RVNL vs Ircon International: कौन है रेलवे इंडस्ट्री का असली हीरो? रिटर्न से लेकर ऑर्डर बुक और रेवेन्यू; जानें सबकुछ
भारत सरकार रेलवे मॉर्डनाइजेशन और डिजिटलीकरण पर तेजी से काम कर रही है, जिससे रेलवे सेक्टर की कंपनियों के लिए बड़े अवसर बन रहे हैं. इनमें RVNL और Ircon International अहम खिलाड़ी हैं. जहां RVNL मार्केट कैप और ऑर्डर बुक में आगे है और अंतरराष्ट्रीय विस्तार की दिशा में काम कर रही है, वहीं इरकॉन दूसरी चीजों में बढ़ रही है. विस्तार में जानें दोनों के बारे में.
RVNL vs Ircon International Analysis: भारत का रेलवे दुनिया की चौथी सबसे बड़ी रेलवे नेटवर्क है, जिसमें हर दिन 13000 से ज्यादा पैसेंजर ट्रेनें और 9000 से ज्यादा फ्रेट ट्रेनें चलती हैं, और यह 126,366 किलोमीटर लंबी रेलवे नेटवर्क को कवर करती है. इसके बावजूद, देश में रेलवे टिकटों की कमी और आधुनिक सुविधाओं का अभाव महसूस किया जाता है. इसे सुधारने के लिए सरकार ने कई बड़े प्रोजेक्ट्स शुरू किए हैं, जिनमें पहला कदम रेलवे मॉडर्नाइजेशन के तहत नए रेल सेट्स की खरीद और ट्रेनों का इलेक्ट्रिफिकेशन शामिल है, जबकि दूसरा डिजिटलाइजेशन और सिक्योरिटी को बढ़ावा देने का है.
इन तमाम अपडेट्स के चलते रेलवे सेक्टर की कंपनियों के लिए बड़े अवसर पैदा हुए और इसका असर इस क्षेत्र की दो कंपनियां- Rail Vikas Nigam Limited (RVNL) और Ircon International Limited पर भी पड़ा. आइए विस्तार से इन दोनों कंपनियों के बारे में जानकारी देते हैं.
RVNL के बारे में
RVNL भारत सरकार के रेल मंत्रालय की प्रमुख परियोजना निष्पादन एजेंसी है, जो रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास और मॉर्डनाइजेशन में अहम भूमिका निभाती है. यह कंपनी प्रोजेक्ट्स की पूरी प्रक्रिया संभालती है, यानी परियोजना की कल्पना से लेकर कमीशनिंग तक, और इसके तहत डबलिंग, गेज कन्वर्जन, नई लाइनें, इलेक्ट्रिफिकेशन, ब्रिज निर्माण और विभिन्न शहरों में मेट्रो प्रोजेक्ट्स शामिल हैं.
RVNL का ट्रैक रिकॉर्ड तेज प्रोजेक्ट पूरा करने में मजबूत है और अब तक इसने रेलवे डबलिंग का 35 फीसदी और इलेक्ट्रिफिकेशन का 25 फीसदी पूरा किया है. RVNL अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी विस्तार कर रही है, मालदीव में प्रोजेक्ट्स पूरे कर चुकी है और अब अबू धाबी, ओमान और पेरू में नए प्रोजेक्ट्स के लिए बोली लगाने की योजना है.
Ircon International के हाल
वहीं, Ircon International ने शुरुआत में मुख्य रूप से रेलवे निर्माण में काम किया, लेकिन अब यह एक इंटीग्रेटेड इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन कंपनी बन चुकी है. यह नवरत्न कंपनी है और रेलवे, हाइवेज, रियल एस्टेट सहित कई क्षेत्रों में जटिल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स करती है. कंपनी प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, EPC (Engineering, Procurement, Construction), BOT और HAM मॉडल में काम करती है और पिछले 50 सालों में भारत में 400 से ज्यादा और 25 देशों में 130 से ज्यादा प्रोजेक्ट्स पूरे कर चुकी है. इसके प्रमुख क्लाइंट्स में BHEL, NTPC, भारत सरकार के मंत्रालय, श्रीलंका और बांग्लादेश रेलवे शामिल हैं.
शेयर प्राइस और रिटर्न में कौन-कैसा?
मंगलवार, 23 सितंबर को RVNL के शेयर 0.36 फीसदी की गिरावट के साथ 357.60 रुपये पर कारोबार करते हुए बंद हुआ. पिछले 1 महीने में स्टॉक का भाव 9.59 फीसदी तक चढ़ा है. हालांकि, सालभर में कंपनी ने अपने निवेशकों को 34 फीसदी का नेगेटिव रिटर्न दिया. लेकिन लॉन्ग टर्म में स्टॉक ने अच्छे रिटर्न दिए हैं. 3 साल के दौरान कंपनी ने 886 फीसदी और 5 साल के दौरान 1,719 फीसदी का रिटर्न दिया है. कंपनी का मार्केट कैप 74,842 करोड़ रुपये दर्ज किया गया.
Ircon International के शेयर भी मंगलवार, 23 सितंबर को 1.52 फीसदी की गिरावट के साथ 179.29 रुपये पर बंद हुआ. महीनेभर में शेयर की कीमत 3.85 फीसदी तक बढ़ी है लेकिन 1 साल के दौरान स्टॉक ने 23.43 फीसदी का नेगेटिव रिटर्न दिया है. हालांकि, लॉन्ग टर्म में भी इकॉन ने बहुत अच्छे रिटर्न नहीं दिए हैं. पिछले 3 साल में स्टॉक 344 फीसदी और 5 साल में 336 फीसदी का रिटर्न दिया है. कंपनी का मार्केट कैप 17,136 करोड़ रुपये दर्ज किया गया.
