Suzlon Energy के मालिकों ने 90 दिन में कमाए 2184 करोड़, बड़े डील की तैयारी, जानें अब कितनी भरेगी जेब

सुजलॉन एनर्जी के प्रमोटर तान्ति परिवार ने बीते तीन महीने में कंपनी के बढ़ते मार्केट कैप से करीब 2,224 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है. अब परिवार एक ब्लॉक डील के जरिए 20 करोड़ शेयर बेचने की तैयारी में है, जिसकी कुल वैल्यू करीब 1,295 करोड़ रुपये आंकी गई है. आइए समझते हैं इस डील के पीछे की रणनीति और तान्ति परिवार की कहानी.

सुजलॉन एनर्जी और प्रमोटर Image Credit: @Money9live

Suzlon Energy and Block Deal: हाल ही में विंड एनर्जी सेक्टर की प्रमुख कंपनी Suzlon Energy ने शेयर बाजार में बड़ा धमाका किया है. अक्सर सुर्खियों में बने रहने वाली इस कंपनी को लेकर फिर एक अपडेट है. दरअसल कंपनी के प्रमोटर ग्रुप, यानी तान्ति परिवार ट्रस्ट एक ब्लॉक डील के जरिए तकरीबन 20 करोड़ शेयर बेच सकते हैं. इस डील की कुल वैल्यू करीब 1,295 करोड़ रुपये है. इस खबर के बाद ये जानना अहम होगा कि इस डील के बाद कंपनी के प्रमोटर ग्रुप को कितना फायदा होने वाला है साथ ही यह भी समझने की कोशिश करेंगे कि इस डील के पीछे वजह क्या है?

तीन महीने में हुई हजारों करोड़ की कमाई

तान्ति परिवार ने पिछले तीन महीने में ही कंपनी से हजारों करोड़ रुपये की कमाई कर ली है. इसको आसानी से समझते हैं. तीन महीने पहले यानी 8 मार्च को कंपनी का मार्केट कैप 75,010 करोड़ रुपये के आस पास था. आज, यानी 9 जून को कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर 91,798 करोड़ रुपये हो गया. कंपनी के प्रमोटर ग्रुप में तान्ति परिवार की हिस्सेदारी 13.25 फीसदी है. इस आधार पर केवल तीन महीने में प्रमोटर ग्रुप को तकरीबन 2,184 करोड़ रुपये का मुनाफा दे दिया है. यानी बढ़ते मार्केट कैप के साथ कंपनी के प्रमोटर्स का मुनाफा भी तेजी से बढ़ा है.

ब्लॉक डील क्या है और क्यों की गई?

ब्लॉक डील शेयर बाजार का एक ऐसा लेनदेन होता है, जिसमें एक बड़े निवेशक को एकमुश्त बड़ी मात्रा में शेयर बेचे या खरीदे जाते हैं. इसमें आमतौर पर पब्लिक इन्वेस्टर्स शामिल नहीं होते. सुजलॉन में हुई यह ब्लॉक डील भी इसी प्रकार की होगी, जिसमें तान्ति परिवार ट्रस्ट अपने 20 करोड़ शेयर बेच सकता है. इस ब्लॉक डील के पीछे कई संभावित कारण हो सकते हैं. पहला, यह एक फंड जुटाने का प्लान हो सकता है, जिससे परिवार अपने ट्रस्ट, CSR या निजी निवेश के लिए पूंजी जुटा सके.

दूसरा, कंपनी के शेयरों में जबरदस्त तेजी आई है और यह 52-वीक हाई पर ट्रेड कर रहा है- ऐसे में मुनाफा बुक करना एक व्यावसायिक निर्णय हो सकता है. तीसरा, यह होल्डिंग डाइवर्सिफिकेशन का हिस्सा भी हो सकता है ताकि परिवार की संपत्ति सिर्फ एक कंपनी में सीमित न रहे. आइए इस परिवार के बारे में थोड़ा जानने की कोशिश करते हैं.

कौन है तान्ति परिवार?

तान्ति परिवार, खासकर तुलसी तान्ति और गिरीश तान्ति, भारत में विंड एनर्जी की क्रांति लाने वाले लोगों में गिने जाते हैं. तुलसी तान्ति ही सुजलॉन एनर्जी के संस्थापक थे, उन्हें विंड मैन के नाम से भी जाना जाता था. 1 अक्टूबर, 2022 को उनका निधन हो गया. उन्होंने इस कंपनी की शुरुआत उस समय की जब भारत में रिन्यूएबल एनर्जी को लेकर बहुत ज्यादा जागरूकता नहीं थी.

बिजली बिल ने रखी सुजलॉन की पौध

असल में तुलसी तान्ति एक टेक्सटाइल कंपनी चला रहे थे और उन्हें बिजनेस में बिजली की लागत बहुत ज्यादा लग रही थी. 10 इंप्लाइज वाली टेक्सटाइल कंपनी को सैलरी देने के बाद बचा हुआ प्रॉफिट बिजली बिल को भरने में खप जाता था. इस समस्या के समाधान की तलाश में उन्होंने विंड एनर्जी का रास्ता चुना और यहीं से जन्म हुआ Suzlon Energy का. उनका यह कदम न सिर्फ उनकी कंपनी के लिए फायदेमंद रहा, बल्कि देश के लिए भी एक नया ऊर्जा विकल्प सामने आया. उनके छोटे भाई गिरीश तान्ति, जो अब कंपनी के Vice Chairman हैं, उन्होंने कंपनी की रणनीतिक दिशा और अंतरराष्ट्रीय विस्तार में अहम भूमिका निभाई है. गिरीश तान्ति ने यूरोप, अमेरिका और एशिया के कई देशों में कारोबार को बढ़ाने में योगदान दिया है.

तीन महीने में 35 फीसदी चढ़ चुका है भाव

कंपनी के शेयर का भाव 3 मार्च, 2025 को 49.71 रुपये पर था. आज, यानी 9 जून को शेयर का भाव 67 रुपये के आस पास है. इस आधार पर कंपनी के शेयर 3 महीने में 35 फीसदी तक ऊपर जा चुके हैं. 9  जून को कंपनी के शेयर 2 फीसदी तक चढ़ कर 68.29 रुपये के स्तर पर पहुंच गए थे. कुछ समय बाद कंपनी के शेयर 67.12 रुपये पर कारोबार करने लगे. एक दिन में कंपनी के शेयर में अब तक (दोपहर 01:50) तकरीबन 0.57 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है.

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