मानसून की दस्तक से झूमा बाजार, 6 महीने बाद निफ्टी 25 और सेंसेक्स 82 हजार पार, ऑटो-आईटी शेयर दौड़े
मानसून की समय से पहले दस्तक और FY 25 Q4 के अच्छे नतीजों से बाजार में सोमवार को चौतरफा तेजी का रुख रहा. करीब 6 महीने से ज्यादा वक्त बीतने के बाद निफ्टी जहां 25 हजार के अहम मनोवैज्ञानिक स्तर पर क्लोज हुआ है और सेंसेक्स की 82 हजार से ऊपर क्लोजिंग हुई है.
Share Market Closing: भारतीय शेयर बाजार सोमवार 26 मई को चौतरफा तेजी के साथ बंद हुआ. बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी ने अहम मनोवैज्ञानिक और सपोर्ट लेवल पर क्लोजिंग ली है, जो आने वाले दिनों में बाजार में तेजी के रुख का संकेत है. दिसंबर 2024 के बाद सेंसेक्स जहां 82 हजार से ऊपर और निफ्टी 25 हजार से ऊपर बंद हुआ है. वहीं, सेक्टोरल मार्केट के प्रदर्शन को देखा जाए, तो ऑटो और आईटी सेक्टर में जोरदार खरीदारी दिखी है. वहीं, हेल्थकेयर सेक्टर दबाव में दिखा.
कैसा रहा सेंसेक्स-निफ्टी का प्रदर्शन
सेंसेक्स की ओपनिंग 81,928.95 के स्तर पर हुई. इसके बाद 81,867.23 अंक के इंट्रा डे लो और 82,492.24 अंक के इंट्रा डे हाई के बीच कारोबार करते हुए 0.56 फीसदी तेजी के साथ 455.37 अंक चढ़कर 82,176.45 अंक पर बंद हुआ. इसी तरह निफ्टी 24,919.35 अंक पर ओपन हुआ. इसके बाद 24,900.50 अंक के इंट्रा डे लो और 25,079.20 अंक के इंट्रा डे हाई के बीच कारोबार करते हुए 0.60 फीसदी तेजी के साथ 148 अंक बढ़कर 25,001.15 अंक पर बंद हुआ. इस दौरान सेंसेक्स में महिंद्रा एंड महिंद्रा 2.17 फीसदी तेजी के साथ टॉप गेनर रहा. वहीं, इटरनल 4.51 फीसदी गिरावट के साथ टॉल लूजर रहा. वहीं, निफ्टी में बजाज ऑटो 2.39 फीसदी तेजी के साथ टॉप गेनर रहा.
निफ्टी और बैंक निफ्टी पर एक्सपर्ट बुलिश
लक्ष्मीश्री इन्वेस्टमेंट्स में शोध प्रमुख अंशुल जैन के मुताबिक निफ्टी की क्लोजिंग तेजी के साथ हुई. अब यह 25,116 के डेली स्विंग हाई की ओर बढ़ रहा है, जो कि तेजी के रुख में शॉर्ट टर्म टारगेट है. निफ्टी फिलहाल 24,950 के सपोर्ट जोन में है, इस लेवल से नीचे किसी भी गिरावट को खरीदारी के अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए, बशर्ते तेजी के सबूत सामने आएं. इसके अलावा 25,120 से ऊपर अगर ब्रेकआउट होता है, तो इंडेक्स 25,250 तक जाने क लिए तैयार है. इसी तरह बैंक निफ्टी दिन के आखिर में 55,695.55 के डेली स्विंग हाई को रिजिस्ट करता दिख रहा है. हालांकि, यह मोटे तौर पर प्रॉफिट बुकिंग की वजह से है. 55,695.55 से ऊपर एक ब्रेकआउट इंडेक्स को 56,098.6 के ऑल टाइम हाई की तरफ रैली के लिए ट्रिगर कर सकता है.
क्यों आई बाजार में तेजी
मानूसन की समय से पहले आवक के अलावा सोमवार को बाजार में तेजी के पांच बड़े कारण रहे. इनमें कुछ बाहरी फैक्टर हैं, जबकि ज्यादातर घरेलू कारणों से बाजार में तेजी का रुख रहा है.
- EU को टैरिफ पर राहत
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक और यूटर्न लेते हुए फिलहाल EU यानी यूरोपीय संघ को 50 फीसदी टैरिफ से राहत दी है. इससे ग्लोबल लेवल पर टैरिफ वॉर की संभावना कम हुई है. - RBI का बंपर डिविडेंड
भारत के केंद्रीय बैंक ने शुक्रवार को बताया कि बैंक सरकार को वित्त वर्ष 2025 के लिए 2.69 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड डिविडेंड देने की तैयारी में है. रिजर्व बैंक के मुताबिक यह अब तक का सबसे ज्यादा डिविडेंड है. - डॉलर में बढ़ती कमजोरी
भले ही रुपये की तुलना में डॉलर पिछले कुछ सत्रों में मजबूत दिखा है. लेकिन, डॉलर इंडेक्स में लगातार तीन सत्र से कमजोरी आई है, जो निवेशकों को अमेरिकी बाजार से बाहर निवेश के मौके तलाशने को मजबूर कर रहा है. - व्यापक आर्थिक परिस्थितियां
भारत की व्यापक आर्थिक परिस्थितियां घरेलू शेयर बाजार की लॉन्गटर्म ग्रोथ के लिए अनुकूल बनी हुई हैं. महंगाई में गिरावट के साथ, आरबीआई के पास आगे की दरों में कटौती के लिए एक मजबूत संभावना है. इस बीच, भारतीय अर्थव्यवस्था के दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक बने रहने की उम्मीद है. - रिटेल इन्वेस्टर का बढ़ता भरोसा
भारतीय बाजार में रिटेल निवेशकों की तरफ से लगातार भरोसा दिखाया जा रहा है, जिसकी वजह से बाजार में रिटेल इन्वेस्टमेंट का मजबूत इनफ्लो बना हुआ है. यह एक प्रमुख कारक है, जिसकी वजह से भारतीय बाजार में तेजी का रुख बना हुआ है.
अडानी ग्रीन में बड़ा ब्रेक आउट
लक्ष्मीश्री इन्वेस्टमेंट्स में शोध प्रमुख अंशुल जैन के मुताबिक अडानी ग्रीन ने 75 मिनट के चार्ट पर 306-बार-लॉन्ग VCP पैटर्न पर बड़ा ब्रेकआउट हासिल किया है. इसका ब्रेकआउट पॉइंट 991 है. स्टॉक ने नेकलाइन को रिटेस्ट किया है, जो मजबूती का संकेत देता है और पैटर्न की वैधता की पुष्टि करता है. मोटे तौर पर यहां अब कंसोलिडेशन पूरा हो गया है. फिलहाल, ऊपर की ओर 1075 रुपये का एक तत्काल टारगेट बन रहा.