छोटा शेयर, बड़ी छलांग! टेलीकॉम-रेलवे तक फैला इसका साम्राज्य; अब नए ऑर्डर से चमका यह स्मॉलकैप स्टॉक
एक स्मॉलकैप कंपनी ने हाल ही में अपने कारोबार में ऐसा बदलाव किया है जिसने मार्केट एक्सपर्ट्स को भी चौंका दिया. जहां एक ओर इसके ऑर्डर बुक ने निवेशकों का ध्यान खींचा है, वहीं तिमाही मुनाफे में आई जबरदस्त तेजी इसे चर्चा में ला रही है.
Skipper Ltd आज उन चुनिंदा स्मॉलकैप कंपनियों में शुमार हो चुकी है, जो न केवल भारत बल्कि वैश्विक स्तर पर पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन स्ट्रक्चर्स की अग्रणी निर्माता बन चुकी है. यही नहीं, यह कंपनी टेलीकॉम और रेलवे स्ट्रक्चर्स के निर्माण में भी बड़ी भूमिका निभा रही है. इसका मौजूदा ऑर्डर बुक इसकी मार्केट कैप से लगभग 25 फीसदी अधिक है जो इसके मजबूत बिजनेस फंडामेंटल्स का प्रमाण है.
कंपनी का मार्केट कैप 5,065.78 करोड़ रुपये है. गुरुवार को शेयर प्राइस 442 रुपये पहुंचकर 438.80 रुपये पर बंद हुआ. शेयर ने हल्की बढ़त दर्ज की, लेकिन इसके पीछे कंपनी की मजबूत ऑर्डर बुक और भविष्य की योजनाएं बाजार का भरोसा मजबूत कर रही हैं.
ऑर्डर बुक और सेगमेंट ब्रेकअप
दिसंबर 2024 तक स्किपर लिमिटेड की ऑर्डर बुक 6,354.08 करोड़ रुपये पर पहुंच चुकी है जो इसकी मौजूदा मार्केट वैल्यू से भी अधिक है. हर सेगमेंट ने कंपनी के बढ़त में अपनी अच्छी खासी हिस्सेदारी निभाई है.
- T&D डोमेस्टिक 66 फीसदी
- नॉन T&D डोमेस्टिक 23 फीसदी
- निर्यात 11 फीसदी
इस तिमाही में 1,318.2 करोड़ रुपये के नए ऑर्डर मिले जबकि नौ माह में कुल 3,743 करोड़ रुपये की ऑर्डर इनफ्लो दर्ज की गई.
- इंजीनियरिंग सेगमेंट: पावर ट्रांसमिशन टावर, रेलवे स्ट्रक्चर, टेलीकॉम टावर, मोनोपोल, आदि (उत्पादन क्षमता: 3 लाख MTPA)
- इंफ्रास्ट्रक्चर सेगमेंट: टावर EPC, टेलीकॉम EPC, वॉटर EPC और कोटिंग सर्विसेज
- पॉलीमर सेगमेंट: PVC, HDPE, CPVC, UPVC, SWR पाइप्स, फिटिंग्स, वॉटर टैंक, बाथ फिटिंग्स (उत्पादन क्षमता: 62,000 MTPA)
सबस्टेशन EPC में एंट्री
कंपनी अब सबस्टेशन EPC फील्डवर्क में भी कदम रख चुकी है. यह स्किपर के पावर ट्रांसमिशन क्षेत्र में विशेषज्ञता को और विस्तार देगा और इसे पहला बड़ा सबस्टेशन EPC कॉन्ट्रैक्ट मिलने की संभावना बन रही है.
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Q3 FY24-25 में राजस्व में 42% वृद्धि दर्ज की गई जो 802 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,135 करोड़ रुपये हो गया.
वहीं, मुनाफा 80 फीसदी बढ़कर 36 करोड़ रुपये पहुंच गया जो बीते साल की समान तिमाही में 20 करोड़ रुपये था. इस तेजी से बढ़ती स्मॉलकैप कंपनी ने अपने विविध सेगमेंट्स, नई पहलों और दमदार ऑर्डर बुक के दम पर निवेशकों का ध्यान खींचा है. अगर यही गति बनी रही तो स्किपर लिमिटेड मिडकैप कैटेगरी में जल्द दस्तक दे सकती है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.