Tata Motors Q1 results: रिवर्स गियर में प्रॉफिट, 30 फीसदी घटा; ‘ऑफ रोडिंग’ पर जा सकता है शेयर
Tata Motors ने Q1 FY26 में ₹3,924 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया, जो YoY 30% कम है. इसके साथ ही कंपनी के ऑपरेशनल रेवेन्यू में भी 2.5% की कमी आई है. वहीं, Jaguar Land Rover का रेवेन्यू 9% गिरा है. क्या निराशाजनक नतीजों का असर शेयर प्राइस पर हो सकता है?
Tata Motors Q1 results: देश की सबसे बड़ी व्हीकल मैन्युफैक्चरर कंपनियों में शामिल टाटा मोटर्स ने तिमाही नतीजे जारी कर दिए हैं. मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे निराशाजनक रहे हैं. कंपनी का प्रॉफिट सालाना आधार पर 30 फीसदी घटकर 3,924 करोड़ रुपये रहा है. इसके अलावा रेवेन्यू और EBITDA में भी गिरावट देखने को मिली है, जिससे अगली तिमाहियों को लेकर भी दबाव बढ़ गया है.
एनालिस्टों का कहना है कि कंपनी नतीजे अनुमानों के मुताबिक हैं. इस हिसाब से निवेशकों की अपेक्षाओं में बहुत बदलाव नहीं आना चाहिए. जाहिर तौर पर यह दवाब Tata Motors Share Price पर भी देखने को मिल सकता है. क्योंकि, कंपनी पिछले वर्ष समान तिमाही में 5,643 करोड़ रुपये प्रॉफिट रिपोर्ट किया था.
रेवेन्यू में भी आई कमी
कंपनी के ऑपरेशंस रेवेन्यू में 2.5% की कमी आई है. यह घटकर 1.04 लाख करोड़ रुपये रहा. जबकि, पिछले साल की समान अवधि में रेवेन्यू 1.07 लाख करोड़ था. हालांकि, यह आंकड़ा एनालिस्टों की तरफ से दिए गए के 8.7% की गिरावट के अनुमान से बेहतर रहा है. इसके अलावा इस तिमाही के दौरान EBITDA 36% घटकर 9,700 करोड़ रुपये रह गया है.
JLR को लगा ट्रंप टैरिफ का झटका
कंपनी ने अपने नतीजों को जारी करते हुए बताया कि सभी सेगमेंट में वॉल्यूम घटा है. खासकर जगुआर लैंड रोवर (JLR) की प्रॉफेटिबिलटी में गिरावट की वजह से ओवरऑल प्रदर्शन प्रभावित हुआ है. ट्रंप के नए टैरिफ ने JLR की आय पर असर डाला है. अप्रैल-जून तिमाही में JLR का रेवेन्यू 9% घटकर 6.6 अरब पाउंड रहा. जबकि, EBIT मार्जिन 490 बेसिस पॉइंट घटकर 4% रहा. कंपनी ने कहा कि JLR का FY26 के लिए 5-7% का गाइडेंस बरकरार है. इसके साथ ही, UK-USA और EU-USA ट्रेड डील्स की वजह से अमेरिकी बाजार में वाहनों पर टैरिफ घटने की उम्मीद है, जिससे बिक्री में सुधार की संभावना है.
सेगमेंट-वाइज परफॉर्मेंस
कमर्शियल व्हीकल (CV): आय 4.7% घटकर ₹17,000 करोड़, EBITDA मार्जिन 60 बेसिस पॉइंट बढ़कर 12.2%.
पैसेंजर व्हीकल (PV): आय 8.2% घटकर, कारण उद्योग मांग में कमजोरी और नए मॉडलों में ट्रांजिशन.
इस तिमाही में डिमर्जर संभव
Tata Motors ने अपने स्टेटमेंट में कहा कि PV और CV सेगमेंट के डिमर्जर के लिए NCLT में अंतिम सुनवाई पूरी हो चुकी है. इस मामले में आदेश सुरक्षित रखा गया है. उम्मीद की जा रही है कि डिमर्जर जुलाई-सितंबर तिमाही के अंत तक पूरा हो जाएगा और 1 अक्टूबर, 2025 से प्रभावी होगा.
क्या है आगे की योजना?
कंपनी के प्रबंधन का कहना है कि डिमांड आगे भी चुनौतीपूर्ण बनी रह सकती है. लेकिन, हम ब्रांड स्ट्रेंथ का फायदा उठाकर और बेहतर मिक्स के जरिये टैरिफ के असर को कम करने पर ध्यान देंगे. ग्रुप CFO पीबी बालाजी ने कहा, “कठिन वैश्विक माहौल के बावजूद तिमाही लाभप्रद रही. टैरिफ को लेकर स्पष्टता आने और त्योहारी मांग बढ़ने से हम प्रदर्शन तेज करने और गति बहाल करने का लक्ष्य रख रहे हैं.”
शेयर मार्केट पर असर
नतीजों के दिन कंपनी का स्टॉक 2.4% गिरकर 630.80 रुपये पर बंद हुआ. पिछले एक महीने में इसमें 9% और 2025 में अब तक करीब 16% की गिरावट आई है. ज्यादातर ब्रोकरेज और एनालिस्ट शेयर को लेकर न्यूट्रल हैं. ट्रेडिंग व्यू के मुताबिक 29 एनालिस्टों में से ज्यादातर ने अपसाइड 900 रुपये और डाउनसाइड 600 रुपये का प्राइस टारगेट दिया है. 6 एनालिस्टों इस शेयर को ‘Strong Buy’ रेटिंग दी है. 7 ने ‘Buy’, 11 ने ‘Hold’ और 1 ने ‘Sell’ व 5 ने ‘Strong Sell’ रेटिंग दी है.
डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.