Adani vs Tata Power: कमजोर डिमांड के बावजूद कौन बना पावर सेक्टर का ‘बॉस’? Q1 नतीजों ने कर दिया सब साफ
देश की सबसे बड़ी पावर कंपनियों के Q1 नतीजे देखकर हर कोई सोच में पड़ गया है. शेयर बाजार में हलचल मची है, नतीजों के बाद निवेशक सवाल कर रहे हैं कि क्या अब बिजली के खेल में नया बॉस बन गया है? पूरी कहानी पढ़ें और जानें सच्चाई.
Adani Power vs Tata Power: भारतीय पावर सेक्टर में अग्रणी कंपनियां, टाटा पावर और अदानी पावर, ने वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के नतीजे घोषित किए हैं. कमजोर बिजली मांग के बावजूद दोनों कंपनियों ने शानदार प्रदर्शन किया है, जिससे अब निवेशक इनकी ओर रुख कर सकते हैं. दोनों कंपनियों के ताजा नतीजे न सिर्फ उनकी ताकत को दिखाते हैं, बल्कि भारतीय ऊर्जा क्षेत्र के भविष्य को भी दिशा देते हैं. आइए जानते हैं कि इन दोनों दिग्गज कंपनियों ने Q1 FY26 में कैसा प्रदर्शन किया
Adani Power, मुनाफे और विस्तार में मजबूती
अदानी पावर ने Q1FY26 में 3,305 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ (PAT) दर्ज किया है, जो पिछली साल इसी तिमाही के 3,913 करोड़ रुपये के मुकाबले थोड़ा कम है लेकिन इसके बावजूद कंपनी की ऑपरेशन क्षमता और विस्तार में शानदार वृद्धि हुई है. अदानी पावर का EBITDA 5,744 करोड़ रुपये रहा, जबकि कुल राजस्व 14,573 करोड़ रुपये दर्ज किया गया.
- ऑपरेशन कैपेसिटी में तेजी: Q1FY26 में अदानी पावर की ऑपरेटिंग कैपेसिटी बढ़कर 17,550 मेगावाट हो गई, जिसमें मोक्सी पावर जेनरेशन (1,200 MW), कोरबा पावर (600 MW) और अदानी दहाणू (500 MW) जैसे नए पावर स्टेशन जोड़े गए. जुलाई 2025 में विदर्भा इंडस्ट्रीज पावर (600 MW) के अधिग्रहण के बाद कुल कैपेसिटी 18,150 MW हो गई.
- बिजली उत्पन्न और बिक्री: कंपनी ने 25.7 अरब यूनिट बिजली उत्पन्न की और 24.6 BU बिजली बेची, जिसमें 1.6% साल-दर-साल वृद्धि दर्ज की गई.
- वित्तीय: एक साल पहले के मुकाबले PAT में 15.5% की गिरावट आई है, लेकिन पिछली तिमाही के मुकाबले 27% की तेजी दर्ज हुई है.
- नई डील्स: अदानी पावर ने उत्तर प्रदेश के लिए 1,500 MW अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल पावर प्रोजेक्ट का PPA साइन किया है, और कंपनी अपने पोर्टफोलियो को 30 GW तक ले जाने के लक्ष्य पर काम कर रही है.
- ग्लोबल पेमेंट्स: बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड से $500 मिलियन से ज्यादा की अदायगी पिछले दो महीनों में मिली है, जिससे अंतरराष्ट्रीय परिचालन में भी मजबूती दिखी.
TATA Power, उम्मीद से बेहतर नतीजे
टाटा पावर ने लगातार 23वीं तिमाही में शुद्ध मुनाफे (PAT) में वृद्धि दर्ज की है, जो इस बार Q1FY26 में 1,262 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछली साल इसी तिमाही में यह 1,189 करोड़ रुपये था. कंपनी का ऑपरेटिंग रेवेन्यू 17,464 करोड़ रुपये रहा. टाटा पावर का EBITDA 3,930 करोड़ रुपये रहा, जो सालाना आधार पर 17% की वृद्धि दिखाता है.
- स्वच्छ और हरित ऊर्जा पर जोर: टाटा पावर की ऑपरेशनल क्षमता 26,026 मेगावाट तक पहुंच गई, जिसमें से करीब 44% (11,400 MW से अधिक) स्वच्छ ऊर्जा (सोलर, विंड, हाइड्रो और हाइब्रिड) है. भविष्य में कंपनी इसे 70% तक बढ़ाने की दिशा में कार्य कर रही है.
- रूफटॉप और सोलर सेक्टर में अव्वल: Q1FY26 में कंपनी ने 270 MWp रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन किए (Q1FY25 में 111 MWp से काफी अधिक). 1,45,000 से ज्यादा घरों में रूफटॉप सोलर इंस्टॉल किए जा चुके हैं.
- इलेक्ट्रीक व्हीकल चार्जिंग नेटवर्क: वर्तमान में टाटा पावर के पास पूरे भारत में 5,571 सार्वजनिक चार्जिंग पॉइंट हैं और 1.5 लाख से अधिक होम चार्जर, जिससे ऊर्जा क्षेत्र में नई सोच स्पष्ट है.
- ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन: टाटा पावर के 12.9 मिलियन डिस्ट्रीब्यूशन ग्राहक हैं, और ओडिशा राज्य में उनके ऑपरेशनल डिस्कॉम की AT&C लॉस में 3–4% की कमी आई है.
- CSR और ESG: कंपनी ने पर्यावरण के क्षेत्र में उत्कृष्टता दिखाई, जल उपयोग घटाकर 301 मिलियन क्यूबिक मीटर कर लिया और फ्लाई ऐश का 110% इस्तेमाल किया.
आंकड़ों में कौन बेहतर?
मानदंड | अदानी पावर (Q1FY26) | टाटा पावर (Q1FY26) |
---|---|---|
रेवेन्यू | ₹14,574 करोड़ | ₹17,464 करोड़ |
EBITDA | ₹5,744 करोड़ | ₹3,930 करोड़ |
PAT | ₹3,305 करोड़ | ₹1,262 करोड़ |
कुल क्षमता (MW) | 18,150 (जुलाई 2025 में) | 26,026 (ऑपरेशनल + अंडर कंस.) |
स्वच्छ ऊर्जा | ~2% (मुख्य रूप से थर्मल) | 44% (लक्ष्य 70%+) |
मार्केट कैप | ₹2,10,203 करोड़ | ₹1,20,976 करोड़ |
डेब्ट-इक्विटी | 0.90–1.1 | 1.08 |
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दोनों कंपनियां निवेशकों के लिए फोकस में हैं, लेकिन जहां अदानी पावर एक्सपेंशन, मजबूत मुनाफे और सरकारी डिस्कॉम से भुगतान में नियमितता पर निर्भर दिखती है, वहीं टाटा पावर क्लीन एनर्जी में नेतृत्व और विविध ऑपरेशनों के चलते घरेलू और ग्लोबल ट्रेंड्स के हिसाब से फिट बैठती है. ऐसे में निवेशक अपने निवेश इंटरेस्ट के हिसाब से स्टॉक का चुनाव कर सकते हैं.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.