न कर्ज, न शोर… सिर्फ ग्रोथ! इंफ्रा बूम का चुपचाप फायदा उठा रही ये स्मॉल कैप, 7x PE पर छुपा है अगला स्टील टाइटन?
प्रकाश इंडस्ट्रीज में कई ऐसे स्ट्रक्चरल बदलाव एक साथ हो रहे हैं, जो लंबे समय में इसे एक स्थिर और मजबूत स्टील कंपनी बना सकते हैं. साल खत्म होने से पहले 76,351 मीट्रिक टन कोयला निकाला. आने वाले साल में कंपनी लगभग 10 लाख टन कोयला निकालने का लक्ष्य रखती है. कंपनी के लिए यह बदलाव बड़ा है, क्योंकि इससे प्रोडक्शन लागत घटती है.
Prakash Industries: स्टील सेक्टर में बदलाव अक्सर धीरे-धीरे दिखाई देता है. बाजार को सबसे पहले तब संकेत मिलता है जब किसी कंपनी की लागत structure बदलने लगती है. प्रकाश इंडस्ट्रीज इस समय ऐसे ही शांत लेकिन महत्वपूर्ण बदलाव के दौर से गुजर रही है. बाजार की चर्चा फिलहाल सिर्फ कंपनी की कोल माइंस पर अटकी हुई है, लेकिन असली कहानी इससे कहीं आगे की है. फरवरी 2025 में कंपनी की भास्करपारा कमर्शियल कोल माइंस ने प्रोडक्शन शुरू किया.
साल खत्म होने से पहले 76,351 मीट्रिक टन कोयला निकाला. आने वाले साल में कंपनी लगभग 10 लाख टन कोयला निकालने का लक्ष्य रखती है. कंपनी के लिए यह बदलाव बड़ा है, क्योंकि इससे प्रोडक्शन लागत घटती है और स्टील प्लांट को बाहरी कोयले की कीमतों के उतार-चढ़ाव से राहत मिलती है. यह कोयला सुविधा कंपनी के लिए पहला बड़ा लाभ है.
छोटे प्लेयर्स के पास नहीं, प्रकाश के पास पूरी चेन
प्रकाश इंडस्ट्रीज उन गिनी-चुनी स्मॉलकैप स्टील कंपनियों में से है, जिसने समय के साथ मजबूत इंटीग्रेशन तैयार किया है. कंपनी स्पंज आयरन, बिलेट्स, फेरो अलॉय, वायर रॉड्स, TMT बार और हाई बॉन्ड वायर बनाती है. साथ ही उसके पास सिंटर प्लांट, ऑक्सीजन प्लांट और अपनी बिजली प्रोडक्शन क्षमता भी मौजूद है. इस पूरी वैल्यू चेन की वजह से कंपनी की लागत कंट्रोल में रहती है और मार्जिन ज्यादा स्थिर रहता है. ऐसे समय में जब कच्चे माल की कीमतें तेजी से बदलती हैं, इंटीग्रेशन कंपनी के लिए सुरक्षा कवच बनकर काम करता है और हर टन प्रोडक्शन पर अधिक लाभ देता है.
भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर बूम का सीधा फायदा
देश में निर्माण और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास तेजी से बढ़ रहा है. घर, सड़कें, पुल, मेट्रो और सरकारी प्रोजेक्ट में स्टील की मांग लगातार बढ़ रही है. प्रकाश इंडस्ट्रीज के प्रोडक्शन इन्हीं क्षेत्रों में उपयोग होते हैं, इसलिए कंपनी को इस घरेलू मांग का सीधा लाभ मिल रहा है. वित्त वर्ष 2025 में कंपनी की नेट सेल्स 4,014 करोड़ रुपये रही और 9.78 लाख टन स्टील की बिक्री हुई, जो अब तक की सबसे ज्यादा है. यह उपलब्धि तब हासिल हुई, जब कोल माइंस पूरे साल फुल कैपेसिटी पर नहीं चली थीं. अब जब अपना कोयला मिलना शुरू हो गया है, प्रोडक्शन और बेहतर स्तर पर चल सकता है और वॉल्यूम और बढ़ सकते हैं.
थोड़ा चुनौतीपूर्ण रहा Q2 FY26
हालांकि Q2 FY26 कंपनी के लिए थोड़ा चुनौतीपूर्ण रहा. लंबा मानसून होने से स्टील की डिमांड और कोल प्रोडक्शन दोनों प्रभावित हुए. कंपनी की तिमाही बिक्री लगभग 723 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल से 33 फीसदी कम है, जबकि नेट प्रॉफिट 62 करोड़ रुपये रहा. इसके बावजूद तिमाही में करीब 2 लाख टन कोयला निकाला गया.
यह दिखाता है कि भास्करपारा अब शुरुआती चरण से आगे बढ़ चुका है और स्केल पर काम कर रहा है. कंपनी के पास फेरो अलॉय का प्रोडक्शन भी है, जो सामान्य तौर पर स्मॉलकैप स्टील कंपनियों में नहीं होता. यह सेगमेंट मार्जिन को स्थिर रखने में मदद करता है, क्योंकि कई बार स्टील स्प्रेड कमजोर होते हैं, लेकिन फेरो अलॉय स्प्रेड मजबूत बने रहते हैं.
डेट-लाइट बैलेंस शीट
कंपनी की बैलेंस शीट भी मजबूती दिखाती है. इसका डेट-इक्विटी रेशियो मात्र 0.13 है और ब्याज लागत लगातार घट रही है. कंपनी की वित्तीय अनुशासन ने उसे निवेशकों के लिए विश्वसनीय बनाया है. बोर्ड संरचना में पांच Independent Director शामिल हैं, जिससे गवर्नेंस मजबूत होती है. हालांकि प्रमोटर प्लेजिंग 7.96 फीसदी है, जो कुछ निवेशकों के लिए चिंता का विषय हो सकता है, लेकिन इसमें सुधार देखने को मिला है.
- डेट-इक्विटी: 0.13
- इंटरेस्ट कवरेज: 9 गुना
- लगातार घटती ब्याज लागत
- 1.5% डिविडेंड यील्ड
7x PE- क्या बाजार बदलाव को समझ नहीं रहा?
वैल्यूएशन की बात करें तो कंपनी अभी करीब 7.4 PE पर ट्रेड कर रही है, जो उसके पांच साल के औसत से नीचे है. यह दिखाता है कि बाजार अभी भी कंपनी को पुराने चक्र वाली कंपनी की तरह देख रहा है. लेकिन अब कंपनी की cost structure, उत्पादन क्षमता और मार्जिन प्रोफाइल पहले से काफी अलग हो चुकी है. अगर आने वाले समय में कोयला प्रोडक्शन स्थिर रहा और स्टील आउटपुट एक मिलियन टन के पार गया, तो बाजार इसका Evaluation बदलते हुए देख सकता है.
रिस्क क्या है?
- कोल प्रोडक्शन मौसम पर निर्भर
- स्टील सेक्टर cyclical
- पुरानी कानूनी प्रक्रिया अभी भी चल रही है
शेयर होल्डिंग पैटर्न
डेटा सोर्स: Trendlyne, Groww, FE
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