मार्केट कैप और ऑर्डर बुक में कौन आगे?
मार्केट कैप और ऑर्डर बुक के हिसाब से RVNL बड़ा है, इसकी मार्केट कैप 757.8 अरब रुपये है. इक्विटीमास्टर की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी का ऑर्डर बुक 1,010 अरब रुपये है, जबकि Ircon International की मार्केट कैप 174.3 अरब रुपये और ऑर्डर बुक 209.7 अरब रुपये है. RVNL ने हाल ही में West Central Railway से 1.6 अरब रुपये के ऑर्डर जीते, जिससे शेयर प्राइस में बढ़त आई.
विशेषता | RVNL | Ircon International |
---|---|---|
मार्केट कैप (bn) | 748.4 | 171.3 |
ऑर्डर बुक (bn) | 1,010 | 209.7 |
रेवेन्यू किसका कितना?
रेवेन्यू की बात करें तो पिछले पांच सालों में Ircon International का रेवेन्यू 15 फीसदी की CAGR से बढ़ा, जबकि RVNL का 5.3 फीसदी है. Ircon का मजबूत रेवेन्यू मुख्य रूप से प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, EPC और BOT/HAM प्रोजेक्ट्स से आता है, जबकि RVNL का रेवेन्यू उसके निर्माण और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स से आता है.
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प्रॉफिटेबिलिटी के मामले में Ircon International RVNL से आगे है, इसका EBITDA 7.1 फीसदी और PAT 13.2 फीसदी की CAGR से बढ़ा, जबकि RVNL का EBITDA 5.6 फीसदी और PAT 5.3 फीसदी की CAGR से बढ़ा. EBITDA मार्जिन और नेट प्रॉफिट मार्जिन में भी Ircon (13.36 फीसदी और 7.3 फीसदी) RVNL (10.81 फीसदी और 6.4 फीसदी) से बेहतर है.
वित्तीय वर्ष | RVNL (Rs m) | Ircon International (Rs m) |
---|---|---|
2021 | 154,038 | 53,498 |
2022 | 193,817 | 73,797 |
2023 | 202,816 | 103,679 |
2024 | 218,785 | 125,137 |
2025 | 199,230 | 107,596 |
5 साल CAGR | 5.3% | 15% |
डेट टू इक्विटी रेशियो किसका बेहतर?
लोन मैनेजमेंट के मामले में RVNL ने पिछले पांच सालों में अपने डेट-टू-इक्विटी रेशियो को 1.0 से घटाकर 0.5 कर दिया है, जबकि Ircon International का रेशियो 0.1 से बढ़कर 0.7 हुआ है. RVNL को रेलवे मंत्रालय से ब्याज-मुक्त मोबिलाइजेशन एडवांस मिलता है, जिससे बाहरी लोन की आवश्यकता कम होती है, और ज्यादातर प्रोजेक्ट्स को प्रमुख कॉन्ट्रैक्टर्स को सबकॉन्ट्रैक्ट कर के पूरा किया जाता है.
वर्ष | RVNL | Ircon International |
---|---|---|
Debt/Equity | 2021: 1.0 → 2025: 0.5 | 2021: 0.1 → 2025: 0.7 |
वित्तीय मोर्चे पर कौन है आगे?
RVNL का ROE 17 फीसदी और RoCE 16.2 फीसदी है, जबकि Ircon का ROE 12.7 फीसदी और RoCE 16.3 फीसदी है, यानी RVNL वित्तीय दक्षता में आगे है. डिविडेंड की दृष्टि से दोनों कंपनियां अपने शेयरधारकों को अच्छा रिटर्न देती हैं, RVNL का डिविडेंड CAGR 1.7 फीसदी और यील्ड 3.1 फीसदी है, जबकि Ircon का डिविडेंड CAGR 12.1 फीसदी और यील्ड 3.6 फीसदी है. वैल्यूएशन के हिसाब से RVNL का P/E 69.6x और P/B 7.8x है, जबकि Ircon International का P/E 29.1x और P/B 2.7x है. इसका मतलब है कि RVNL के शेयर ज्यादा वैल्यूड है और Ircon सस्ते दाम पर उपलब्ध हैं.
विशेषता | RVNL | Ircon International |
---|---|---|
5-Year Dividend CAGR | 1.7% | 12.1% |
Dividend Yield Avg | 3.1% | 3.6% |
Dividend Payout Ratio Avg | 31.4% | 35.7% |
क्या करें-क्या न करें?
कुल मिलाकर, अगर हम रेवेन्यू, प्रॉफिटेबिलिटी, मार्जिन और डिविडेंड की बात करें, तो Ircon International RVNL से आगे है और इसके शेयर वैल्यूएशन के हिसाब से सस्ते हैं. वहीं RVNL लोन मैनेजमेंट में बेहतर और रिटर्न रेशियो में अच्छा है, साथ ही यह अंतरराष्ट्रीय विस्तार कर रही है और Vande Bharat ट्रेनों, मेट्रो, हाईवे, सिग्नलिंग और इलेक्ट्रिफिकेशन जैसे कई नए प्रोजेक्ट्स ले रही है. Ircon Kavach ऑर्डर्स, रेलवे सिग्नलिंग और रणनीतिक एसेट मोनेटाइजेशन पर ध्यान केंद्रित कर रही है. दोनों कंपनियां सरकारी रेलवे मार्डरनाइजेशन, मेट्रो विस्तार, अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट्स और बड़े हाइवेज प्रोजेक्ट्स के चलते मजबूत विकास के अवसरों में हैं.
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