा करने के लिए लिए 2026 तक का वक्‍त दिया गया है. ऑर्डर मिलने से कंपनी गदगद है, लेकिन उनकी ये खुशी शेयर बाजार तक नहीं पहुंच सकी.

oriental rail Infrastructure के शेयरों में क्‍यों दिखी हलचल? Image Credit: money9

Oriental Rail Infrastructure Share Price: इंडियन रेलवे के लिए कोच सीट्स बनाने वाली कंपनी ओरिएंटल रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड आजकल सुर्खियों में है. इस छोटी कंपनी को रेलवे से 4.94 करोड़ यानी लगभग 5 करोड़ का ऑर्डर मिला है, जिसकी वजह से 17 मार्च यानी सोमवार को इसके शेयरों में हलचल देखने को मिली. ओरिएंटल रेल को यह ऑर्डर चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) से मिला है.

ओरिएंटल रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर को नये मिले ऑर्डर के तहत 47 सेकंड AC चेयर कार कोच सीट्स बनाना और फिट करना होगा. इसके लिए कंपनी को 31 दिसंबर 2026 तक का वक्‍त दिया गया है. यानी कंपनी के पास इस काम को पूरा करने के लिए करीब ढाई साल होगा. भारतीय रेलवे से बड़ा ऑर्डर मिलने से कंपनी भले ही गदगद हो, लेकिन ऑर्डर की ये खुशी शेयर बाजार तक नहीं पहुंची और शेयर लुढ़क गए. 17 मार्च को Oriental Rail Infrastructure Ltd के शेयर 2% नीचे लुढ़कर कर 179.30 रुपये पर बंद हुए. इससे पहले ये 182.95 पर बंद हुए थे.

ये दिग्‍गज कंपनियां हैं क्‍लाइंट्स

ओरिएंटल रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी के काफी बड़े-बड़े क्लाइंट्स हैं, इनमें इंडियन रेलवे, CONCOR, नॉर्दर्न रेलवे, ICF, MCF, रेल व्हील फैक्ट्री, BHEL, और जिंदल रेल इन्फ्रा जैसे नाम शामिल हैं. इनके चलते ओरिएंटल रेल को रेलवे सेक्टर में भरोसेमंद नाम माना जाता है.

बड़े निवेशकों की है हिस्‍सेदारी

बड़े निवेशक मुकुल महावीर अग्रवाल ने इस रेलवे कंपनी में 5.27% हिस्सा ले रखा है. उनके पास कंपनी के 34 लाख शेयर हैं, जिनकी कीमत 62.6 करोड़ रुपये है. कंपनी के मार्केट कैप की बात करें तो ये 1,157.54 करोड़ रुपये है.

आगे का क्‍या है प्लान?

ओरिएंटल रेल विस्‍तार का सोच रही है. कंपनी वैगन प्रोडक्शन को दोगुना करके 4,800 यूनिट सालाना करना चाहती है. साथ ही कच्छ में एक बोगी स्प्रिंग प्लांट लगाने की तैयारी है. इसके अलावा कंपनी रियल-टाइम ट्रैकिंग वाले स्मार्ट वैगन बना रही है, ताकि फ्रेट वैगन मार्केट में 25% हिस्सा ले सके.

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कैसा रहा फाइनेंशियल ग्राफ?

पिछली तिमाही में कंपनी ने कमाई में 4.26% की बढ़त दिखाई, जिसके चलते ये 146.58 करोड़ से बढ़कर 152.82 करोड़ रुपये हो गए. हालांकि मुनाफा 39.89% गिर गया, जिससे ये 12.51 करोड़ से घटकर 7.52 करोड़ रुपये हो गया.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.