Waaree Energies की ये सहायक कंपनी 5 साल में दे चुकी 66,000% का रिटर्न, 2012 में हुई थी लिस्टिंग

वारी एनर्जीज की अगले सप्ताह सोमवार को लिस्टिंग होने वाली है. आईपीओ को करीब 80 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है. 97 लाख से ज्यादा सब्सक्रिप्शन एप्लिकेशन के साथ वारी एनर्जीज को आईपीओ का किंग कहा जा रहा है. हालांकि, इसकी दो सहायक कंपनियां पहले से बाजार में लिस्टेड हैं. इनमें से एक वारी रिन्यूएबल्स टेक्नोलॉजीज 66 हजार फीसदी का रिटर्न दे चुकी है.

वारी फ्लोटिंग सोलर प्लांट भी बनाती है. Image Credit: Waaree Renewable tech

वारी एनर्जीज की सहायक कंपनी वारी रिन्यूएबल्स टेक्नोलॉजीज बीएसई एसएमई में लिस्टेड है. पिछले 5 साल में कंपनी 66 हजार फीसदी का रिटर्न दे चुकी है. अगस्त 2012 में बाजार में लिस्ट हुई इस कंपनी के के शेयरों की कीमत में एक साल में 500% से ज्यादा का उछाल आ चुका है. वारी एनर्जीज के आईपीओ को भी निवेशकों से जबरदस्त समर्थन मिला है. इसे देखते हुए यह उम्मीद लगाई जा रही है कि अपनी सहायक कंपनी की तरह वारी एनर्जीज भी निवेशकों के वारे-न्यारे कर सकती है.

वारी एनर्जीज की सहायक कंपनी के तौर पर सोलर ईपीसी सेक्टर में काम करने वाली वारी रिन्यूएबल्स भारत के महत्वाकांक्षी अक्षय ऊर्जा लक्ष्यों, खास तौर पर सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अहम योगदान दे रही है. 1999 में स्थापित की गई यह कंपनी अक्षय ऊर्जा स्रोतों पर ध्यान केंद्रित करती है. कंपनी के पास 3,200 करोड़ रुपये की मजबूत ऑर्डर बुक है, जिसमें 2.3 गीगावाट के ऑर्डर पाइपलाइन में हैं. इसके पोर्टफोलियो में कई तरह के सोलर इंस्टॉलेशन शामिल हैं.

वारी रिन्यूएबल्स ने पिछले कुछ सालों में मजबूत वित्तीय प्रदर्शन किया है. वित्त वर्ष 2021 में घाटे में चल रही कंपनी ने अब मुनाफे में है. वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान कंपनी ने शुद्ध लाभ में 308% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) दर्ज की है. इसी दौरान राजस्व में 144% की CAGR वृद्धि दर्ज हुई है. मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कर के बाद लाभ में तीन गुना वृद्धि के साथ बॉटम लाइन में भी सुधार हुआ है. हालांकि, पिछले छह महीनों में वारी रिन्यूएबल्स के शेयर की कीमत में 36% की गिरावट आई है. हालांकि, विश्लेषक निकट अवधि में स्टॉक को लेकर सकारात्मक हैं.

क्या वारी एनर्जीज दोहरा पाएगी कामयाबी

सोलर पीवी मॉड्यूल निर्माण में मार्केट लीडर के वारी एनर्जीज को लेकर फिलहाल ग्रे मार्केट के सेंटिमेंट देखकर लगता है कि कंपनी लिस्टिंग के दिन ही 100% तक का रिटर्न दे सकती है. इसके अलावा बाजार विश्लेषकों की की मानें, तो कंपनी मल्टीबैगर रिटर्न देने के लिए पूरी तरह तैयार है.

मजबूत बुनियाद बनेगी ग्रोथ का आधार

वारी एनर्जीज अपने क्षेत्र में बाजार हिस्सेदारी के लिहाज से मार्केट लीडर है. इसके अलावा मजबूत वित्तीय स्थिति के साथ ही ग्रीन और रिन्यूएबल एनर्जी को दिए जा रहे सरकारी प्रोत्साहन का भी लाभ इसे मिल रहा है. कंपनी के कारोबार का आधार सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि सोलर मॉड्यूल निर्यातक के मामले में भी 44% की हिस्सेदारी रखती है. इस तरह कंपनी के प्रोफाइल और मौजूदा स्थितियों को देखते हुए भविष्य में अच्छी ग्रोथ की संभावनाएं नजर आती हैं.